चेन्नई सुपर किंग्स के हरफनमौला खिलाड़ी रवींद्र जडेजा बुधवार को पसली की चोट के कारण आईपीएल 2022 के शेष सत्र से बाहर हो गये. सीएसके ने एक आधिकारिक विज्ञप्ति के माध्यम से इस बारे में जानकारी दी. जडेजा ने खुद अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर अपनी चोट को लेकर कोई बयान नहीं दिया है. तब से फ्रेंचाइजी और ऑलराउंडर के बीच संभावित ‘दरार’ को लेकर कई तरह की अटकलें लगायी जा रही हैं.
भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज आकाश चोपड़ा ने रवींद्र जडेजा और सीएसके के बीच कथित दरार पर अपनी राय रखी है. आकाश चोपड़ा ने मुंबई इंडियंस और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच मैच के पहले कहा कि उन्हें लगता है कि जडेजा शायद सीएसके के लिए अगले साल नहीं खेल सकते हैं. चोपड़ा ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा कि चेन्नई के लिए मैंने कहा था कि जडेजा मैच नहीं खेलेंगे और मुझे लगता है कि वह अगले साल भी वहां नहीं होंगे.
Also Read: IPL 2022: रविंद्र जडेजा आईपीएल छोड़कर लौटे घर, इंस्टाग्राम पर चेन्नई सुपर किंग्स को किया अनफॉलो
आकाश चोपड़ा ने सुरेश रैना का उदाहरण देते हुए कहा कि फ्रेंचाइजी अचानक खिलाड़ियों से नाता तोड़ लेती है और ऐसा पहले भी देखा गया है. उन्होंने कहा कि सीएसके खेमे में ऐसा बहुत होता है कि चोटों पर कोई स्पष्टता नहीं होती है और फिर एक खिलाड़ी नहीं खेलता है. मुझे याद है कि यह 2021 में हुआ था, जब सुरेश रैना एक समय तक खेले और उसके बाद चीजें समाप्त हो गयीं.
चोपड़ा ने कहा कि इसलिए, मुझे नहीं पता कि जड्डू (रवींद्र जडेजा) के साथ क्या मामला है, लेकिन उनकी अनुपस्थिति सीएसके के लिए एक समस्या होगी. सीएसके ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर भी जडेजा के चोटिल होने की खबर का जिक्र किया. सीएसके ने इंस्टाग्राम पर लिखा कि जडेजा चोट के कारण आईपीएल के बाकी हिस्सों में नहीं खेलेंगे. हम उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं. मीडिया रिपोर्ट्स में एक बात और सामने आयी है कि रवींद्र जडेजा ने इंस्टाग्राम पर सीएसके को अनफॉलो कर दिया है और इसने अफवाहों को और हवा दी है.
Also Read: IPL 2022: LPG सिलेंडर बेचने वाले का बेटा आईपीएल में मचा रहा धमाल, ‘मिस्टर IPL’ को मानता है अपना आदर्श
ऑलराउंडर आईपीएल 2022 में सीएसके के लिए सबसे महंगे खिलाड़ी थे, जिन्हें 16 करोड़ रुपये में रिटेन किया गया था. टूर्नामेंट की शुरुआत से कुछ दिन पहले उन्हें टीम का कप्तान भी नियुक्त किया गया था. हालांकि, सीएसके ने उनकी कप्तानी में अपने आठ मैचों में छह गेम गंवाए. जडेजा ने अपना फॉर्म भी खो दिया और केवल 111 रन बनाने में सफल रहे और इन मैचों में तीन विकेट लिए. इसके बाद उन्होंने अपने खेल पर ध्यान केंद्रित करने के लिए टीम की कप्तानी छोड़ दी.