वैज्ञानिकों ने दुनिया का पहला दिमाग और धड़कते दिल वाला सिंथेटिक भ्रूण बनाया: रिपोर्ट

Synthetic Embryo: न्यू यॉर्क पोस्ट की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने दुनिया का पहला सिंथेटिक भ्रूण बनाया है, जिसमें मस्तिष्क, धड़कता हुआ दिल और शरीर के हर दूसरे अंग के लिए बिल्डिंग ब्लॉक्स हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 28, 2022 4:10 PM

Synthetic Embryo: न्यू यॉर्क पोस्ट की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने दुनिया का पहला सिंथेटिक भ्रूण बनाया है, जिसमें मस्तिष्क, धड़कता हुआ दिल और शरीर के हर दूसरे अंग के लिए बिल्डिंग ब्लॉक्स हैं. भ्रूण को माउस स्टेम सेल से बनाया गया है. विश्वविद्यालय की ओर से जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार, अंडे या शुक्राणु का उपयोग करने के बजाय, प्रोफेसर मैग्डेलेना जर्निका-गोएट्ज के नेतृत्व में एक टीम ने स्टेम सेल का उपयोग करके भ्रूण मॉडल बनाया, जो शरीर की स्टेम कोशिकाएं हैं और लगभग किसी भी प्रकार की कोशिका में अंतर कर सकती हैं.

विश्वविद्यालय ने विज्ञप्ति जारी कर बताया…

जर्निका-गोएट्ज कैम्ब्रिज के शरीर क्रिया विज्ञान, विकास और तंत्रिका विज्ञान विभाग में स्तनधारी विकास और स्टेम सेल जीवविज्ञान में प्रोफेसर हैं. प्रारंभिक स्तनधारी विकास में मौजूद तीन अलग-अलग स्टेम सेल प्रकार को उस चरण में लाया गया, जहां वे प्रयोगशाला में प्राकृतिक प्रक्रियाओं की नकल करते हुए बातचीत करना शुरू करते हैं. विज्ञप्ति में आगे कहा गया है कि शोधकर्ता जीन के एक निश्चित सेट के उत्पादन को ट्रिगर करके और उनकी बातचीत के लिए एक विशेष वातावरण बनाकर स्टेम कोशिकाओं को एक-दूसरे से बात करने के लिए राजी करने में सक्षम थे.

माउस भ्रूण मॉडल को लेकर सामने आई ये जानकारी

शोधकर्ता के हवाले से विज्ञप्ति में कहा गया है, हमारा माउस भ्रूण मॉडल न केवल एक मस्तिष्क, बल्कि एक धड़कते हुए दिल को भी विकसित करता है, वे सभी घटक जो शरीर को बनाते हैं. उन्होंने कहा कि यह अविश्वसनीय है कि हम यहां तक ​​पहुंच गए हैं. यह वर्षों से हमारे समुदाय का सपना रहा है और एक दशक से हमारे काम का प्रमुख फोकस है, जिसे आखिरकार हमने पूरा कर लिया है.

क्यों किया गया शोध…

यह समझने के लिए कि क्यों कुछ गर्भधारण विफल हो जाते हैं और अन्य सफल होते हैं, कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में प्रोफेसर जर्निका-गोएट्ज की टीम पिछले एक दशक में गर्भावस्था के इन पहले चरणों पर शोध कर रही है. सुश्री जर्निका-गोएट्ज ने आगे कहा, स्टेम सेल भ्रूण मॉडल महत्वपूर्ण है क्योंकि यह हमें उस चरण में विकासशील संरचना तक पहुंच प्रदान करता है जो आम तौर पर मां के गर्भ में छोटे भ्रूण के आरोपण के कारण हमसे छिपा होता है. वैज्ञानिकों ने पाया कि भ्रूण के विकास को निर्देशित करने के लिए एक्सट्रैम्ब्रायोनिक कोशिकाएं न केवल रासायनिक रूप से बल्कि यांत्रिक रूप से या स्पर्श से भी भ्रूण कोशिकाओं के साथ संचार करती हैं.

Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.

Next Article

Exit mobile version