जमशेदपुर: हावड़ा रेल मंडल के रसूलपुर और शक्तिगढ़ के बीच नयी तीसरी लाइन के निर्माण को लेकर रसूलपुर, पालसीट और शक्तिगढ़ में नन-इंटरलॉकिंग कार्य के कारण ट्रैफिक ब्लॉक लिया जा रहा है. इस कारण हावड़ा-बर्द्धमान कॉर्ड लाइन और मेन लाइन के अप और डाउन लाइन पर चलने वाली 50 से अधिक ट्रेनों को रद्द किया गया है. कई ट्रेनों के मार्ग में बदलाव किया गया है. आसनसोल रेल मंडल के पीआरओ के अनुसार 14 से 16 सितंबर यानी तीन दिनों के लिए पावर और ट्रैफिक ब्लॉक लिया जायेगा.
14 से 16 सितंबर तक पावर और ट्रैफिक ब्लॉक
हावड़ा रेल मंडल के रसूलपुर और शक्तिगढ़ के बीच नयी तीसरी लाइन के निर्माण को लेकर रसूलपुर, पालसीट और शक्तिगढ़ में नन-इंटरलॉकिंग कार्य के कारण ट्रैफिक ब्लॉक लेने की वजह से कई ट्रेनों के निर्धारित प्लेटफॉर्म में भी परिवर्तन किया गया है. इस कारण हावड़ा मंडल में आने जाने वाली ट्रेनों के समय में बदलाव किया गया है. इस संबंध में आसनसोल रेल मंडल के पीआरओ के हवाले से बताया गया है कि 14 से 16 सितंबर यानी तीन दिनों के लिए पावर और ट्रैफिक ब्लॉक लिया जायेगा.
फर्जी डिग्री मामले में हटाये गये न्यूवोको के डॉक्टर
इधर, जमशेदपुर के न्यूवोको विस्टास कार्प जोजोबेड़ा सीमेंट प्लांट के डॉ महेंद्र कुमार को फर्जी सर्टिफिकेट मामले में कंपनी प्रबंधन ने हटा दिया है. डॉ महेंद्र कुमार को अपनी डिग्री सही साबित करने को कहा गया है. जब तक डिग्री की सत्यता साबित नहीं करते हैं तब तक कंपनी में कर्मचारियों का इलाज नहीं करेंगे. परसुडीह हलुदबनी नामोटोला निवासी पप्पू सिंह ने डॉ महेंद्र कुमार के सर्टिफिकेट को फर्जी बताते हुए डीसी, सिविल सर्जन से जांच कराने की मांग रखी थी. आरोप था कि वर्ष 2021 में डॉ महेंद्र कुमार को प्लांट के अंदर डिस्पेंसरी चलाने के लिए उनके फर्म राम कृष्णा हेल्थ सर्विसेज को टेंडर दिया था. खुद को डॉक्टर के रूप में स्थापित कर महेंद्र कुमार ने डिस्पेंसरी चलाने का टेंडर फर्जी डिग्री से ले लिया.
सूचना के अधिकार से खुलासा
सूचना के अधिकार के तहत पप्पू सिंह ने जिले के मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी से जानकारी मांगी. उन्हें जवाब मिला कि डॉ महेंद्र का सर्टिफिकेट इस कार्यालय में उपलब्ध नहीं है. रामकृष्णा हेल्थ सर्विसेस क्लिनिकल इस्टैबलिशमेंट एक्ट 2010 के अंतर्गत पंजीकृत नहीं है. कोल्हान प्रमंडल के उपनिदेशक सह अनुज्ञापन प्राधिकारी ने बताया कि महेंद्र कुमार की तंतुबाई की एमबीबीएस डिग्री है, जो कि कंप्यूटर ऑनलाइन प्रणाली में नहीं है. पप्पू सिंह की शिकायत पर डीसी ने पूरे मामले की जांच का आदेश दिया है. फिलहाल मामले की जांच चल रही है.