Stomach Infection : बदलते मौसम में तेजी से फैल रहा है पेट का इन्फेक्शन, जाने कारण और बचाव के उपाय

Stomach Infection: बारिश का मौसम आते ही गर्मी से राहत मिलती है लेकिन बारिश का मौसम कई बीमारियां भी लेकर आता है.

By Shreya Ojha | July 4, 2024 12:48 AM

Stomach Infection: बारिश का मौसम आते ही गर्मी से राहत मिलती है लेकिन बारिश का मौसम कई बीमारियां भी लेकर आता है. वायरस और संक्रमण की संभावना बारिश के मौसम में तेजी से बढ़ जाती है इसी के चलते देश के कई हिस्सों में गैस्ट्रोएन्टराइटिस नाम की बीमारी के कई केसेस मिले हैं. चलिए जानते हैं क्या है गैस्ट्रोएन्टराइटिस और इससे बचाव के उपाय.

Stomach Infection : Gastroenteritis: क्या है गैस्ट्रोएन्टराइटिस ?

गैस्ट्रोएन्टराइटिस को स्टमक फ्लु (stomach flu) भी कहा जाता है. इसमें पेट और आंतों में सूजन हो जाती है, जिस कारण मरीज दस्त और उल्टी एवं पेट दर्द की शिकायत करते हैं. मानसून के मौसम में क्या स्टमक फ्लू काफी बढ़ जाता है, क्योंकि इस मौसम में बैक्टीरिया और वायरस भी काफी तेजी से बढ़ते हैं, जिससे संक्रमण का खतरा भी बढ़ जाता है.

Gastroenteritis symptoms : गैस्ट्रोएन्टराइटिस के लक्षण

Vomiting is also a symptom of stomach flu

अचानक दस्त लगना
बहुत ज्यादा उल्टी होना
जी मिचलाना
पेट में तेज ऐंठन होना
वायरल फीवर
यह पांच स्टमक फ्लू के मुख्य लक्षण हो सकते हैं.

Gastroenteritis Prevention : गैस्ट्रोएन्टराइटिस ठीक करने के उपाय

स्टमक फ्लू को रोकने के लिए प्राथमिक बचाव होता है साफ-सफाई पर ध्यान देना अपने आसपास स्वच्छता बनाए रखना और खासकर बारिश के मौसम में कहीं पानी न ठहरने देना.

कुछ भी खानी है पीने से पहले साबुन और पानी से हाथ धोना और शौच के बाद ध्यान से हाथ को अच्छी तरह से साफ करना.

भोजन को ठीक से पकाना और अच्छी तरह से ढक कर रखना ताकि उसमें किसी भी तरह की धूल मिट्टी और गंदगी ना पड़े.

बारिश के मौसम में स्ट्रीट फूड से दूर रहे. और पानी हमेशा उबालकर ही पिए.

अपनी बॉडी को हमेशा हाइड्रेटेड रखने की कोशिश करें. ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्यूशन लें इलेक्ट्रोलाइट्स बैलेंस करने में मदद करता है.

रोटावायरस वैक्सीन जैसे टीकाकरण शिशुओं को जरूर से जरूर लगवाएं, यह कुछ प्रकार के गैस्ट्रोएन्टराइटिस से सुरक्षा कर सकते हैं.

यह सभी परहेज करने के बाद भी अगर स्टमक फ्लू के लक्षण बनी रहती हैं तो आप तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें. इन सभी उपायों का अच्छी तरीके से पालन करने से आप गैस्ट्रोएन्टराइटिस की समस्या को कम कर सकते हैं या इसके होने से बच सकते हैं.

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