डब्ल्यूएचओ : कोविड-19 के मामलों में लगातार दूसरे हफ्ते इजाफा, मौत में कमी

महामारी पर संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार, संक्रमण के 1.2 करोड़ से अधिक नये साप्ताहिक मामले आये, जबकि इससे होने वाली मौत का आंकड़ा 33,000 था, जो मृत्यु दर में 23 प्रतिशत की गिरावट दर्शाता है.

By Agency | March 23, 2022 10:25 PM

जिनेवा: विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि पश्चिमी प्रशांत में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के कारण वैश्विक स्तर पर कोरोनोवायरस संक्रमण के नये मामलों की संख्या में पिछले सप्ताह सात प्रतिशत की वृद्धि हुई है. हालांकि, कोविड-19 से होने वाली मौत के मामलों में गिरावट आयी है.

संयुक्त राष्ट्र ने जारी की महामारी पर रिपोर्ट

महामारी पर संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार, संक्रमण के 1.2 करोड़ से अधिक नये साप्ताहिक मामले आये, जबकि इससे होने वाली मौत का आंकड़ा 33,000 था, जो मृत्यु दर में 23 प्रतिशत की गिरावट दर्शाता है. वायरस के पुष्ट मामले जनवरी से दुनिया भर में लगातार गिर रहे थे, लेकिन पिछले हफ्ते इनमें फिर से बढ़ोतरी देखी गयी.

नियमों में ढील की वजह से बढ़ रहे कोरोना के केस

यह वृद्धि अधिक संक्रामक ओमिक्रॉन वैरिएंट और यूरोप, उत्तरी अमेरिका और कई अन्य देशों में कोविड-19 संबंधी नियमों में ढील के कारण मानी जा रही है. स्वास्थ्य अधिकारियों ने बार-बार कहा है कि ओमिक्रॉन कोरोन वायरस के पिछले स्वरूपों की तुलना में बीमारी के मामूली लक्षण पैदा करता है और बूस्टर खुराक सहित टीकाकरण इससे अत्यधिक सुरक्षा प्रदान करता है.

Also Read: औषधि महानियंत्रक ने ‘कोवोवैक्स’ टीके के तीसरे चरण के क्लिनिकल परीक्षण को दी मंजूरी

पश्चिमी प्रशांत में बढ़ रहे कोरोना के मामले

पश्चिमी प्रशांत दुनिया का एकमात्र ऐसा क्षेत्र बना रहा, जहां कोरोनो वायरस के मामले बढ़ रहे हैं. पिछले सप्ताह 21 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी और उससे पहले के हफ्तों में भी मामलों में इजाफा देखा गया था. पिछले सप्ताह के आंकड़ों के अनुसार, यूरोप में नये संक्रमणों की संख्या स्थिर रही और अन्य जगहों पर इसमें गिरावट आयी.

डब्ल्यूएचओ ने किया आगाह

डब्ल्यूएचओ ने आगाह किया कि कई देशों द्वारा व्यापक परीक्षण कार्यक्रमों को छोड़ने के कारण संक्रमण के कई मामलों का पता नहीं चलने की आशंका है और नये मामलों की संख्या की सावधानी से व्याख्या की जानी चाहिए. डब्ल्यूएचओ यूरोप के प्रमुख डॉ हंस क्लूज ने कहा कि पूरे महाद्वीप के कई देशों में प्रतिबंध ‘क्रूरता से – बहुत अधिक से बहुत कम’ तक हटा दिये गये थे. हाल के दिनों में ब्रिटेन, फ्रांस, इटली और जर्मनी में मामले काफी बढ़ रहे थे.

Posted By: Mithilesh Jha

Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.

Next Article

Exit mobile version