Urinary Tract Infection: अधिकतर महिलाएं कई बीमारियों पर तब तक गौर नहीं करती जबतक कि उससे बहुत परेशानी ना महसूस हो. यूरीनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन, यूटीआई भी ऐसी ही एक बीमारी है जिससे महिलाएं सबसे अधिक संक्रमित होती हैं.इस बीमारी में पेशाब में जलन और पेट में दर्द कभी – कभी इतना बढ़ जाता है कि इसे झेलना मुश्किल हो जाता है.
ई-कोलाई बैक्टीरिया के संक्रमण के कारण यूटीआई होता है. ये बैक्टीरिया जब यूरिनरी ट्रैक्ट को संक्रमित करते हैं तो समस्याएं तेजी से उभरने लगती हैं. समय पर इसके लक्षणों को नोटिस नहीं करने से इस बीमारी का असर किडनी, यूरिनरी ब्लैडर और इन्हें जोड़ने वाली नलिकाओं पर भी पड़ता है. इस वजह से यह अन्य गंभीर बीमारियों का भी कारण बन सकता है.
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बार- बार पेशाब लगना और इस दौरान जलन की समस्या.
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पेट के निचले हिस्से में दर्द.
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इंफेक्शन अधिक फैलने से लोवर बैक पेन होना.
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इंफेक्शन के बढ़ने से बुखार होना.
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सुस्ती का अनुभव और उल्टी लगना.
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पेशाब में बदबू आना.
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कई बार माइल्ड यूटीआई बिना दवाइयों के भी ठीक हो जाते हैं लेकिन कई बार संक्रमण बढ़ने पर एंटीबायोटिक दवाएं लेना जरूरी होता है.
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दवाओं के साथ- साथ डॉक्टर खूब पानी पीने की सलाह देते हैं.
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गंदे शौचालय का प्रयोग करने से बचें.
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खट्टे,मसालेदार खाना और अधिक कैफिन, कार्बाेनेटेड ड्रिंक्स से बचें.
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साफ-सफाई का हमेशा रखें ध्यान.
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अधिक टाइट कपड़े पहनने से होने वाले में पसीने से बैक्टीरियल ग्रोथ होता है.
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आरामदायक कपड़े पहने, कॉटन अंडरगारमेंट्स का इस्तेमाल करें.
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नारियल पानी, पुदीने और सौंफ का पानी, चावल का पानी, आंवले का रस से राहत मिलती है.
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धनिये के बीज को रात में पानी में भिगोकर सुबह छानकर इसमें मिश्री मिलाकर सुबह खाली पेट सेवन करें.
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सेब का सिरका बैक्टीरिया के इंफेक्शन से बचाता है.
यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन यूटीआई पुरुषों और महिलाओं दोनों को होने वाली एक आम समस्या है समय पर इसकी पहचान और बचाव अपनाकर इससे निदान पा सकते हैं.
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Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.