Jharkhand News (जमशेदपुर) : पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के साथ ही बंगाल के विभिन्न क्षेत्रों में राजनीतिक हिंसा का दौर शुरू हो गया. टीएमसी कार्यकर्ताओं पर लगातार भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या, घरों-दुकानों की लूटने एवं मारपीट करने का आरोप लग रहे हैं. इन घटनाओं से भाजपा कार्यकर्ता आक्रोशित हैं. भाजपा ने इसे लेकर बुधवार को देशव्यापी धरना- प्रदर्शन किया. बंगाल परिणाम आने के बाद सरकार समर्थित हिंसा व भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या के विरोध में बुधवार को भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सह पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास भी बुधवार को एग्रिको स्थित आवासीय कार्यालय में धरना पर बैठे.
धरना देने के क्रम में पूर्व सीएम रघुवर दास ने कहा कि बंगाल में चुनाव के बाद बर्बर हिंसा की घटनाएं उद्वेलित करती है. चुनाव लोकतंत्र का उत्सव होता है, लेकिन बंगाल में चुनाव के पहले हिंसा, आगजनी, बमबारी, तोडफाेड़, चुनाव के दौरान भी उन्हीं हिंसक घटनाओं का दोहराव और चुनाव के बाद भाजपा के दर्जन भर कार्यकर्ताओं की हत्या, दो महिला कार्यकर्ताओं के साथ सामूहिक दुष्कर्म, पार्टी कार्यालयों पर हमले तथा आगजनी की घटनाओं ने हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्था पर एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है.
पूर्व सीएम श्री दास ने कहा कि दुष्कर्म भाजपा की महिलाओं के साथ नहीं, बल्कि लोकतंत्र के साथ हुआ है. हत्या जनतंत्र की हुई है और जम्हूरियत शर्मसार हुई है. संविधान और लोकतंत्र की दुहाई देने वाले पाखंडी टीएमसी वालों को यह पता ही नहीं है कि भाजपा संघर्ष तथा हमले को झेलते हुए ही यहां तक पहुंची है.
श्री दास ने कहा कि बंगाल की लड़ाई भी वह लोकतांत्रिक-संवैधानिक तरीके से लड़ने में समर्थ है. भाजपा तीन सीटों से 77 तक पहुंची है और वह भी विषम परिस्थिति में लड़ी थी. उन्होंने कहा कि हम अपने कार्यकर्ताओं के साथ मजबूती से खड़े हैं. ममता को संविधान की शपथ का पालन करना चाहिए.
वहीं, भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी ने कहा कि गुंडों के बल पर लोकतंत्र को हाईजैक करने की कोशिश कर रही हैं ममता बनर्जी. राजनीतिक बदलना लेना ठीक नहीं. बंगाल में भाजपा समर्थक पिटेंगे, तो अन्य राज्यों में टीएमसी कार्यकर्ता भी स्वयं को असुरक्षित महसूस कर सकते हैं.
भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ दिनेशानंद गोस्वामी ने कहा कि ममता बनर्जी के संरक्षण सत्ता के नशे में तृणमूल कांग्रेस के गुंडों ने 11 भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या की. भाजपा महानगर अध्यक्ष गुंजन यादव ने ऐसी हिंसा एवं घृणित कृत्यों का लोकतंत्र में कोई स्थान नहीं है. बंगाल में चुनाव परिणाम के बाद हिंसा की घटनाओं से आक्रोशित पूर्व जिलाध्यक्ष एवं इंदस विधानसभा के चुनाव प्रभारी रहे दिनेश कुमार ने तीव्र भर्त्सना की है.
उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं की राजनीतिक हत्या, दुष्कर्म के वारदातों के विरुद्ध पार्टी निर्देशित आंदोलन के तहत धरना दिया. उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को लोकतंत्र का हत्यारा बताते हुए बंगाल में हुए हिंसा का दोषी बताया.
भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष अभय सिंह ने कहा कि बंगाल में हिंसा हो रही है. हिंसा टीएमसी कार्यकर्ता कर रहे हैं. पुलिस प्रशासन का उन्हें समर्थन ममता बनर्जी के कारण हासिल है. कांग्रेस एवं लेफ्ट का बेनकाब चेहरा ममता बनर्जी के साथ खड़ा दिख रहा है. बंगाल में राष्ट्रपति शासन लागू हो.
धरना में पूर्व प्रदेश प्रवक्ता राजेश शुक्ल, किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष राजकुमार सिंह, देवेंद्र सिंह, अनिल मोदी, पप्पू सिंह, कृष्णा शर्मा काली, बबुआ सिंह, राजेश सिंह, भरत सिंह, सुधांशु ओझा, संजीव सिन्हा, राकेश सिंह, पुष्पा तिर्की, जितेंद्र राय, मंजीत सिंह, नीलू मछुआ, मनोज राम, राजीव सिंह, बोलटू सरकार, प्रेम झा, मणि मोहंती, अमित अग्रवाल, धर्मेंद्र प्रसाद, जटा शंकर पांडेय, विकास सिंह, श्रीकांत देव समेत सभी मंडलाध्यक्ष, मंच मोर्चा व सक्रिय पदाधिकारियों ने अपने-अपने घरों में बैठ कर धरना दिया.
Posted By : Samir Ranjan.