Jharkhand news: पूर्वी सिंहभूम का धालभूमगढ़ और बोकारो एयरपोर्ट को लेकर बीजेपी के सांसद और विधायक ने केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से मिले. इस दौरान बोकारो एयरपोर्ट का नाम विनोद बिहारी महतो के नाम पर करने की मांग की. वहीं, धालभूमगढ़ एयरपोर्ट के निर्माण में हो रही देरी पर भी चिंता जतायी. इस मामले में एक ज्ञापन सौंपा गया. इस पर केंद्रीय मंत्री श्री सिंधिया ने समाधान का आश्वासन दिया. मुलाकात करने वालों में जमशेदपुर सांसद श्री महतो के अलावा गिरिडीह के सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी, पुरुलिया के सांसद ज्योतिर्मयी सिंह महतो एवं गोमिया के विधायक लंबोदर महतो भी शामिल थे.
जमशेदपुर सांसद विद्युत वरण महतो ने केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से मुलाकात कर धालभूमगढ़ एयरपोर्ट के निर्माण में हो रही देरी पर चिंता जतायी. इस संबंध में एक ज्ञापन सौंपकर निर्माण का मार्ग प्रशस्त करने को आग्रह किया. केंद्रीय मंत्री श्री सिंधिया ने सांसद श्री महतो को कहा कि राज्य से फॉरेस्ट क्लीयरेंस यदि प्राप्त नहीं हो रहा है, तो इस मामले में वे सीधे राज्य के मुख्यमंत्री से बातचीत करेंगे. उन्होंने कहा कि वे भी चाहते हैं कि जमशेदपुर में एक अच्छे और बेहतर एयरपोर्ट का निर्माण यथाशीघ्र कराया जाये. इसके लिए वे निजी रूप से रुचि लेकर इस पर कार्य करेंगे. सांसद श्री महतो ने श्री सिंधिया को जमशेदपुर आने का आमंत्रण दिया, जिसे उन्होंने सहर्ष स्वीकार किया. कहा कि निकट भविष्य में जल्द ही जमशेदपुर का कार्यक्रम तय करेंगे.
मालूम हो कि सांसद श्री महतो ने विगत लोकसभा सत्र के दौरान केंद्रीय मंत्री से मिलकर धालभूमगढ़ एयरपोर्ट का निर्माण यथाशीघ्र कराने का मांग की थी. सांसद ने एक दिसंबर को लोकसभा में शून्यकाल के दौरान भी इस मामले को उठाया था. सांसद श्री महतो के लोकसभा में इस मामले को उठाने के बाद केंद्रीय नागर विमानन राज्य मंत्री जनरल डॉ वीके सिंह ने सांसद श्री महतो को पत्र लिखकर सूचित किया था कि एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया एटीआर-72 प्रकार के विमान के प्रचालन के लिए 99.36 करोड़ की लागत से धालभूमगढ़ हवाई अड्डे का विकास कर रही है. इस संबंध में केंद्र ने नागर विमानन विभाग, झारखंड सरकार को यह सलाह दी थी कि वह मुख्य वन्य वार्डन के साथ समन्वय के लिए एक फॉरेस्ट क्लीयरेंस कंसल्टेंट की नियुक्ति करें. परियोजना की मंजूरी के लिए पर्यावरण मूल्यांकन समिति को उपयुक्त प्रस्ताव प्रस्तुत कराया जा सके.
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सांसद विद्युत वरण महतो ने कहा कि केंद्रीय राज्य मंत्री वीके सिंह ने यह भी कहा था कि एएआइ, राज्य सरकार एवं उनके सलाहकार के साथ पर्यावरण मंजूरी एवं अन्य संबंधित मुद्दों को हल करने का निरंतर प्रयास कर रहा है, ताकि परियोजना पर कार्य शीघ्र शुरू किया जा सके. श्री सिंह ने यह भी लिखा था कि इस संबंध में राज्य के नागर विमानन विभाग एवं वन विभाग के अधिकारियों और विमानपत्तन निदेशक रांची के बीच 6 अक्तूबर, 2021 को एक बैठक भी आयोजित की गयी थी, जिसमें राज्य से फॉरेस्ट क्लीयरेंस संबंधित मुद्दों को हल करने के लिए चर्चा की गयी.
राज्य से फॉरेस्ट क्लीयरेंस प्राप्त होने पर ही एएआइ, पर्यावरण वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय से पर्यावरण मंजूरी के प्राप्त करने के लिए कार्रवाई करने में सक्षम होगा. सांसद श्री महतो ने आशा व्यक्त कि है कि धालभूमगढ़ एयरपोर्ट के निर्माण से जमशेदपुर ही बल्कि झारखंड, ओड़िशा और बंगाल सहित तीनों राज्यों के लोगों को बड़ी एयर कनेक्टिविटी सुविधा उपलब्ध होगी और इस क्षेत्र का विकास का मार्ग प्रशस्त हो सकेगा.
वहीं, बोकारो एयरपोर्ट का नाम विनोद बिहारी महतो के नाम से करने की भी बात केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री से की गयी. इस दौरान एक पत्र सौंपकर संयुक्त रूप से आग्रह किया है कि बोकारो स्थित हवाई अड्डे का नामकरण झारखंड आंदोलन के अगुआ पूर्व सांसद एवं बिहार विधानसभा के पूर्व सदस्य विनोद बिहारी महतो के नाम पर किया जाये.
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उन्होंने कहा है कि प्रधानमंत्री की उड़ान योजना के तहत झारखंड राज्य के बोकारो हवाई अड्डा का चयन किया गया था. जिसका कार्य भौतिक रूप से पूरा हो चुका है. इसका उद्घाटन कभी भी किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि झारखंड राज्य का निर्माण में स्वर्गीय विनोद बिहारी महतो की भूमिका अत्यंत अग्रणी एवं महत्वपूर्ण रही है. उन्होंने यह भी कहा कि उनका निधन दिल्ली में हुआ. इसके बाद उनके पार्थिव शरीर को सबसे पहले बोकारो हवाई अड्डा लाया गया था, जहां लाखों लोगों ने उन्हें अपनी अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि दी थी.
स्वर्गीय महतो का इस हवाई अड्डे से आत्मिक एवं भावनात्मक लगाव रहा है. झारखंड राज्य की 3.33 करोड़ जनता की प्रबल इच्छा एवं आकांक्षा है कि वह हवाई अड्डा का नामकरण झारखंड आंदोलन के भीष्म पितामह विनोद बिहारी महतो के नाम से किया जाये. इस पर केंद्रीय मंत्री श्री सिंधिया ने उन्हें आश्वस्त किया कि वे इसपर गंभीरता पूर्वक विचार करेंगे. इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई एवं प्रक्रिया पूरी करेंगे.
Posted By: Samir Ranjan.