देश में मंकीपॉक्स, टोमेटो फ्लू के बाद अब स्वाइन फ्लू के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. इस एच1एन1 फ्लू ने लोगों के मन में एक बार फिर से दहशत पैदा कर दी है. इस फ्लू के कई मामले दिल्ली, महाराष्ट्र, केरल, मिजोरम से लेकर रांची और रीवा तक में देखे जा रहे हैं. स्वाइन फ्लू को लेकर स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट मोड पर आ गया है. जिसके बाद अस्पतालों में विशेष तरह की व्यवस्था की गई है. ऐसे में आज हम आपको इसके लक्षण, उपचार और बचने के तरीके के बारें में बताएंगे.
झारखंड में अबतक स्वाइन फ्लू के चार मामले सामने आये हैं, जिनमें से तीन मरीज स्वस्थ हो चुके हैं, जबकि एक उपचाराधीन है. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निदेशक डॉ. भुवनेश प्रताप सिंह ने पीटीआई-भाषा को बताया कि राज्य में पिछले सप्ताह स्वाइन फ्लू के चार मामले सामने आये, जिनमें दो मरीज रांची के और एक-एक गिरिडीह और बोकारो के थे. उन्होंने कहा, स्वाइन फ्लू को लेकर फिलहाल घबराने की बात नहीं है. उन्होंने कहा कि चारों मरीज के संपर्क में आए लोगों का पता लगाने के निर्देश दिये गये हैं.
मेयो क्लिनिक के अनुसार, “H1N1 फ्लू, जिसे आमतौर पर स्वाइन फ्लू के रूप में जाना जाता है, मुख्य रूप से फ्लू (इन्फ्लूएंजा) वायरस के H1N1 स्ट्रेन के कारण होता है. H1N1 एक प्रकार का इन्फ्लूएंजा ए वायरस है, और H1N1 कई फ्लू वायरस उपभेदों में से एक है, जो मौसमी फ्लू का कारण बन सकता है. एच1एन1 फ्लू के लक्षण मौसमी फ्लू के समान ही होते हैं.”
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खांसी
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बुखार
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गला खराब होना
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नाक से पानी आना
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शरीर दर्द व सिरदर्द
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ठंड लगना
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थकान
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पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ एनके झा ने बताया कि अफ्रीकन स्वाइन फ्लू आदमी में नहीं फैलता. इसको लेकर चिंतित नहीं हो. सूकरों में फैली अफ्रीकन स्वाइन फ्लू से किसी सूकर छोड़ किसी भी जानवर और आदमी में लक्षण नहीं विकसित होता है. लोगों को इसलिए सतर्क रहने की जरूरत है क्योंकि यह वायरस एक स्थान से दूसरे स्थान पर जा सकता है. इससे दूसरे सूकरों में इसके लक्षण विकसित हो सकते हैं.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.