Jharkhand News, Jamshedpur News, जमशेदपुर (पूर्वी सिंहभूम) : पूर्वी सिंहभूम जिला अंतर्गत जमशेदपुर के बिस्टुपुर स्थित बेल्डीह चर्च में वार्षिक आमसभा (Annual general meeting) में रविवार (28 फरवरी, 2021) काे काफी हंगामा हुआ. मामला बल्डीह चर्च के सदस्यों के बीच पैसों के बंदरबांट और अन्य अव्यवस्था काे लेकर था. मामले को लेकर चर्च के कस्टोडियन ने भी सवाल उठाया, लेकिन उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया गया. हालांकि, उनका कहना है कि वे चर्च के आजीवन सदस्य हैं.
बेल्डीह चर्च की एनुअल जनरल मीटिंग रविवार को हंगामेदार रही. मीटिंग में बताया गया कि वर्तमान में कमेटी अपना चुनाव कराने को तैयार है, लेकिन उनका कहना है कि पहले कमेटी लाखों रुपये का हिसाब किताब दे, इसके बाद चुनाव की प्रक्रिया शुरू करे. इन सब मामलों को लेकर काफी हंगामा हुआ.
बता दें कि ईसाई सर्विस सोसाइटी (Christian Service Society) द्वारा संचालित बिस्टुपुर बेल्डीह चर्च का वार्षिक चुनाव का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है. रविवार काे आमसभा होनी थी, जिसमें कुछ सदस्यों ने अपना विरोध प्रगट करते हुए हंगामा किया. इस मामले में नवल का कहना है कि 8 लाख रुपया किसी अधिकारी को देने का जिक्र कर पैसे का घोटाला किया गया है, जिसका हिसाब नहीं दिया गया. साथ ही कई अन्य कई गड़बड़ियों के बावजूद आमसभा बुलायी गयी थी. चुनाव से पहले पूरा मामला साफ करने को कहा गया, लेकिन ऐसा नहीं हुआ, जिस कारण बैठक का विरोध किया गया.
बेल्डीह चर्च के कस्टोडियन नवल ने बताया कि 28 फरवरी, 2021 को एजीएम होना था. हमलोग यहां कमेटी से सवाल- जवाब करने पहुंचे थे. पूर्व में डीबीआर चोरी हुआ. साढ़े आठ लाख कैश का मिलान नहीं हो रहा है. अध्यक्ष ने SDO को पत्र लिख कर हर साल चुनाव कराने को कहा था, लेकिन SDO का ट्रांसफर होते ही दो साल तक पद पर जमे रहे और कमेटी का संचालन किया.
उन्होंने कहा कि बेल्डीह चर्च क्रिश्चियन सर्विस सोसाइटी (Beldih Church Christian Service Society) द्वारा संचालित होता है. यहां अवैध निर्माण भी किया गया, जिसका विरोध किया था. कमेटी का कहना था कि 8.35 लाख किसी सरकारी अधिकारी को दिया गया है. इसे लेकर आवाज उठायी, तो उन्हें बाहर कर दिया गया. उन्होंने कहा कि जो भी कमेटी की गलत नीतियों का विरोध करता है, उसे बाहर कर दिया जाता है.
वर्तमान अध्यक्ष प्रदीप कुमार गुस्तव ने बताया विरोध करने वाले लोगों की सदस्यता समाप्त हो गयी है और वे बेकार का आरोप लगा रहे हैं. उन्होंने कहा कि कोविड के कारण सभा रद्द की गयी है. अभी अंदर जो बैठक हो रही है, उसे वे नहीं मानते क्योंकि अंदर कुछ ऐसे लोग भी हैं, जिनकी सदस्यता समाप्त हो चुकी है और कुछ निलंबित हैं. SDO ने काेविड नियमाें का हवाला देते हुए आमसभा की अनुमति प्रदान की थी. कमेटी के सदस्य ए सुधाकर ने आमसभा के लिए SDO से अनुमति मांगी थी.
Posted By : Samir Ranjan.