Saree Cancer: क्या है साड़ी कैंसर? जानिए कारण

Saree Cancer: भारत में सबसे अधिक महिलाएं साड़ी पहनती हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि अब साड़ी पहनने से भी कैंसर हो रहा है. जो महिलाएं लंबे समय से साड़ी पहनती हुई आ रही हैं उनमें सबसे अधिक साड़ी कैंसर देखने को मिल रहा है.

By Shweta Pandey | April 2, 2024 3:47 PM

Saree Cancer: साड़ी भारत का मुख्य परिधान है. इसे न सिर्फ भारतीय पहनना पसंद करते हैं बल्कि अब तो विदेशों में भी यह खूब प्रचलन में है. इस बीच एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि साड़ी पहनने से भी कैंसर हो रहा है. यह सुनकर आप जरूर हैरान हुए होंगे. लेकिन यह सत्य है. दरअसल अगर आप साड़ी गलत तरीके से पहनते हैं तो आपको कैंसर हो सकता है. इसे मेडिकल की भाषा में Squamous Cell carcinoma (SCC) कहा जा रहा है. इस तरह के मामले सिर्फ भारत में ही देखने को मिल रहा है क्योंकि हमारे ही देश में सबसे अधिक महिलाएं साड़ी पहनती हैं. आइए जानते हैं साड़ी कैंसर होने का कारण के बारे में विस्तार से….

साड़ी कैंसर का कारण

गौरतलब है कि भारत में सबसे अधिक साड़ी पहना जाता है. महिलाएं पूरे 12 महीने तक साड़ी पहनती हैं. ऐसे में उन्हें साड़ी पहनने के लिए पहले सूती पेटीकोट के धागे बांधना होता है. ऐसे में अगर की महिला लंबे समय तक इसे पहनती हैं तो उसके कमर पर रगड़ लगने लगती है. जिसके कारण उसकी त्वचा बार-बार छिलने लगती है और उस जगह पर काली पड़ जाती है. ऐसे में महिलाओं के बीच धीरे-धीरे कैंसर पनपने लगता है. ध्यान दें सिर्फ यहीं नहीं कैंसर का कारण है बल्कि जिन जगहों में गर्मी और उमस ज्यादा पड़ती है वहां सबसे अधिक कैंसर का खतरा बना रहता है.

रिसर्च में हुआ खुलासा

दरअसल एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत की महिलाओं में सबसे अधिक कैंसर पाया जाता है. उन्हीं में से एक प्रतिशत मामले साड़ी कैंसर के सामने आए हैं. जिसपर देश की आर्थिक राजधानी मुंबई के आर एन कूपर अस्पताल में रिसर्च हुआ है. सिर्फ साड़ी ही नहीं बल्कि रिसर्च में धोती को भी शामिल किया गया है. साड़ी कैंसर का नाम बॉम्बे हॉस्पिटल के डॉक्टरों द्वारा उस समय दिया गया जब इसका एक केस सामने आया था. जिसमें एक 68 साल की महिला में साड़ी कैंसर पाया गया था. जिसमें पता चला कि महिला सिर्फ 13 साल की उम्र से ही साड़ी पहनती हुई आ रही थी.

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कांगड़ी और टेस्टीकुलर कैंसर

इतना ही नहीं कश्मीर कांगड़ी कैंसर पाया गया है. जो एक त्वचा का कैंसर है. ठंड में यहां पर पुरुष और महिलाएं मिट्टी के बर्तन में अंगीठी नुमा आग को अपने कपड़ो के अंदर लेकर बैठती हैं जिससे उन्हें गर्माहट मिलती है. हालांकि पेट और जांघों को लगातार मिल रही गर्मी धीरे-धीरे कांगड़ी कैंसर में बदल जाती है. यहीं नहीं टेस्टीकुलर कैंसर भी सामने आया है. इसमें टाइट और फिट जींस पहनने से यह कैंसर हो रहा है. घंटों तक टाइट कपड़े पहनने से पुरुषों में निचले हिस्से में तापमान बढ़ जाता है, जिसके कारण स्पर्म काउंट भी कम हो सकता है और टेस्टीकुलर कैंसर यानी अंडाशय का कैंसर होने की संभावना सबसे अधिक हो सकता है. फिलहाल बता दें इस रिसर्च का अभी तक कोई पुख्ता परिणाम नहीं आया है.

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ये बरतें सावधानी

बताते चलें कि टाइट कपड़ा अगर कोई पहन रहता है तो उसे कुछ सावधानी बरतनी होगी. जैसे की इनरवियर टाइट पहनने से बचें. इसके अलावा जिम में भी टाइट कपड़े पहनकर न जाएं.

Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.

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