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Tuberculosis: टीबी एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या  है

टीबी (ट्यूबरकुलोसिस), एक संक्रामक बीमारी है जो मुख्य रूप से फेफड़ों को प्रभावित करती है. यह माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस नामक बैक्टीरिया के कारण होती है. टीबी एक पुरानी बीमारी है, जो आज भी एक बड़ी वैश्विक स्वास्थ्य समस्या बनी हुई है, खासकर विकासशील देशों में.

Tuberculosis: टीबी एक संक्रामक रोग है, जो हवा के माध्यम से फैलता है. जब कोई टीबी से संक्रमित व्यक्ति खांसता, छींकता या बोलता है, तो उसके फेफड़ों से बैक्टीरिया युक्त सूक्ष्म बूंदें हवा में फैल जाती हैं. यह बैक्टीरिया युक्त हवा जब कोई स्वस्थ व्यक्ति सांस के साथ अंदर लेता है, तो वह भी संक्रमित हो सकता है. हालांकि, सभी लोग जो टीबी बैक्टीरिया के संपर्क में आते हैं, बीमार नहीं होते, कुछ में संक्रमण छुपा रहता है, जिसे लैटेंट टीबी कहते हैं.

टीबी के लक्षण

टीबी के लक्षण धीरे-धीरे विकसित होते हैं और अक्सर शुरुआती चरण में उन्हें नजरअंदाज कर दिया जाता है. प्रमुख लक्षणों में शामिल हैं.

1. लगातार खांसी आना (तीन सप्ताह से अधिक)

2. खांसी में खून आना

3. बुखार आना, खासकर रात के समय

4. वजन का तेजी से घटना

5. रात में पसीना आना

6. थकान महसूस होना

7. भूख में कमी

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टीबी के प्रकार

टीबी को मुख्य रूप से दो प्रकारों में बांटा  जा सकता है

1. फेफड़ों की टीबी (पल्मोनरी टीबी)

यह टीबी का सबसे सामान्य प्रकार है, जो फेफड़ों को प्रभावित करता है.

2. फेफड़ों के बाहर की टीबी (एक्स्ट्रापल्मोनरी टीबी)

इसमें टीबी बैक्टीरिया शरीर के अन्य अंगों जैसे हड्डियों, मस्तिष्क, किडनी, और लिम्फ नोड्स को प्रभावित कर सकते हैं.

टीबी का निदान

टीबी का निदान विभिन्न तरीकों से किया जा सकता है. मुख्य रूप से प्रयोगशाला परीक्षण जैसे स्पूटम टेस्ट, छाती का एक्स-रे और टीबी स्किन टेस्ट का उपयोग किया जाता है. कुछ मामलों में, एडवांस्ड डायग्नोस्टिक टेक्निक्स जैसे जीनएक्सपर्ट या सीटी स्कैन की भी आवश्यकता हो सकती है.

टीबी का उपचार

टीबी का इलाज संभव है, लेकिन इसके लिए लंबे समय तक दवाओं का सेवन आवश्यक होता है. टीबी के इलाज के लिए आमतौर पर चार से छह दवाओं का एक कोर्स छह महीने या उससे अधिक समय तक चलाना पड़ता है. इन दवाओं में प्रमुख रूप से आइसोनियाज़िड, रिफाम्पिसिन, पायराज़िनामाइड और एथाम्ब्युटोल शामिल होते हैं. समय पर और पूरा इलाज न करने पर टीबी गंभीर रूप ले सकती है और ड्रग-रेजिस्टेंट टीबी (एमडीआर-टीबी) का कारण बन सकती है, जिसका इलाज और भी कठिन होता है.

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टीबी से बचाव

टीबी से बचाव के लिए कुछ प्रमुख उपाय अपनाए जा सकते हैं

1. बीसीजी वैक्सीन

यह बच्चों में टीबी से बचाव के लिए लगाया जाता है.

2. संक्रमित व्यक्तियों से दूरी

टीबी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से बचें, खासकर जब वह खांस रहा हो या छींक रहा हो.

3. स्वच्छता

सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनें और नियमित रूप से हाथ धोएं.

4. पोषण

अच्छा पोषण टीबी से बचाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. संतुलित आहार लें और इम्यून सिस्टम को मजबूत रखें.

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टीबी एक गंभीर और जानलेवा बीमारी हो सकती है, लेकिन इसे समय पर पहचानकर और सही उपचार लेकर पूरी तरह ठीक किया जा सकता है. इसके लिए जरूरी है कि लोग इसके लक्षणों को समझें, जागरूक रहें, और समय पर चिकित्सक से परामर्श लें. टीबी की रोकथाम और उपचार में सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली का भी महत्वपूर्ण योगदान होता है. सामूहिक प्रयासों से हम इस बीमारी को नियंत्रित कर सकते हैं और समाज को स्वस्थ रख सकते हैं.

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