जमशेदपुर: भारतीय रेलवे से टाटा समूह की सबसे बड़ी स्टील निर्माता कंपनी टाटा स्टील को कई बड़े ऑर्डर मिले हैं. ट्रायल रन पर चल रही वंदे भारत एक्सप्रेस में टाटा स्टील को सीटिंग की व्यवस्था की जिम्मेदारी दी गयी है. टाटा स्टील की ओर से न्यू मेटेरियल बिजनेस (एनएमबी) की ओर से यूरोपियन स्टैंडर्ड की सीट तैयार की जा रही है. एलएचबी 1 एसी, 2 एसी और 3 एसी में इस तरह की आरामदेह कुर्सियां टाटा स्टील तैयार कर रही है.
इसके अलावा टाटा स्टील रेलवे को खिड़की, पैनल और ट्रफ की सप्लाई भी कर रही है. टाटा समूह की अन्य कंपनियों के सहयोग से इसका काम समय पर पूरा हो, यह सुनिश्चित किया जा रहा है. रेलवे के कोच की जरूरत के अनुसार उसके इंटीरियल को टाटा स्टील उपलब्ध करा रही है.
2019 से कंपोजिट और न्यू मेटेरियल बिजनेस पर आगे बढ़ते हुए कंपनी तीन साल में फाइबर रिइनफोर्स्ड पोलिमर के जरिये साइडवाल, सीलिंग पैनल, इंटीरियल फर्निशिंग तैयार कर रही है. इसके तहत वंदे भारत एक्सप्रेस में करीब 145 करोड़ रुपये का वर्कऑर्डर टाटा स्टील को दिया गया है.
इसके जरिये 22 ट्रेनों के प्रति ट्रेन 16 कोच के लिए सीटिंग का इंतजाम करना है. यह पहली बार हवाई जहाज की तर्ज पर तैयार किया जा रहा है, जो 180 डिग्री तक घूम सकेगा. टाटा स्टील की ओर से जो नया प्रोडक्ट तैयार किया गया है, उसमें फायर से भी बचाव की अच्छी व्यवस्था है. आग लगने की स्थिति में कुर्सी नहीं जलेगी.
देश में शुरू होने वाले मुंबई-अहमदाबाद हाइस्पीड ट्रेन के लिए टाटा स्टील द्वारा 4200 मीट्रिक टन लो रिलेक्सेशन प्रेस्ट्रेस्ड कंक्रीट की सप्लाई की जानी है. टाटा स्टील ग्लोबल वायर इंडिया द्वारा सुपर स्ट्रक्चर में इसकी सप्लाइ शुरू की गयी है. यह काफी सुरक्षित कंक्रीट है, जो प्री-स्ट्रेस्ड तकनीक से लैस है. इससे कंक्रीट में होने वाले खर्च पर करीब 15 फीसदी की कमी आती है. हाई स्पीड ट्रेन की शुरू होने वाली सुविधा में टाटा स्टील ग्लोबल वायर्स इंडिया का 65 फीसदी का शेयर है.
टाटा स्टील महाराष्ट्र के खपोली में नीदरलैंड के सहयोग से तकनीकी पार्टनर के तौर पर कंपनी संचालित करेगी, जिसमें सैंडविच पैनल टाटा स्टील की ओर से भारतीय रेल के लिए तैयार किया जायेगा. रेल व मेट्रो कोच में आंतरिक साज-सज्जा के अलावा पैनल बनाने में सहायक होगा, जो एल्यूमिनियम हनीकांब से तैयार होगा. ग्लोबल मेट्रो, रेल कोच व इंडियन रेलवे इसकी खरीदार होगी.
रिपोर्ट- ब्रजेश सिंह