World Chocolate Day 2023, benefits of eating chocolates: हर साल आज यानी 7 जुलाई को विश्व चॉकलेट डे मनाया जाता है. वर्ल्ड चॉकलेट डे पर बेकरी, कॉफी शॉप और कई दुकानों पर मेरिंग्यू पाई (खास तरह की मिठाई), मिल्क चॉकलेट पुडिंग से लेकर अलग-अलग तरह के चॉकलेट केक तक देखने को मिल जाएंगे. इस दिन को सेलिब्रेट करने के लिए लोग अपने दोस्तों, रिश्तेदारों और पार्टनर को चॉकलेट देते हैं.
चॉकलेट का इतिहास लगभग 2,500 साल पुराना बताया जाता है. एज़्टेक (एज़्टेक एक मेसोअमेरिकन संस्कृति थी जो मध्य मेक्सिको में 1300 से 1521 तक उत्तर-शास्त्रीय काल में फली-फूली.) ने सबसे पहले चॉकलेट की खोज की थी. उन्हें विश्वास था कि ज्ञान के देवता, क्वेटज़ालकोट ने उन्हें यह दिया . वे कोको का इस्तेमाल अन्य चीजों के लेन-देन या कह लीजिए कोको के बीज मुद्रा के रूप में इस्तेमाल करते थे. लेकिन 16वीं शताब्दी तक चॉकलेट कड़वी ही थी.
कहा जाता है कि साल 1519 में स्पेनिश खोजकर्ता हर्नान कोर्टेस को चॉकलेट पीने के लिए दिया गया, जिसे वह अपने साथ स्पेन ले गया और बेहतर स्वाद के लिए उसमें वेनिला, चीनी और दालचीनी मिला दी. इसके बाद, सन 1550 में यूरोप में पहली बार 7 जुलाई के ही दिन चॉकलेट डे मनाया गया था. इसके बाद दुनिया भर के कई देशों में मनाया जाने लगा. स्वाद बदलने के बाद चॉकलेट को दुनिया भर में पसंद किया जाने लगा.
हर साल 7 जुलाई को विश्व चॉकलेट दिवस मनाते हैं. इस तरह से दो बार चॉकलेट डे मनाया जाता है, पहला फरवरी में वैलेंटाइन सप्ताह के तीसरे दिन और दूसरा 7 जुलाई को. हालांकि एक देश ऐसा भी है जहां एक दो नहीं बल्कि 10 बार चॉकलेट डे मनाया जाता है.
तनाव हो या डिप्रेशन – जी हां, यदि आप किसी प्रकार के तनाव में हैं, तो चॉकलेट आपका वह साथी है, जो बिन कुछ कहे और सुने ही आपका तनाव कम कर सकता है. आप जब भी तनाव या डिप्रेशन में हों, चॉकलेट खाना न भूलें. इससे आप रिलेक्स महसूस करेंगे .
हाई ब्लड प्रेशर, प्लेटलेट का गठन, ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और सूजन की समस्या कार्डियो मेटाबोलिक यानी हृदय संबंधी जोखिम कारक माने गए हैं. वहीं, संतुलित मात्रा में डार्क चॉकलेट का सेवन हृदय के लिए फायदेमंद हो सकता है.
ज्यादातर लोग इस समय किसी न किसी तनाव का सामना कर रहे हैं. लगातार रहने वाला तनाव डिप्रेशन का भी कारण बन सकता है. इस परेशानी में मूड में बदलाव, उदास रहना, गुस्सा आना और चिड़चिड़ापन जैसे लक्षण नज़र आते हैं. ऐसे में इस परेशानी से बचने या मूड को ठीक करने के लिए डार्क चॉकलेट लाभकारी हो सकती है.
इसमें एस्पोलिफेनोल्स, फ्लेवनॉल्स और कैटेचिन जैसे शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट पाए जाते हैं. विशेषज्ञों के अनुसार, डार्क चॉकलेट में ब्लूबेरी या अन्य प्रकार के बेरीज की तुलना में अधिक एंटीऑक्सीडेंट होते हैं. डार्क चॉकलेट खाने से आप हमेशा एक्टिव रह सकते हैं.
डार्क चॉकलेट का सेवन हृदय रोग के लिए कई महत्वपूर्ण जोखिम कारकों में सुधार कर सकता है. एक अध्ययन में पाया गया कि कोको पाउडर पुरुषों में खराब कोलेस्ट्रॉल को काफी कम करता है. इतना ही नही, इसके नियमित सेवन से शरीर में कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.