Insulin : अगर शरीर में दिख रहे हैं यह लक्षण, तो हो सकता है रक्त में इंसुलिन कम होने का नतीजा
Insulin : मधुमेह एक आम बीमारी हो चुकी है लेकिन यह एक खतरनाक बीमारी है, ऐसे में इस बीमारी के लक्षणों को समय रहते पहचान लेने से इस पर नियंत्रण रखना आसान हो जाता है.
Insulin : मधुमेह एक आम बीमारी हो चुकी है लेकिन यह एक खतरनाक बीमारी है, ऐसे में इस बीमारी के लक्षणों को समय रहते पहचान लेने से इस पर नियंत्रण रखना आसान हो जाता है. आपका शरीर शुगर बढ़ने के बहुत से संकेत देता है, बस आपको समय पर उन्हें पहचान कर परहेज करने की आवश्यकता होती है. चलिए जानते हैं इंसुलिन के काम होने से शुगर बढ़ने पर शरीर में कौन से लक्षण नजर आते हैं.
Insulin : शुगर बढ़ने के लक्षण
Eye Problem : आंखों से जुड़ी समस्या
जब रक्त शर्करा स्तर बढ़ जाता है तो यह आंखों की रेटिना के रक्त वाहिकाओं को प्रभावित करना लगता है जिससे आंखों से जुड़ी समस्याएं होने लगते हैं, इस कारण से दृष्टि कम होना, मोतियाबिंद जैसी समस्याएं हो सकती हैं. इसके अतिरिक्त ग्लूकोमा और डायबीटिक रेटिनोपैथी भी इसी की देन होती है.
Leg Pain : पैरों में दर्द
रक्त में शुगर का स्तर ज्यादा बढ़ने पर पैरों में दर्द और सुन्नपन की समस्या महसूस होती है. दरअसल रक्त शर्करा स्तर बढ़ने पर पैरों में खून का प्रभाव ठीक से नहीं हो पता है और इसी वजह से उसमें सुन्नपन और दर्द की शिकायत रहती है.
Diabetic Neuropathy : डायबीटिक न्यूरोपैथी
शरीर में शुगर का लेवल बहुत ज्यादा बढ़ जाने पर यह तंत्रिका तंत्र (nervous system)को नुकसान पहुंचाना शुरू कर देती है जिससे लोगों को डायबीटिक न्यूरोपैथी की समस्याएं हो सकती हैं जिसके हाथ पैर में सुन्नपन और दर्द जैसे लक्षण होते हैं. पैर में झुनझुनी, तेज दर्द, जलन, और ऐंठन जैसे लक्षण भी डायबीटिक न्यूरोपैथी के हो सकते हैं.
Kidney Problem : किडनी समस्याएं
किडनी में बहुत छोटी-छोटी रक्त वाहिकाएं पाई जाती हैं जो शरीर में शुगर का स्तर बढ़ने पर क्षतिग्रस्त होने लगती है और इनकी वजह से किडनी खराब भी हो सकती है.
Heart Disease : हृदय रोग
उच्च शर्करा स्तर हृदय की रक्त वाहिकाओं को भी नुकसान पहुंचता है और कभी-कभी वहां ब्लॉकेज की समस्या पैदा कर देता है. जिससे हृदय रोग और स्ट्रोक जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है.
Oral Health : ओरल स्वास्थ्य
रक्त शर्करा स्तर बढ़ने पर पीरियोडोंटल की समस्या हो सकती है यह मसूड़े की समस्या है, जिसमें ब्लड वेसल्स में रुकावट आने लगती है और मसूड़े में रक्त का प्रवाह कम हो जाता है. जिससे मांसपेशियां कमजोर होने लगती है और मुंह में बैक्टीरिया बढ़ने लगते हैं, जिसके कारण मसूड़ों से खून आने लगता है और दर्द की समस्या हो सकती है.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.