Sitaphal को लेकर प्रचलित हैं कई मिथक, न्यूट्रिशनिस्ट रुजुता दिवेकर ने बताए ये Fears and Facts
सीताफल स्वाद में मीठे कस्टर्ड जैसा होता है. पक जाने पर फल भूरे या पीले रंग का हो जाता है. वैसे तो सीताफल अमेरिकी फल है, लेकिन भारत में भी काफी पॉपुलर है. रुजुता दिवेकर ने सीताफल के बारे में प्रचलित कई मिथक व फैक्ट्स बताएं हैं. यहां जानें क्या सही है क्या गलत.
सीताफल को कस्टर्ड एप्पल के नाम से भी जाना जाता है. यह बहुत ही स्वादिष्ट फलों में से एक है. इस फल का सेवन हमारे शरीर के विभिन्न पार्ट्स के लिए भी अच्छा है. कई हेल्थ संबंधी परेशानी से निजात पाने के लिए इस फल को खाने की सलाह दी जाती है. हालांकि, कई लोग कुछ आशंकाओं और मिथकों के कारण इससे बचते हैं. सेलिब्रिटी न्यूट्रिशनिस्ट रुजुता दिवेकर ने इंस्टाग्राम पर अपने हालिया पोस्ट में इस स्वादिष्ट फल से जुड़े डर (Fear) के साथ-साथ इसके फैक्ट्स (Facts) के बारे में बताया. जानने के लिए पढ़ें.
Fear- डायबेटिक हैं तो अवाइड करें.
Facts- सीताफल फल का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है और ऐसे मौसमी फलों को डायबिटीज के रोगियों के लिए अधिक रिकमेंड किया जाता है.
Fear- अगर मोटा हो तो बचें.
Facts- अक्सर सुनने में आता है कि अधिक वजन वाले लोगों को सीताफल खाने से बचना चाहिए. जबकि यह सच नहीं है. वास्तविकता यह है कि वे विटामिन बी कॉम्प्लेक्स, विशेष रूप से विटामिन बी 6 का एक अच्छा स्रोत हैं. तो, यह सूजन को कम करने में भी काम करता है.
Fear – हृदय रोगी होने से बचें.
Facts- हार्ट पेशेंट सीताफल से परहेज करते हैं लेकिन ऐसा नहीं होना चाहिए. सच तो यह है कि ये दिल के लिए अच्छे होते हैं. सीताफल मैंगनीज और विटामिन सी जैसे पौष्टिक तत्वों से भरपूर होते हैं और हृदय और संचार प्रणाली पर उनका एंटी एजिंग इफेक्ट पड़ता है. स्वस्थ हृदय और संचार प्रणाली के लिए यह फल आपके आहार का हिस्सा होना चाहिए.
Fear – पीसीओडी से बचें.
Facts – एक और लोकप्रिय मिथक यह है कि पीसीओडी वाली महिलाओं को इस फल से बचना चाहिए. लेकिन यह अनावश्यक है. सीताफल आयरन का एक अच्छा स्रोत है और थकान, चिड़चिड़ापन की भावनाओं से लड़ने के साथ-साथ प्रजनन क्षमता में भी सुधार करता है.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.