Health Tips : क्यों आते है नींद हराम करने वाले खर्राटे, जानें कारण और घरेलू उपचार, सांस अटकने समेत हो सकती है ये गंभीर समस्याएं
Snoring causes, symptoms, treatment, medicine, prevention, kharate ka upay, Health Tips : किसी के खर्राटे (Snoring) अगर आपका भी नींद हराम कर रहे हैं या आपके खर्राटे (kharate kyon aati hai) किसी को चैन की नींद नहीं सोने दे रहे हैं तो हो जाइये सावधान. कई बार आम समस्या समझ कर लोग इसे नजरअंदाज कर देते हैं. लेकिन, कई शोध से मालूम चला है कि ये दिल के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है. ऐसे में आइये जानते हैं इससे कुछ घरेलू उपचार (kharate band karne ka gharelu ilaj)..
Snoring causes, symptoms, treatment, medicine, prevention, kharate ka upay, Health Tips : किसी के खर्राटे (Snoring) अगर आपका भी नींद हराम कर रहे हैं या आपके खर्राटे (kharate kyon aati hai) किसी को चैन की नींद नहीं सोने दे रहे हैं तो हो जाइये सावधान. कई बार आम समस्या समझ कर लोग इसे नजरअंदाज कर देते हैं. लेकिन, कई शोध से मालूम चला है कि ये दिल के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है. ऐसे में आइये जानते हैं इससे कुछ घरेलू उपचार (kharate band karne ka gharelu ilaj)..
दरअसल, यह ऐसी समस्या है जो कई बार मरीजों को मालूम भी नहीं होती है और बाद में ये गंभीर रूप ले लेती है. लेकिन, कुछ जीवनशैली में बदलाव इसे कम कर सकते हैं.
क्यों आते है खर्राटे
दरअसल, इस समस्या के दौरान सांस नली संकीर्ण हो जाती है. एयरफ्लो के संकुचित हो जाने के कारण कंपन के साथ ध्वनि पैदा होती है. इसे ही खर्राटे कहते हैं.
खर्राटे आने के कारण
– खर्राटे की आवाज आपके नाक, मुंह या गले में हवा कितनी प्रतिबंधित हो रही है, इस पर निर्भर करती है.
– सर्दी में नाक का जाम होना और गले की सूजन के कारण खर्राटे की स्थिति और खराब हो सकती है.
– कभी-कभी बढ़ी हुई मुंह की कोशिकाएं भी इसका कारण हो सकती है.
– यही नहीं गले में टॉन्सिल होने से भी वायुप्रवाह प्रतिबंधित होती है, जिससे खर्राटे संभव है. दरअसल, इस दौरान गले में अतिरिक्त फैट जम जाता है. जिससे वायुमार्ग बाधित होता है.
– खर्राटे लेना स्लीप एपनिया का भी लक्षण हो सकता है. यह तब होता है जब आपकी सांस का चलना काफी धीमा हो जाता है या आपके सोते समय एक बार में 10 सेकंड से अधिक समय तक सांस रूकती है. इस बिमारी का ईलाज बेहद जरूरी होता है क्योंकि इस दौरान सांस रूकने या अटकने से मौत तक संभव है.
खर्राटों से होने वाली समस्याएं
– दिन में नींद आना
– किसी भी चीज में एकाग्रता नहीं हो पाना अर्थात ध्यान नहीं लगा पाना
– कभी भी नींद आ जाना. कई बार बाइक चलाते समय वाहन दुर्घटनाएं भी इससे संभव है
– उच्च रक्तचाप के शिकार हो जाना
– दिल की बीमारी भी हो सकती है
– हर्ट स्ट्रोक भी आ सकता है
– वैवाहिक जीवन भी हो सकता है बर्बाद
खर्राटों को कैसे रोका जा सकता है?
जीवन शैली में थोड़ बदलाव करने से खर्राटों के हल्के मामलों में सुधार संभव है. इसके लिए आपको दिनचर्या सुधारनी होगी और स्वस्थ वजन बनाए रखना होगा. इसके अलावा-
– हर रात एक ही समय पर सोने जाएं, इसके लिए आप टाइम बांध लें,
– बिस्तर पर जाने से पहले नाक अच्छी तरह साफ कर लें,
– बहती नाक को रोकने का सही उपाय करें,
– सोने से पहले शराब से परहेज करें,
– सोने से पहले खाना नहीं खाएं, इससे एक दो घंटे पूर्व में ही खा लें,
– तकिया पर करीब 4 इंच तक अपने सिर को ऊंचा करके सोएं,
खर्राटे रोकने के कुछ अन्य घरेलू उपाय
पेपरमिंट ऑयल : खर्राटों को रोकने के लिए पेपरमिंट ऑयल फायदेमंद उपाय है. प्रतिदिन इस तेल को हथेली में लेकर दो से तीन बूंदें सूंघें. इसके अलावा आप गर्म पानी में इस ऑयल की कुछ बूंदे डालकर भाप भी ले सकते हैं. ऐसी मान्यता है कि इससे बंद नाक खुल जाती है.
विटामिन सी युक्त भोजन : विशेषज्ञों की मानें तो हमारे कम इम्यूनिटी के कारण भी ये खर्राटे संभव है. ऐसे में विटामिन सी युक्त फल और सब्जियां खाएं.
मेथी पाउडर : इसमें ऐंटीऑक्सीडेंट और ऐंटीवायरल के गुण पाए जाते हैं जो खर्राटों को ठिक करने में मददगार है. कुछ लोगों का मानना है कि पाचन तंत्र मजबूत नहीं होने के कारण भी खर्राटे आ सकते हैं. ऐसे में रात में सोने से पूर्व आधा चम्मच मेथी पाउडर हल्के गुनगुने पानी के साथ पीने से खर्राटे से राहत मिलेगी.
इलायची पाउडर : आयुर्वेदिक गुणों से भरपूर को भी खर्राटे के उपचार में सही माना गया है. आयुर्वेद विशेषज्ञों की मानें तो हल्के गुनगुने पानी के साथ इलायची पाउडर का सेवन सोने से पहले करना चाहिए. इससे खर्राटे की आवाज बंद हो सकती है.
Note : उपरोक्त जानकारियां अंग्रेजी वेबसाइट हेल्थ लाइन के आधार पर है. इसे छोड़ने या अपनाने से पहले इस मामले के जानकार डॉक्टर या डाइटीशियन से जरूर सलाह ले लें.
Posted By : Sumit Kumar Verma
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.