Miscarriages: क्यों होते हैं गर्भपात? जानें इसके पीछे की वजह

अक्सर स्त्रियां गर्भावस्था के समय पर कुछ बातों का ध्यान नहीं रखती हैं जिससे गर्भपात के होने के चांसेस बढ़ जाते है हालांकि इसके अलावा भी गर्भपात होने के कई कारण होते हैं.

By Shreya Ojha | June 25, 2024 5:45 PM

Miscarriages: गर्भस्थ शिशु की मृत्यु को गर्भपात या मिसकैरेज कहा जाता है. इसके कई कारण होते हैं और कई लक्षण भी होते हैं अक्सर मिसकैरेज गर्भावस्था के पहले 20 सप्ताह में हो जाती है इसके बारे में विस्तृत रूप से जानते हैं.

गर्भपात के कारण

जेनेटिक समस्याए:

भ्रूण में अनुवांशिक समस्याएं होने के कारण भी बहुत सारी मिसकैरेज होते हैं जिसमें मां की शारीरिक स्वास्थ्य का कोई भी योगदान नहीं होता है, यह पूरी तरह से नेचुरल होते हैं.

मां की उम्र:

मां की बढ़ती हुई उम्र मिसकैरेज का बहुत बड़ा रीजन हो सकती है क्योंकि बढ़ती उम्र के साथ-साथ मां का यूट्रस और अन्य रिप्रोडक्टिव ऑर्गन कमजोर होने लगते हैं जिस वजह से मिसकैरेज के चांसेस बाढ़ जाते हैं.

चिकित्सी स्थितियां:

डायबिटीज, उच्च रक्तचाप, पीसीओडी, पीसीओएस, थायराइड आदि कई अन्य बीमारियां भी मिसकैरेज का कारण होती है इन बीमारियों के कारण शरीर में बहुत सारी समस्याएं होती हैं जैसे कि हार्मोनल डिसबैलेंस, शुगर का कंट्रोल में ना होना, और हाई ब्लड प्रेशर की वजह से तनाव लेना और थायराइड के ना कंट्रोल होने से मोटापा बढ़ना आदि वजहों से मिसकैरेज होते हैं.

जीवन शैली संबंधी कारण:

अत्यधिक कॉफी का सेवन धूम्रपान करना नशीले पदार्थ लेना शराब पीना आदि भी मिसकैरेज के कारण हो सकते हैं.

गर्भाशय की विकृतियां:

अगर औरत के गर्भाशय में जन्मजात विकृतियों या फाइब्रॉयड जैसी समस्याएं हैं तो यह भी उसके गर्भपात का एक मुख्य कारण बन सकती है. ऐसी स्थिति में प्रेगनेंसी से पहले हमेशा डॉक्टर से सलाह ले और जरूरी टेस्ट करवाएं नहीं तो यह घातक भी हो सकती है.

संक्रमण :

संक्रमण जैसे कि रूबेला ,हरपीज ,एचआईवी आदि भी गर्भपात का एक बहुत बड़ा कारण हो सकता है.

पोषण की कमी :

फॉलिकल एसिड और अन्य महत्वपूर्ण पोषक तत्वों की कमी अगर स्त्री के शरीर में है तो यह उसके गर्भ के लिए काफी घातक हो सकता है.अगर स्त्री अच्छे से खाना पीना नहीं ले रही है और वह कमजोरी का शिकार है तो वह गर्भधारण करने में समस्याओं का सामना कर सकती है और गर्भपात का खतरा भी बना रहता है.

ज्यादा व्यायाम करना :

ध्यान देने वाली बात व्यायाम करना शरीर के लिए बहुत ही ज्यादा लाभकारी होता है लेकिन यह बात सबको नहीं पता होगी की जरूरत से ज्यादा व्यायाम करना आपको कब आपके गर्भपात का भी कारण बन सकता है दरअसल गर्भ धारण करने के वक्त कुछ व्यायाम नहीं करने चाहिए और अगर करने चाहिए तो बिना अपने ट्रेनर या डॉक्टर की सलाह लिए बिना नहीं करने चाहिए नहीं तो यह आपके गर्भपात होने का खतरा बढ़ा सकता है.

मेडिकल उपचार:

कुछ दवाएं और ट्रीटमेंट जैसे चिकित्सा इमेजिंग या चिकित्सा के कुछ प्रकार गर्भपात का कारण बन सकते हैं इसीलिए डॉक्टर से कंसल्ट करते वक्त हमेशा ध्यान रखें और उचित जगह पर सही चिकित्सक से इलाज कराएं.

हार्मोनल कारण :

थायराइड या अन्य ग्रंथि संबंधी समस्याएं गर्भपात का मुख्य कारण हो सकती हैं अगर आपको माहवारी के दिनों में बहुत ही ज्यादा ब्लीडिंग होती है तो यह भी आपके गर्भ के लिए एक अच्छा संकेत नहीं है इसीलिए ऐसा होने पर सबसे पहले अपने डॉक्टर से बात करें और इसका कारण जाने.

मिसकैरेज के लक्षण :

मिसकैरेज के कुछ बहुत ही मुख्य लक्षणों में से हैं पेट में असहनीय दर्द होना, नीचे से खून निकलना या स्पॉटिंग, कमर में दर्द बना रहना, शरीर में फ्रेशनेस की कमी सुस्ती रहना, उल्टी और चक्कर आना, छाती में दर्द एवं सूजन की कमी, गर्भावस्था के लक्षणों की कमी वजन बहुत ज्यादा काम हो जाना, बुखार या ठंड लगना, लगातार तबियत खराब रहना आदी.

मिसकैरेज एक आम समस्या है जिसे समझने के लिए हमें इसके कर्म लक्षणों और उपचार के बारे में अधिक से अधिक जानना चाहिए.हमें स्त्रियों को इसके बारे में और भी ज्यादा जागरूक करना चाहिए और आवश्यकता पड़ने पर मेडिकल और चिकित्सकों की सहायता जरूर लेनी चाहिए. यदि आपको गर्भावस्था के समय ऐसी कोई भी लक्षण अपने अंदर दिखाई देते हैं तो तत्काल प्रभाव से डॉक्टर से संपर्क करें अन्यथा इन सब चीजों में लापरवाही बच्चे ही नहीं बल्कि मां के लिए भी काफी घातक साबित हो सकती है.

Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.

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