Jharkhand News: पारसनाथ को जैनियों के साथ-साथ आदिवासियों का भी तीर्थस्थल घोषित करने, सरना धर्म कोड करने, झारखंड में संथाली भाषा को राज्य का प्रथम राजभाषा बनाने, असम एवं अंडमान के आदिवासियों को एसटी का दर्जा दिलाने समेत अन्य मांगों को लेकर आदिवासी सेंगेल अभियान का झारखंड समेत पांच राज्यों में रेल चक्का जाम किया गया. इसके कारण हावड़ा-बड़बिल जनशताब्दी एक्सप्रेस समेत दर्जन भर से अधिक ट्रेनों को रद्द किया गया है. वहीं, देवघर समेत कोल्हान और पश्चिम बंगाल के खड़गपुर रेल मंडल स्थित खेमासुली रेलवे स्टेशन के पास लोगों ने रेलवे ट्रेक जाम कर दिया.
दर्जन भर से अधिक ट्रेनें रद्द
आदिवासी सेंगेल अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पूर्व सांसद सालखन मुर्मू के आहूत रेल चक्का जाम का असर दिखने लगा है आदिवासी सेंगेल अभियान के कार्यकर्ताओं द्वारा खड़गपुर रेल मंडल के खेमासुली स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक जाम करने के दर्जन भर से अधिक ट्रेनों को रद्द किया गया. वहीं, कई ट्रेनों का रुट बदला गया है. ट्रेनों को रद्द किये जाने के कारण रेल यात्रियों को पूरा रुपये रेलवे की ओर से रिफंड किया गया.
इन ट्रेनों को किया गया रद्द
टाटा-हावड़ा स्टील अप/डाउन एक्सप्रेस, झाड़ग्राम-धनबाद एक्सप्रेस अप/डाउन ट्रेन, सुबह 8.50 बजे टाटानगर स्टेशन से खुलने वाली टाटा-खड़गपुर पैसेंजर अप/डाउन, हावड़ा-टिटलागढ़ इस्पात एक्सप्रेस ट्रेन, हावड़ा-बड़बिल जनशताब्दी अप/डाउन आदि ट्रेनों को रेलवे की ओर से रद्द कर दिया गया है.
इन ट्रेनों का बदला गया मार्ग
हावड़ा-पुणे दुरंतो और आनंद विहार-भुवनेश्वर संपर्कक्रांति एक्सप्रेस ट्रेनों का मार्ग बदलकर मिदनापुर होकर चलाया गया. राजेंद्रनगर-टाटा-दुर्ग (13288) ट्रेन को पुरूलिया स्टेशन से ही बदले मार्ग से रवाना किया गया. धनबाद से टाटानगर आनेवाली सुवर्णरेखा एक्सप्रेस को मुरी से ही धनबाद के लिये रवाना किया गया.
चांडिल रेलवे स्टेशन के पास नीलांचल और पुरुषोत्तम एक्सप्रेस रुकीं
इधर, सरायकेला-खरसावां जिला के चांडिल रेलवे स्टेशन के समीप लेंगडीह-सिकली के बीच रेल चक्का जाम किया गया. इससे नीलांचल और पुरुषोत्तम एक्सप्रेस घंटों रुकी रहीं. कार्यकर्ताओं ने रेल चक्का जाम कर रेलवे ट्रैक पर जमकर नारेबाजी किया. इसके बाद आरपीएफ, जीआरसीएस व स्थानीय चांडिल पुलिस के समझाने के बाद आदिवासी सेंगेल अभियान के कार्यकर्ताओं ने करीब जाम को हटाया.