World Autism Awareness Day 2024: विश्व ऑटिज्म जागरूकता दिवस आज, जानिए इतिहास और थीम

World Autism Awareness Day 2024: 2 अप्रैल को विश्व ऑटिज्म जागरूकता दिवस है. ऑटिज्म सबसे अधिक बच्चों में ही पाया जाता है. इसमें बच्चों को बोलने, पढ़ने आदि में दिक्कत होती है. आइए जानते हैं ऑटिज्म का इतिहास और थीम...

By Shweta Pandey | April 2, 2024 8:04 AM
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World Autism Awareness Day 2024:आज यानी 2 अप्रैल को विश्व ऑटिज्म जागरूकता दिवस है. दुनियाभर में बहुत तेजी के साथ ऑटिज्म के मरीजों की संख्या बढ़ रहे हैं. यह सबसे अधिक बच्चों में ही पाया जाता है. मेडिकल के भाषा में इसे ऑटिज़्म स्पेक्ट्रम कहा जाता है. जो व्यक्ति इससे पीड़ित होता है उसे लोगों से बातचीत करने, पढ़न, लिखने आदि में दिक्कत होती है. सरल शब्दों में कहा तो ऑटिज्म के शिकार लोगों का दिमाग अन्य की तुलना में काफी अलग तरीके से काम करता है. हालांकि लोग इसे शुरुआत में समझ नहीं पाते हैं. जिसके इसलिए सामाज में ऑटिज़्म के प्रति जागरुक करने के लिए हर साल 2 अप्रैल को विश्व ऑटिज्म दिवस मनाया जाता है. आइए जानते हैं इतिहास और थीम…

विश्व ऑटिज्म जागरूकता दिवस का इतिहास

2 अप्रैल को विश्व ऑटिज्म जागरूकता दिवस मनाया जाता है. हालांकि 1 नवंबर साल 2007 में संयुक्त राष्ट्र महासभा के द्वारा विश्व ऑटिज्म जागरूकता दिवस मनाने का संकल्प लिया गया. जिसे 18 दिसंबर 2007 को माना गया. इसलिए हर साल 2 अप्रैल को विश्व ऑटिज्म जागरूकता दिवस मनाया जाता है. इसका मुख्य उद्देश्य ऑटिज्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर (एएसडी) के बारे में जागरूकता फैलाना है और ऑटिज्म से प्रभावित लोगों के जीवन को बेहतर बनाना है. ऑटिज्म बीमारी आमतौर पर 18 महीने के बच्चों में देखने को मिलता है. जिसमें बच्चा कुछ ही शब्दों को बोल पाता है, हाथों के बल चलकर दूसरों के पास जाता है, आंखों में आंखें मिलाकर ना देखना है. यही ऑटिज्म की शुरुआती लक्षण है. जिसे लोग नजरअंदाज कर देते हैं.

विश्व ऑटिज़्म जागरूकता दिवस 2024 की थीम

इस साल विश्व ऑटिज्म जागरूकता दिवस की थीम ‘एम्पावरिंग ऑटिस्टिक वॉयस’ है. इस थीम का उद्देश्य पीड़ित व्यक्तियों को अधिक समर्थन और शक्ति प्रदान करना है. ताकि वह अपने जीवन जी सकें और सफल करियर भी बनाने में सक्षम रहे.

विश्व ऑटिज़्म जागरूकता दिवस का महत्व

बताते चलें कि आज यानी मंगलवार को विश्व ऑटिज़्म जागरूकता दिवस मनाया जा रहा है. इसका महत्व हमारे सामाज में विशेष है. ऑटिज्म से संबंधित विकार से जुड़े मिथकों को दूर करने और लोगों को इसके बारे में जागरूक करने के लिए विश्व ऑटिज़्म जागरूकता दिवस मनाया जाता है. इसके साथ ही लोगों को इस बारे में शिक्षित करना कि ऑटिज्म कैसे लोगों को प्रभावित करता है, इससे जुड़े भेदभाव को दूर करना भी है. ऑटिज्म से पीड़ित लोगों को समर्थित महसूस करने में मदद करना है.

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