आपके रसोई में मौजूद हैं Corona का इलाज, जो इस virus से रखेगा आपको दूर

चीन में दस्तक देनेवाला कोरोना वायरस 149 देशों को अपनी गिरफ्त में ले चुका है. इससे दुनियाभर में करीब डेढ़ लाख लोग संक्रमित हो चुके हैं. भारत में इसकी चपेट में 101 लोग आ चुके हैं, जबकि दो की मौत हो चुकी है.

By SumitKumar Verma | March 15, 2020 1:05 PM

चीन में दस्तक देनेवाला कोरोना वायरस 149 देशों को अपनी गिरफ्त में ले चुका है. इससे दुनियाभर में करीब डेढ़ लाख लोग संक्रमित हो चुके हैं. भारत में इसकी चपेट में 101 लोग आ चुके हैं, जबकि दो की मौत हो चुकी है. कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. देश के कई राज्यों में स्कूल, कॉलेज और जू आदि को बंद किया जा चुका है.

हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना से बचने के लिए डरने की नहीं, बल्कि सावधानी बरतने की जरूरत है. यदि आपका इम्यून सिस्टम मजबूत होगा, तो आप कोरोना वायरस को हरा सकते हैं. क्योंकि कोरोना वायरस कमजोर इम्यूनिटी वाले व्यक्ति को प्रभावित कर सकता है. अगर आप एक मजबूत इम्यून सिस्टम को बनाये रखते हैं, तो आप संभवतः एक वायरल संक्रमण से बच सकते हैं. अपने खान-पान की आदतों में सुधार कर इस खतरे से बचा जा सकता है.

आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ विवेक शर्मा की मानें तो, खान-पान की आदतों में सुधार कर इस खतरे से बचा जा सकता हैं

कोरोना वायरस के लक्षण जैसे सर्दी, खांसी, बुखार, गले में खरास और सिर दर्द को लेकर अलर्ट रहें एंटी वायरल ड्रग और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ानेवाली औषधियों का प्रयोग कर इस संक्रमण से बचा जा सकता है.

इनके सेवन से एंटी वायरल स्ट्रेंथ बढ़ता है

– एंटी वायरल ड्रग जैसे किराततिक्त धनवटी (कालमेघ या चिरायता घनवटी) अमृता घनवटी (गिलोई घनवट) और गिलोई के जूस का सेवन करें.

– साथ ही तुलसी घनवटी, नीम घनवटी, लक्ष्मीविलास एक से दो गोली सुबह शाम ले सकते हैं. यह औषधि आपके रोग प्रतिरोध क्षमता को बढ़ाती हैं.

– वहीं त्रिकुट चूर्ण (सोंठ,पिपली गोलमिर्च ) का एक ग्राम शहद के साथ दिन में तीन बार सेवन कर सकते हैं. यह औषधि आपको सर्दी-खांसी से बचाती है.

आज हम आपको बताने जा रहे हैं, क्या हैं कोरोना का रसोई कनेक्शन
हल्दी

हल्दी के सेवन से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है. दूध में पिसा हुआ हल्दी चुटकी भर डाल कर पीयें. रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी.

आजवाइन

हल्का सुसुम पानी में एक टीस्पून आजवाइन डालकर पीए. बीमारियों के संक्रमण से बचने का कारगार और पूराना उपाय हैं. आजवाइन में मौजूद नियासिन और थाइमोल की वजह से रक्त संचार सही से होता है, जिससे दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा भी कम हो जाता हैं.

हींग

इस मसाले में एंटीइंफ्लेमेटरी, एंटीबायोटिक और एंटीवायरल प्रॉपर्टीज पाई जाती हैं, जो हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाती हैं. यह हमें फ्लू, सूखी खांसी और गले में इंफेक्शन होने से बचाते हैं.

दालचीनी

इसमें एक्टिव कंपोनेंट सिनामलडिहाइड की मात्रा होने के कारण एंटीफंगल और एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं, जो किसी भी प्रकार के इंफेक्शन से लड़ने में मदद करते हैं. दालचीनी वाली चाय या काढ़े का सेवन बीमारियों के संक्रमण, गले में खराश, सर्दी-जुकाम से बचाव के लिहाज से बेहतरीन उपाय है.

काली मिर्च

यह एंटीबैक्टीरियल, एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटीइंफ्लेमेटरी से भरपूर होती हैं. यह हमारे शरीर में गुड बैक्टीरियाज को बढ़ाकर हमारी आंतों की सेहत दुरुस्त रखने का कार्य करती हैं.

लौंग

लौंग में भरपूर मात्रा में विटामिन सी पाएं जाते हैं जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाते हैं. इसमें एंटीबैक्टीरियल प्रॉपर्टीज भी प्रचुर मात्रा में पाई जाती हैं, जो हानिकारक बैक्टीरिया की ग्रोथ को रोकती हैं. यह एंटीऑक्सीडेंट्स यूजीनॉल, विटामिन सी और अन्य पोषक तत्व क्रोनिक डिजीज व कैंसर आदि के रोकथाम में कारगर हैं.

ग्रीन टी

ग्रीन टी में विटामिन सी होता है. यह एंटी ऑक्सीडेंट का काम करता है. अदरक-लहसुन : यह प्राकृतिक रूप से रोग प्रतिरोध क्षमता बढ़ाता है.

बादाम

इन दिनों बादाम का सेवन करें. बादाम में विटामिन-इ होता है जो हमारे शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को ठीक करता है.

पालक

पालक में विटामिन ए, बी और सी प्रचूर मात्रा में होता है़ इसमें खनीज तत्व भी होते हैं, जो हमारे शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को दुरुस्त करते हैं.

पपीता

इन दिनों पपीता का सेवन अवश्य करें. पपीता में दैनिक आवश्यकता से दोगुना मात्रा में विटामिन-सी मिलता है.

इसका भी रखें ध्यान

– पानी को उबाल कर पीयें. डायरेक्ट टैप वॉटर ना पीयें.

– देर तक कच्चा कटा हुआ फल,सब्जी जिसे हम सलाद के रूप में खाते हैं, उससे बचें.

– पका हुआ खाना खायें. भोजन को अच्छी तरह से पका कर खायें. बासी खाना ना खायें.

– सड़क किनारे लगे ठेले पर खाने से बचें.

– समय पर खाना खायें. एक ही बार बहुत ज्यादा न खायें.

– बहुत देर का बना हुआ मांस-मछली बिल्कुल न खायें.

– संतरा, नींबू, टमाटर, आंवला और नाशपाती का सेवन करें

नाहीद परवीन , कंसलटेंट डायटीशियन

कोरोना वायरस से बचने के लिए हमें सबसे पहले बाहरी बचाव के साथ- साथ अपनी अंदरूनी प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाना होगा. इसके लिए अपने खान- पान में उन खाद्य पदार्थों को सम्मिलित करें, जिससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ सके. सिट्रस फूड यानी खट्टे फल जैसे संतरा, नींबू, टमाटर, आंवला और नाशपाती का सेवन करें़ ऐसे फलों में पाये जानेवाला विटामिन-सी हमारे शरीर में इम्यून पावर को बढ़ाता है. साथ ही हमारे शरीर के डब्ल्यूबीसी यानी व्हाइट ब्लड सेल्स के प्रोडक्शन को भी बढ़ाता है, जो बाहरी बीमारी से लड़ता है.

मांसाहारी भोजन पसंद करनेवालों के लिए

पोल्ट्री फार्म की मुर्गियों का इम्यून वीक होता है. इसलिए उन्हें खाने से परहेज करें. देसी मुर्गे खाना चाहें, तो अच्छी तरह से पका कर खा सकते हैं. क्योंकि इसका प्रोटीन उच्चतम क्वालिटी का होता है. जिस चीज का भी सेवन करें, उसे अच्छी तरह से साफ कर लें

मौसमी रानी, न्यूट्रिशनिस्ट

कोरोना एक खतरनाक वायरस है जाे श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है. यह वायरस उन लोगों को ज्यादा प्रभावित करता है जिनकी इम्यूनिटी कमजोर होती है. तो हमें इम्यूनिटी बढ़ाने वाले खाद्य प्रदार्थों का सेवन करना चाहिए. अंकुरित अनाज, मौसमी फल, विटामिन-सी युक्त फल जैसे नींबू, संतरा आदि का सेवन करें.

वहीं विटामिन-इ युक्त खाद्य पदार्थ जैसे कागजी बादाम, अंकुरित अनाज लें. यह जरूरी है कि जिसका भी सेवन करें, उसे अच्छी तरह से धो लें. ज्यादा से ज्यादा तरल पदार्थ लें. फ्रीज का खाना न खायें. उबला हुआ पानी पीयें. अगर आप मांसाहारी खाना के शौकीन हैं तो इसे अच्छी तरह से पकाने के बाद ही खायें. साथ ही वह फ्रेश हो.

नोट : किसी चीज का प्रयोग करने से पहले चिकित्सक से सलाह लें.

Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.

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