बढ़ती कमर बढ़ा रही सेहत का खतरा, फैटी लीवर के साथ जकड़ सकती है दिल की बीमारी, हो जाएं सतर्क
Women's health: पतली कमर सिर्फ महिलाओं की सुंदरता से जुड़ा नहीं है बल्कि ये आपके स्वास्थ्य से जुड़ा है. बढ़ती कमर आपकी सेहत के लिए खतरों को बढ़ाता है. पेट पर चर्बी कब और कैसे चढ़ जाती है ये कई महिलाओं को पता नहीं नहीं चलता लेकिन कुछ उपायों से इसे कम जरूर कर सकती हैं.
Women’s health : अक्सर महिलाओं में बढ़ती कमर को बढ़ती उम्र से जोड़कर देखा जाता है. महिलाओं के लिए ऐसा इसलिए कहते हैं क्योंकि मेनोपॉज के बाद शरीर की वसा पेट में स्थानांतरित हो जाती है. पेट की बढ़ती चर्बी आपके कपड़ों के फिट नहीं होने के अलावा भी कई हेल्थ प्रॉब्लम्स खड़े करती हैं. दरअसल पेट की चर्बी गंभीर स्वास्थ्य जोखिम पैदा करती है लेकिन जीवनशैली में बदलाव से पेट की चर्बी से उत्पन्न खतरों को कम किया जा सकता है .
क्या आपने सोचा है कि पेट की चर्बी बढ़ने की मुख्य वजह क्या है. इसके लिए यह जानना जरूरी है कि आपका वजन कितना है यह कई बातों पर निर्भर करती है जैसे
डेली का कैलोरी काउंट
हर दिन आपक कितनी कैलोरी बर्न करते हैं
आपकी उम्र और आनुवंशिकी
जो भी हर दिन जलाने से अधिक कैलोरी खाते- पीते हैं उनमें वजन बढ़ने की संभावना अधिक होती है. जिसमें पेट की चर्बी भी शामिल है.
बढ़ती उम्र के साथ आपकी मांसपेशियों की ताकत भी कम होती है. जो लोग फिजिकली अधिक एक्टिव नहीं होेते हैं उनके लिए ये गंभीर स्थिति है. आपकी बॉडी जितनी तेजी से कैलोरी का उपयोग करती है मांसपेशियों का नुकसान उतना ही कम होता है.
कुछ महिलाओं में वजन भले ना बढ़े उनके पेट की चर्बी बढ़ती हुई दिखती है. ऐसा एस्ट्रोजन लेवल कम होने के कारण होता है क्योंकि शरीर में वसा के स्थान पर एस्ट्रोजन का प्रभाव पड़ता है
हर इंसान की अपनी आनुवांशिकी होती है. किसी भी व्यक्ति का जीन उसके दुबलेपन और मोटापे की संभावना में भी योगदान कर सकते हैं.
पेट की चर्बी त्वचा के ठीक नीचे गद्दी की परत तक सीमित नहीं है. इसे चमड़े के नीचे की वसा कहा जाता है. पेट की चर्बी में आंत की चर्बी भी शामिल होती है और वह पेट के अंदर गहराई में स्थित होता है और आपकी बॉडी में आंतरिक अंगों को कवर करता है. बड़ी मात्रा में पेट की चर्बी होने से कई बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. जिसमें
हाई ब्लड प्रेशर
ब्लड में वसा की अस्वास्थ्यकर मात्रा
स्लीप एप्निया
हार्ट डिजीज
हाई ब्लड शुगर और मधुमेह.
कुछ कैंसर
हार्ट स्ट्रोक
फैटी लीवर
किसी कारण से भी जल्दी मौत होना
आपके पेट की चर्बी क्या चिंता का विषय है यह भी चेक करना बहुत जरूरी है. इसके लिए अपनी कमर का नाप लें. इसके लिए सीधे खड़े हो और पेट के चारों ओर, अपने कूल्हे की हड्डी के ठीक ऊपर एक टेप माप रखें, सांस छोड़ें और अपनी कमर की माप को नोट कर लें इस वक्त सांस खींचकर अपनी पेट को अंदर ना खींचे.
किसी भी महिला की पेट की चर्बी 35 इंच से अधिक हो तो यह कई स्वास्थ्य समस्याओं के अधिक जोखिम का संकेत देती है ऐसा समझिए कि कमर का माप जितना अधिक होगा आपकी सेहत का खतरा उतना ही बड़ा होगा.
Also Read: जाड़े में फटी एड़ियों की दर्द से हैं परेशान तो राहत के लिए आजमाएं उपाय कमर की चर्बी को कम करने केउपायअपनी कमर की चर्बी को कम करने के लिए क्या करें :
बढ़ी हुई कमर की चर्बी को कम करने के लिए आप क्रंचेस या अपने पेट पर केंद्रित अन्य व्यायामों को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाए. इससे आप पेट की मांसपेशियों को मजबूत कर सकते है.
कभी – कभी एक्सरसाइज करने से पेट की चर्बी से छुटकारा नहीं मिलता है तो सही आवार विकल्पों को चुनने से आप शरीर के फैट को कम कर सकते हैं. इसके लिए
स्वस्थ आहार को चुनें
हाई फैट फूड्स की जगह पौधों पर आधारित खाद्य पदार्थों, जैसे फल, सब्जियाँ और साबुत अनाज को आहार मंे शामिल करें
लीन प्रोटीन डाइट जैसे मछली और कम वसा वाले डेयरी उत्पाद चुनना
प्रसंस्कृत मांस, मांस और हाई फैट डेयरी उत्पादों, जैसे पनीर और मक्खन का सेवन सीमित करें
मछली, नट्स और कुछ वनस्पति तेलों में पाए जाने वाले मोनोअनसैचुरेटेड और पॉलीअनसेचुरेटेड वसा की मध्यम मात्रा का सेवन करें.
बड़े हिस्से के आकार में खाने की जगह हिस्से का आकार सोच-समझकर चुनें. एक बार में अधिक खाने की जगह इसे टुकड़ों में खाना चाहिए.
चीनी को अपनी डाइट से दूर करें. इसकी जगह शुगर फ्री पेय पदार्थ पियें
अच्छी हेल्थ के लिए मध्यम एरोबिक गतिविधि, जैसे तेज चलना या सप्ताह में कम से कम 75 मिनट के लिए जॉगिंग जैसी जोरदार एरोबिक गतिविधि को करना चाहिए. अगर आप अपना वजन कम करना चाहते हैं तो आपको अधिक व्यायाम करने की आवश्यकता हो सकती है. पेट पर बढ़ी चर्बी कम करने और इसे वापस आने से रोकने के लिए स्थिर वजन घटाने का लक्ष्य रखे
Also Read: आपकी बॉडी को है नींद की जरूरत, कुछ ऐसे समझे संकेत वरना वक्त से पहले हो जाएंगे बूढ़ेDisclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.