दुनियाभर में आज यानी 03 जून को विश्व साइकिल दिवस/वर्ल्ड बाइसिकल डे मनाया जा रहा है. 03 जून 2018 को आधिकारिक रूप से पहला विश्व साइकिल दिवस मनाया गया था. साइक्लिंग (साइकिल चलाना) न सिर्फ स्वास्थ्य के लिहाज से फायदेमंद है, बल्कि मोटर वाहनों की जगह इसका इस्तेमाल करने से पर्यावरण की सेहत भी सुधर सकती है. इसी को ध्यान में रखकर 2018 से हर वर्ष तीन जून को विश्व साइकिल दिवस मनाया जा रहा है.
साइकिल चलाने से बढ़ती है इम्युनिटी
विशेषज्ञों की मानें तो प्रतिदिन 30 मिनट साइकिल चलाने से हमारे शरीर में मौजूद इम्यून सेल सक्रिय हो जाते हैं. इससे बीमार होने का खतरा कम हो जाता है. रोजाना साइकिल चलाने से मस्तिष्क भी अधिक सक्रिय रहता है, जो कैचिंग पावर (चीजों को समझने की शक्ति) को बढ़ाता है. इसलिए आप भी रोजाना साइकिलिंग कीजिए और अपनी इम्युनिटी (शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता) को सेहतमंद बनाइये.
ऐसे हुई शुरुआत
आधिकारिक तौर पर पहली बार विश्व साइकिल दिवस 3 जून, 2018 को न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा के द्वारा मनाया गया था. इस उद्घाटन समारोह में संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों, राजनयिकों, एथलीटों, साइकिलिंग समुदाय के अधिवक्ताओं सहित बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया था. इस अवसर पर साइकिल चलाने वाले लोगों की सेवा करने के कई तरीकों को भी साझा किया गया था. साथ ही साइकिल चलाने के महत्त्व और सेहत के लिए इसके फायदों के बारे में भी बताया गया था. इस वर्ष यानी वर्ष 2021 में चौथा विश्व साइकिल दिवस मनाया जा रहा है.
एकाएक बढ़ गई साइकिल की डिमांड
कोरोनाकाल में लॉकडाउन के बाद अब कोविड कर्फ्यू में भी साइकिल ने युवाओं को जिम की कमी नहीं खलने दी. घर का सामान लाने व आसपास जाने के लिए साइकिल का ही इस्तेमाल करते हैं. बीते साल जब लॉकडाउन खुला तो साइकिल की मांग एकाएक बढ़ गई.
Posted By: Shaurya Punj
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.