नींद ना आने की समस्या से आज लाखों लोग ग्रसित हैं. कई बार पूरे दिन काम करने और थकने के बाद भी नींद नहीं आती है. नींद पूरी ना होने से लोगों को कई बीमारियों का भी सामना करना पड़ता है. आज हम विस्तार से जानेंगे कि आखिर क्यूं लोगों में तेजी से नींद ना आने की समस्या बढ़ रही है. इसके मुख्य कारण क्या हैं. इसके लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं और किन लोगों को इस समस्या का अधिक सामना करना पड़ता है.
मानव शरीर की प्रमुख समस्याओं में से एक अनिद्रा की समस्या है. ज्यादातर युवा इस समस्या से ग्रसित है. इसमें रात के समय नींद नहीं आती है और नींद नहीं पूरी होने की वजह से लोग पूरे दिन अनएक्टिव और उदासीन रहते हैं. चिकित्सकों के अनुसार एक स्वस्थ्य व्यकित को 7 से 8 घंटे की नींद लेनी चाहिए. इससे आप पूरे दिन फ्रेश और एनरजेटिक रहते हैं.
अनिद्रा की समस्या अलग-अलग लोगों को अलग-अलग तरीकों से होती है. कुछ लोगों को नींद आती ही नहीं है. कुछ लोगों को नींद आती तो है,लेकिन थोड़े ही देर में खुल जाती है. कुछ लोगों को नींद खुल जाने के बाद दोबारा नींद नहीं आती है. वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जिनको बहुत अधिक नींद आती है. कुछ लोगों की समस्या ये है कि उन्हें रात में नींद ना आकर दिन में आती है.
नींद ना आने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे हर किसी की अनिद्रा की समस्या अलग होती है वैसे ही सबको नींद ना आने के कारण भी अलग-अलग होते हैं.
तनाव- अधिक तनाव लेने वाले लोगों में अक्सर अनिद्रा की समस्या देखी जाती है.
जीवनशैली – नींद ना आने का बड़ा कारण जीवनशैली भी होती है.ज्यादा देर तक बैठे रहने और शारिरिक गतिविधि में ना होने से नींद ना आने की समस्या होती है. कई बार रात में देर तक जगने की आदत लगा लेने से भी नींद नहीं आती है
असंतुलित भोजन- असंतुलित भोजन करने से भी नींद ना आने की समस्या होती है. अधिक मीठा या अधिक मसालेदार खाना खाने से लोगों को नींद नहीं आती है.
कोई भी बीमारी- कुछ बीमारियों की वजह से भी मरीजों को नींद नहीं आती है. कुछ बीमारियां जिनकी वजह से शारिरिक कष्ट हो या फिर अत्यधिक दवा चल रही हो, वो भी नींद ना आने कारण होता है.
अवसाद- अवसाद यानि डिप्रेशन में होने से भी कई बार नींद नहीं आती है. किसी बात को लेकर आप यदि ज्यादा सोचते हैं या फिर परेशान हैं तो फिर आपको अनिद्रा की समस्या होती है.
नींद अगर लगातार नहीं आ रही है तो ये आपके लिए बड़ी समस्या बन सकती है. इसके लिए अनिद्रा के शिकार लोगों को अपनी दिनचर्या बदलने की जरूरत है जिससे उन्हें नींद आ सके.
सोने का समय तय करें- सोने का समय तय करना सोने की प्रक्रिया को नियमित करने के लिए बहुत जरूरी है. नींद ना भी आए तो निर्धारित समय पर बिस्तर पर चले जाएं. इससे दिमाग को पता चलता है कि अभी सोने का वक्त है, जिससे नींद आने में आसानी होती है.
मसाज- अगर नींद नहीं आ रही है तो तलवे और सिर का मसाज मददगार साबित हो सकता है. मसाज से सुस्ती आती है जिससे नींद आती है.
बेडरूम साफ रखना- कई बार चारों तरफ गंदगी या मेस फैले होने से नींद नहीं आती है. कमरा साफ और व्यवस्थित रखने से बेहतर नींद आती है.
एक्सरसाइज- शारिरिक गतिविधि बढ़़ाने से सबसे अधिक नींद आने की संभावना होती है. एक्सरसाइज करने से शरीर थकता है और अच्छी नींद आती है.
गैजेट्स से बनाए दूरी- देर रात तक फोन या लैपटॉप चलाने से भी नींद उड़ जाती है. सोने से पहले मोबाइल इस्तेमाल ना करें, इससे आंखों पर असर पड़ता है, जिससे स्वास्थ्य बिगड़ता है.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.