Health Alert: आलू सहित ये 10 खाने की चीज़ कच्ची खाने से हो सकती है मौत, देखें पूरी लिस्ट
side effects of unripe potato, raw kidney beans, brinjals, apple seed, egg, wheat flour, rice: जिस तरह मांस-मछली को कच्चा या अधपका नहीं खाना चाहिए, ठीक उसी तरह कुछ अनाज और सब्जियां भी बिना पकाये नहीं सेवन करना चाहिए. आइये जानते है ऐसे ही 10 फूड्स के बारे में जिसे पका कर खाने से स्वाद और सेहत के लिए भी लाभकारी है.
side effects of unripe potato, raw kidney beans, brinjals, apple seed, egg, wheat flour, rice: जिस तरह मांस-मछली को कच्चा या अधपका नहीं खाना चाहिए, ठीक उसी तरह कुछ अनाज और सब्जियां भी बिना पकाये नहीं सेवन करना चाहिए. आइये जानते है ऐसे ही 10 फूड्स के बारे में जिसे पका कर खाने से स्वाद और सेहत के लिए भी लाभकारी है.
अंग्रेजी वेबसाइट एमएसएन में छपी खबर के मुताबिक निम्नलिखत फूड्स को भूल कर भी कच्चा या अधपका न खाएं. यह सेहत के लिहाज से हानिकारक साबित हो सकता है.
आलू : रसोई में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होना वाला सब्जी ही है. इसके कई रेसीपी बनाए जाते है. इसे हमेशा पका कर ही खाना चाहिए. क्योंकि इसमें मौजूद स्टार्च हमें खाना को सही से पचाने से रोकता है. अत: इसे कच्चा खाने से पेट फूलने और दर्द उठने जैसी समस्या हो सकती है. यदि एक आलू में थोड़ा भी हरापन है तब तो इसे भूल कर भी कच्चा सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि इसमें सोलनिन नामक एक विषैला तत्व पाया जाता है. जिससे फूड पॉइजनिंग हो सकती है.
सेब के बीज : स्वस्थ रहने के लिए डॉक्टर भी प्रतिदिन एक सेब खाने की सलाह देते है. लेकिन, क्या आपको मालूम है इसका बीज सेहत के लिए बहुत खतरनाक साबित हो सकता है. दरअसल, बीज में एक प्रकार का रसायन होता है जो पचने पर साइनाइड में बदल सकता है. इससे आप बीमार हो सकते है. हालांकि, यह एक बीज से नहीं बल्कि कई बीज के पेट में जाने से हो सकता है.
राजमा : प्रोटीन, फाइबर और एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर राजमे को किडनी बीन्स भी कहा जाता है. इसे कच्चा सेवन करना आपकी पेट की परेशानी बढ़ा सकता है. इसमें मौजूद फाइटोमेगलगुटिन टॉक्सिन, शरीर में फूड पॉइजनिंग के समान लक्षण उत्पन्न कर सकती है. अत: बीन्स को खाने से पहले कम से कम 10 मिनट तक उबलना जरूर चाहिए.
अंडा : कच्चे अंडे में रोगजनक साल्मोनेला हो सकता है, जिससे फूड पॉइजनिंग हो सकती है. यही कारण है कि अमेरिकी कृषि विभाग (यूएसडीए) केवल कच्चे अंडे का उपयोग करना सुरक्षित मानता है यदि उन्हें पास्चुरीकृत किया गया हो. बुजुर्ग, गर्भवती महिलाएं और छोटे बच्चे विशेष रूप से कमजोर होते हैं.
दूध : कच्चे दूध को क्रीम (unpasteurized) दूध भी कहा जाता है. इसमें हानिकारक बैक्टीरिया जैसे कि ई.कोली और साल्मोनेला होता है. जिसे पाश्चुरीकरण अर्थात गरम करके पीने से इसमें मौजूद हानिकारक जीवाणु मर जाते है. एफडीए (FDA) की मानें तो अन्य डेयरी उत्पादों की तुलना में कच्चा दूध में 150 गुना अधिक हानिकार फूडबोर्न होता है. जो सेहत के लिए बेहद हानिकारक है.
आटा : सिर्फ कच्चा अंडा ही नहीं ब्लकि कच्चा आटा भी आपको बीमार कर सकता है. कई अध्ययनों में पता चला है कि खेत से लेकर आपके रसोई तक पहुंचने के दौरान आंटा कई कोलाई जैसे रोगजनक जीवाणुओं के संपर्क में आ सकता है. अत: इसे पका कर खाना से इन किटाणुओं को नष्ट किया जा सकता है.
बैंगन : हरे आलू की तरह, बैंगन में टॉक्सिन तत्व सोलनिन पाया जाता है, जो आंतों के संकट बन सकता है. वहीं कुछ लोगों कच्चा बैंगन या अधपका बैंगन का चटनी खाने से एलर्जी होती है. ऐसे लोगों को भूल कर भी इसे नहीं खाना चाहिए.
बादाम : विभिन्न प्रकार के मीठे और कड़वे बादाम में हाइड्रोजन साइनाइड और जल का एक खतरनाक मिक्सचर पाया जाता है, जिसे हाइड्रोसिऐनिक एसिड भी कहा जाता है. स्प्रूस के शोध की मानें तो करीब 7 से 10 बिना प्रोसेस किए कड़वे बादाम के सेवन से एक बच्चे की मौत हो सकती है. जबकि, लगभग एक दर्जन से 70 कड़वे बादाम खाने से एक वयस्क व्यक्ति भी मर सकता है.
मशरूम : मशरूम में विटामिन-बी और पोटेशियम जैसे तत्व पाये जाते है, जो हमारे शरीर के लिए अच्छा होता है. हालांकि, इसे कच्चा खाने की भूल बिल्कुल भी न करें क्योंकि यह काफी जहरीला साबित हो सकता है.
चावल : कई लोग चावल को कच्चा भी फांकते रहते है. लेकिन, इंटरनेशनल जर्नल ऑफ फूड माइक्रोबायोलॉजी के एक अध्ययन की मानें तो पाया गया कि इसमें रोग पैदा करने वाले बैक्टीरिया पाए जाते है. ये बैक्टीरिया आमतौर पर पके हुए चावल में नहीं दिखते हैं.
Posted By: Sumit Kumar Verma
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.