Jharkhand Crime News : जमशेदपुर न्यूज (निखिल सिन्हा) : जमशेदपुर के कदमा थानांतर्गत तिस्ता रोड में अपनी पत्नी, दो मासूम बेटियां और शिक्षिका की हत्या का आरोपी दीपक को पुलिस ने धनबाद पुलिस की मदद गिरफ्तार कर लिया है. उसे धनबाद के एचडीएफसी बैंक से गिरफ्तार किया गया. दीपक ने हत्या करने की बात भी स्वीकार कर ली है. पूछताछ में दीपक ने घटना की पूरी कहानी और योजना के बारे में जानकारी दी़. दीपक के पास से पुलिस ने नकद एक लाख रुपये और हत्या के दौरान प्रयोग में लाया गया सामान और चाकू बरामद कर लिया है.
एसएसपी डॉ एम तमिलवाणन ने कहा कि पूछताछ करने के बाद पुलिस उसे जेल भेजेगी़. ये जानकारी उन्होंने बिष्टुपुर थाना परिसर स्थित प्रेक्षागृह में संवाददाता सम्मेलन कर दी़. एसएसपी ने बताया कि हत्या का आरोपी दीपक अपने दोस्त रौशन और सोपोडेरा के रहने वाले प्रभु साहू की हत्या करना चाहता था़. उसे व्यापार में करीब 5 से 6 लाख रुपये का नुकसान हो गया था़, जिसका कारण वह रौशन और प्रभू को मान रहा था़. पुलिस को दीपक ने बताया कि वह कुछ दिनों से कर्ज होने के कारण परेशान था. प्रभु साहू सोपोडेरा दुर्गा पूजा मैदान के पास का रहने वाला है. वह उसका बचपन का दोस्त और पड़ोसी भी है. सोपोडेरा वाला पैतृक आवास को दीपक ने 40 लाख रुपये में बेच दिया़ था. उसके बाद उसके खाता में 20 लाख रुपये आया़, जबकि के 20 लाख उसके भाई के खाता में चला गया.
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30 लाख रुपये आने के बाद प्रभु ने उसे 17 लाख रुपये में अपना ही एक हाइवा और बुलेट बाइक बेच दिया़. हाइवा का पांच लाख रुपये का टैक्स भी बकाया था. कुछ दिनों तक हाइवा जोजोबेडा प्लांट में ठीक से चला़. इस दौरान उसे 60 से 65 हजार रुपये महीने का फायदा हो रहा था़, लेकिन लॉकडाउन के दौरान उसकी गाड़ी खड़ी हो गयी़. जिसके बाद रोशन ने दीपक की गाड़ी को ओडिशा की एक कंपनी में चलाने की बात कही और हाइवा को वहां भेज दिया. इस दौरान रोशन ने दीपक को एक रूपये नहीं दिये. दीपक ने जब जब रोशन से रूपये के बारे में जानकारी मांगी, तो वह बचत नहीं होने की बात कह कर बात काट दी़. इस दौरान दीपक को करीब 6 लाख का नुकसान हुआ. उसके बाद उसे लगा कि रौशन और प्रभु ने ही मिल कर उसे इसमें फंसा दिया है. उसके बाद वह रौशन व प्रभु की हत्या करने की योजना बनायी़. दोस्त की हत्या की योजना बनाने के पूर्व उसी दिन सोकर उठने के साथ ही 12 अप्रैल की सुबह करीब 8 बजे उसने अपनी पत्नी की सबसे पहले हत्या कर दी़, चूंकि उसका परिवार घर पर होने के कारण वह रोशन को मार नहीं पाता़, इसलिए पत्नी को और उसके बाद बड़ी बेटी, फिर छोटी बेटी की हत्या कर दी़. 12 अप्रैल को ही प्रभु की हत्या करने का पूरा प्लान भी दीपक ने बना लिया था. जिस दौरान जोजोबेड़ा जाने के लिए उसे टीचर की स्कूटी चाहिए थी. टीचर के उसके घर पर आने के साथ ही दीपक ने उसे चाकू दिखा कर उससे स्कूटी की चाबी मांगी़. चाकू देख कर टीचर काफी डर गयी और चिल्लाने लगी़. जब उसे दीपक दूसरे कमरे में ले गया तो वहां तीन शव देख कर टीचर और भी जोर-जोर से चिल्लाने लगी़. जिसके बाद दीपक ने उसके हाथ और मुंह टेप से बंद कर दिया और गला दबा कर उसकी हत्या कर दी.
हत्या करने के बाद उसने टीचर के साथ दुष्कर्म भी किया़. उसके बाद रोशन और उसके साला अंकित पर हमला किया़, लेकिन दोनों जख्मी होकर बाहर निकले, जिसके बाद दीपक भी वहां से निकल गया़. इस कांड में आरोपी को पकड़ने में सिटी एसपी सुभाष चंद्र जाट और उनकी टीम का बहुत ही बड़ा योगदान रहा़. टीम के प्रयास से आरोपी दीपक को पकड़ा गया है.
Posted By : Guru Swarup Mishra