योग अस्थमा या दमा को ठीक करने में मदद कर सकता है. ये बात सुनकर हो सकता है कि एक बार में आपको यकीन न आए लेकिन ये सच है. अस्थमा या दमा के कई कारण (Causes of Asthma) हो सकते हैं. दमा होने पर सांस लेने में तकलीफ होने लगती है और इसी वजह से फेफड़ों को जरूरी मात्रा में आक्सीजन नहीं मिल पाता है. योगाभ्यास से अस्थमा में आराम पाया जा सकता है और अगर अस्थमा (Asthma Prevention) नहीं है तो इसे टाला भी जा सकता है.
अस्थमा के कारण
अस्थमा होने के कई कारण हैं, यह पर्यावरण या आनुवंशिक जैसे कई कारकों के कारण हो सकता है. एलर्जी, दवा, श्वसन संक्रमण, तनाव और चिंता आदि भी अस्थमा के कारण हो सकते हैं.
अस्थमा के लिए योग (Yoga For Asthma)
अस्थमा के मरीजों को एक्सरसाइज से प्राकृतिक तौर पर राहत मिलती है लेकिन ज्यादा कठिन शारीरिक परिश्रम करना चुनौती भरा होता है. वहीं दूसरी तरफ योग धीमी और आसानी से होने वाली प्रक्रिया है. इस प्रक्रिया में गहरी सांसें लेना भी शामिल होता है. ये अस्थमा के मरीजों के लिए बेहद फायदेमंद होता है.
अस्थमा से राहत दिला सकता है सेतुबंधासन योगासन
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पीठ के बल लेट जाएं.
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दोनों हाथ शरीर के साथ सीधे रखें.
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हथेली को जमीन से लगा लें. अब घुटनों को मोड़ें, जिससे कि तलवे जमीन से लगें.
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अब सांस लें और कुछ देर तक इसे रोक कर रखें. धीरे-धीरे कमर को जमीन से ऊपर उठा लें.
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कमर को इतना ऊपर उठाएं कि छाती ठुड्डी को छू ले.
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कोहनी से मोड़ें और हथेलियों को कमर से नीचे ले आएं.
अस्थमा से मिलेगी राहत, करें वज्रासन (Vajrasana)
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इसे करने के लिए एक मैट बिछाएं और इसके ऊपर घुटनों को पीछे की ओर करते हुए बैठ जाएं
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अब पेल्विस को अपनी एड़ी पर टिकाएं
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अपनी एड़ियों के बीच में थोड़ा गैप रखें
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अपनी हथेलियों को अपनी जांघों पर रखें
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अपनी पीठ को सीधा करें और आगे देखें
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इस पोज में थोड़ी देर बैठें रहें और फिर पोस्चर बदल सकते हैं
अर्ध मत्येंद्र आसन से पाएं अस्थमा से छुटकारा
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पैरों को आगे की तरफ कर चटाई पर बैठ जाएं. बायें पैर को मोड़कर एड़ी कूल्हों के नीचे ले आएं.
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अब पैर के तलवे को दाहिनी जांघ के साथ लगा दें.
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अब दाहिने पैर को घुटने से मोड़ कर खड़ा कर लें और बायें पैर की जांघ से ऊपर ले जाते हुए जांघ के पीछे जमीन के ऊपर करें.
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बायें हाथ को दाहिने पैर के घुटने के बगल में दबा लें और दाहिये पैर का अंगूठा पकड़ें. दांया हाथ पीठ के पीछे से घुमा कर बायें पैर की जांघ को पकड़ें.
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चेहरे को दांयी ओर घुमाएं इतना कि ठोड़ी और बांयां कन्धा एक सीध में हो जाएं.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.