Yoga Asanas for Stiffness: लंबे समय तक बैठे रहने से शरीर में आई अकड़न दूर करेंगे ये योग आसन
इन प्रभावी योग आसनों से शरीर की अकड़न दूर करें. जानें कि ताड़ासन, अर्धचक्रासन और वृक्षासन किस तरह लचीलापन बढ़ा सकते हैं और शारीरिक तंदुरुस्ती को बढ़ावा दे सकते हैं.
Yoga Asanas for Stiffness:योग एक शक्तिशाली अभ्यास है जो न केवल मन को पोषित करता है बल्कि शरीर को भी पुनर्जीवित करता है.यदि आप शरीर की अकड़न(Stiffness) की समस्या से जूझ रहे हैं, तो अपने दिनचर्या में विशिष्ट योग आसनों (Yoga Asanas) को शामिल करना लाभकारी हो सकता है.
इस वेब स्टोरी में, हम तीन प्रभावी योग आसनों- ताड़ासन, अर्धचक्रासन और वृक्षासन के बारे में जानेंगे- जो अकड़न को कम करने, लचीलेपन में सुधार करने और समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मदद करते हैं.
1. ताड़ासन (पर्वत मुद्रा)
- अपने पैरों को एक साथ और हाथों को अपनी बगल में रखकर सीधे खड़े हो जाएं.
- गहरी सांस लें और अपनी उंगलियों को आपस में जोड़ते हुए अपनी बाहों को ऊपर की ओर फैलाएं.
- अपनी एड़ियों को उठाएं और अपने पैर की उंगलियों पर संतुलन बनाते हुए अपने पूरे शरीर को ऊपर की ओर खींचें.
- गहरी सांस लेते हुए 10-15 सेकंड के लिए मुद्रा में रहें.
- सांस छोड़ें और शुरुआती स्थिति में वापस आएं.
लाभ: ताड़ासन रीढ़ की हड्डी को लंबा करने, मुद्रा में सुधार करने और पीठ और कंधों से तनाव दूर करने में मदद करता है. यह जांघों, घुटनों और टखनों को मजबूत बनाता है, स्थिरता बढ़ाता है. ताड़ासन के नियमित अभ्यास से शरीर की जागरूकता बढ़ती है और पूरे शरीर में अकड़न कम होती है.
Also Read: Stress-Relieving Drinks: तनाव कम करने में मददगार है ये हेल्दी ड्रिंक्स
2. अर्धचक्रासन (हाफ व्हील पोज़)
- अपने पैरों को कूल्हे की चौड़ाई से अलग रखें और अपनी भुजाओं को अपनी बगल में रखें.
- सांस लें और धीरे-धीरे अपनी भुजाओं को अपने सिर के ऊपर उठाएँ.
- सांस छोड़ते हुए धीरे-धीरे पीछे की ओर झुकें, अपने कूल्हों को आगे की ओर धकेलें और अपनी पीठ को मोड़ें.
- अपनी गर्दन को आराम से रखें और ऊपर की ओर देखें.
- स्थिर सांस लेते हुए 10-15 सेकंड के लिए मुद्रा में रहें.
- सांस लेते हुए शुरुआती स्थिति में वापस आएं.
लाभ: अर्धचक्रासन छाती, पेट और रीढ़ की हड्डी को फैलाता है, लचीलापन बढ़ाता है और पीठ में अकड़न से राहत देता है. यह पेट की मांसपेशियों को मजबूत करते हुए हाथों और पैरों को भी मजबूत बनाता है. यह मुद्रा फेफड़ों की क्षमता को बढ़ाती है और शरीर को ऊर्जा प्रदान करती है.
3. वृक्षासन (ट्री पोज़)
- अपने पैरों को एक साथ और हाथों को अपनी बगल में रखकर सीधे खड़े हो जाएं.
- अपना वजन अपने बाएं पैर पर डालें और अपने दाएं घुटने को मोड़ें.
- अपने दाएं पैर के तलवे को अपनी बाएं भीतरी जांघ पर रखें.
- सांस लें और अपनी हथेलियों को प्रार्थना की मुद्रा में एक साथ लाते हुए अपने हाथों को ऊपर उठाएं.
- संतुलन बनाए रखने के लिए अपने सामने एक बिंदु पर ध्यान केंद्रित करें.
- 15-20 सेकंड के लिए मुद्रा में रहें, फिर यहीं क्रिया दुसरे पैर से करें.
लाभ: वृक्षासन संतुलन, स्थिरता और एकाग्रता को बढ़ाता है. यह पैरों, घुटनों और टखनों को मजबूत बनाता है, साथ ही जांघों, छाती और कंधों को भी स्ट्रेच करता है. यह मुद्रा मुद्रा को बेहतर बनाने और निचले शरीर में अकड़न को कम करने में मदद करती है.
इन तीन योग आसनों- ताड़ासन, अर्धचक्रासन और वृक्षासन को अपनी दिनचर्या में शामिल करने से अकड़न दूर करने (Yoga Asanas for Stiffness), लचीलेपन में सुधार करने और समग्र जीवन शक्ति को बढ़ाने में मदद मिल सकती है. योग के परिवर्तनकारी लाभों का अनुभव करने के लिए इनका नियमित अभ्यास करें.
Also Read:Daily Exercise for Healthy Lungs: फेफड़े की तंदुरुस्ती के लिए रोज करें ये 5 आसान
Also see : पीरियड्स के पेन से रिलिफ देता है पपीता, पाचन दुरुस्त करने के साथ बढ़ाता है इम्यूनिटी
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.