Health Tips: डिप्रेशन के बढ़ते असर को कंट्रोल करना हमारे अपने हाथ में होता है. अगर आप हर समय तनाव में रहते हैं तो यह आपके गिरते मानसिक स्वास्थ्य की ओर संकेत दे रहे है. खुद को तनावमुक्त और तरोताजा रखने का सबसे बेहतरीन उपाय है मेडिटेशन यानी ध्यान लगाना, लेकिन मेडिटेशन का लाभ तभी होता है, जब आप इसे सही तरीके से करते हैं. यह शारीरिक और मानसिक तौर पर हमें स्वस्थ बनाये रखने में मदद करता है. मेडिटेशन के कई तरीके हैं, जिनको अलग-अलग तरह से किया जा सकता है. किसी खास तरह के मेडिटेशन के लिए अनुभवी ट्रेनर से ट्रेनिंग जरूर लें, लेकिन सामान्य मेडिटेशन के लिए कुछ जरूरी बातों पर अमल कर आप ध्यान लगा सकते हैं.
सही समय का चुनाव
मेडिटेशन के लिए सही समय का चुनाव करना जरूरी है. अधिकांश लोग सुबह-सुबह मेडिटेशन करते हैं. आप चाहें तो दिन में कभी भी एक समय निर्धारित करके मेडिटेशन कर सकते हैं, जब आपको कोई व्यवधान न पहुंचाये. आमतौर पर सूर्योदय और सूर्यास्त का समय मेडिटेशन के लिए सबसे उपयुक्त माना जाता है.
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एकाएक आंखें न खोलें
मेडिटशन को बंद करते वक्त एकाएक आंखें न खोलें. धीरे-धीरे ध्यान क्रिया से खुद को दूर करें. रिलैक्स रहें और श्वास धीरे- धीरे छोड़ें.
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एक शांत स्थान चुनें
मेडिटेशन के लिए आपको एक शांत वातावरण की जरूरत होगी. इससे ध्यान लगाने और एकाग्रता को कायम रखने में मदद मिलती है.
सही पॉश्चर में बैठें
कमर सीधी करके बैठना मेडिटेशन के लिए सही पॉश्चर है. इससे ध्यान लगाने और श्वसन प्रणाली की क्षमता मजबूत होती है. सीने को चौड़ा रखें और पालथी मारकर बैठें. सिर सीधा रखें और आंखें बंद कर लें. अगर किसी वजह से आप बैठ पाने में समर्थ नहीं हैं, तो कुर्सी पर बैठ कर ही ध्यान कर सकते हैं.
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माइंड को पॉजिटिव रखें
मेडिटेशन के दौरान दिमाग में नकारात्मक विचारों को बिल्कुल न आने दें. एकाग्रता के लिए उल्टी गिनती गिनें और ध्यान लगाएं.
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वॉर्मअप से करें शुरुआत
मेडिटेशन से पहले शरीर को स्ट्रेच करें. साथ ही थोड़ी बहुत वॉर्मअप भी कर लें. इससे बॉडी मेडिटेशन के लिए तैयार हो जाती है.
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ब्रीदिंग एक्सरसाइज करें
मेडिटेशन के लिए ब्रीदिंग एक्सरसाइज आवश्यक है. धीरे-धीरे सांस लें और छोड़ें. श्वसन क्रिया पर फोकस करते हुए ध्यान लगाएं. गहरी सांस लें और इस क्रिया को दोहराएं. इससे ध्यान को केंद्रित करने में आपको मदद मिलेगी.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.