Bird flu क्या होता है? डॉक्टर ने बताया इन पक्षियों के मांस खाने से बचें
Bird flu: बर्ड फ्लू एक प्रकार का वायरस है. कोरोना के बाद से अब इसका प्रकोप दुनियाभर में देखने को मिल रहा है. चलिए डॉक्टर आर.के चतुर्वेदी (कंसलटेंट, इंटरनल मेडिसिन) जी से जानते हैं इसके बारे में विस्तार से..
Bird flu: बर्ड फ्लू आज के समय में बहुत तेजी से फैल रहा है. बर्ड फ्लू, जिसे अधिकतर लोग एवियन इंफ्लूएंजा या एवियन फ्लू के नाम से भी जानते हैं. यह एक प्रकार की इंफ्लूएंजा वायरस के संक्रमण का नाम है जो अधिकांश अवियन या पक्षियों से होता है. इस वायरस का प्रमुख कारक एच5एन1 या एच7एन9 होता है. यह वायरस मुख्य रूप से जल्दी फैलता है और लोगों में गंभीर बीमारी का कारण बन सकता है. इस बार में हम आज बात करेंगे डॉक्टर आर.के चतुर्वेदी (कंसलटेंट, इंटरनल मेडिसिन) जी से बर्ड फ्लू के बारे में विस्तार से…
क्या होता है बर्ड फ्लू ?
बर्ड फ्लू एक प्रकार का वायरस है. यह संक्रमित बर्ड के जरिए एक दूसरे में फैलता है. ऐसे में जो लोग संक्रमित मुर्गी के मांस खाते हैं जो उन लोगों को बर्ड फ्लू हो सकता है. आमभाषा में कहा जाए तो बर्ड फ्लू संक्रमित मुर्गी या फिर कबूरत के जरिए हवा में फैलता है और उसके संपर्क में आने से लोगों में फैल जाता है. या फिर बर्ड फूल के चपेट में आने वाली मुर्गी और कबूतर के मांस खाने से यह लोगों में फैल रहा है. जो लोग बर्ड फ्लू से संक्रमित मुर्गी के मांस को खाते हैं उनके पेट में दर्द, उल्टी, दस्त और हाई फीवर होने लगता है. यह पक्षियों की एक बीमारी है, जो दिन ब दिन घातक होती जा रही है.
बर्ड फ्लू से कैसे बचा जाएं ?
1) बर्ड फ्लू से बचना है तो मुर्गी के फॉर्म के आसपास जाते वक्त मास्क का प्रयोग करें.
2) मुर्गी फॉर्म से वापस आए तो हाथ साफ करें.
3) मुर्गी, कबूतर और बत्तख के मांस खाने से बचें.
4) टीकाकरण कराएं.
5) जब भी आप पोल्टी फार्म में जा रहे हैं तो ग्लब्स, फुल बाजू के कपड़े ही पहनें.
6) पक्षियों और उनके मल से दूरी बनाएं.
Also Read: डॉक्टर से जानें मलेरिया बुखार की पहचान क्या है?
Also Read: शरीर में है आयरन की कमी तो अपनाएं ये 3 आयुर्वेदिक उपाय