Jharkhand News, जमशेदपुर न्यूज (निसार) : कोरोना के बाद दोबारा से पूरे भारत में आर्चरी की वापसी हुई. जल्द ही नेशनल रैंकिंग टूर्नामेंट की वापसी होगी. ये बातें आर्चरी एसोसिएशन ऑफ इंडिया के सहायक सचिव गुंजन एब्रोल ने कहीं. उन्होंने बताया कि दिसंबर 2021 में फिर से नेशनल रैंकिंग टूर्नामेंट (एनआरटी) होंगे. उन्होंने टाटा का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि टाटा स्टील और एनटीपीसी की तरह अन्य औद्योगिक घराने को इस खेल के विकास के लिए सामने आना चाहिए. उन्होंने कहा कि जल्द ही झारखंड की राजधानी रांची में भी नेशनल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (एनसीओइ) का विकास किया जायेगा.
आइपीएल और आइएसएल के तरह भारत में आर्चरी लीग के आयोजन की योजना बनायी गयी है. 2022 से इस लीग को आयोजित करने पर विचार किया जा रहा है. चूंकि सफलता प्रसारण पर निर्भर करेगी. इसलिए लीग को देखने के लिए एक निश्चित दर्शक की जरूरत है. देश की तीन बड़ी कंपनियां लीग के आयोजन के लिए खुल के सामने आयी हैं.
भारतीय आर्चरी एसोसिएशन के सहायक सचिव गुंजन एब्रोल ने बताया कि जल्द ही झारखंड में भी नेशनल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (एनसीओइ) का विकास रांची में किया जायेगा. झारखंड सरकार से दो-तीन चरणों में बात हो चुकी है. उन्होंने बताया कि अभी तक सोनीतपत, गुवाहाटी, मणिपुर व औरंगाबाद जैसे शहरों में एनसीओइ का विकसित किया जा चुका है. इन सब जगहों पर सॉफ्टवेयर के जरिये खिलाड़ियों पर कड़ी नजर रखी जायेगी और प्रैक्टिस के दौरान होने वाली गलतियों को दुरुस्त किया जायेगा.
इतना ही नहीं, आर्चरी एसोसिएशन ऑफ इंडिया साइ (स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया) के साथ मिलकर टैलेंट सर्च जैसे कार्यक्रम संचालित कर रही है. इस बार से खिलाड़ियों को चुनने के बाद उनके प्रदर्शन का आंकलन होगा. अगर कोई खिलाड़ी लगातार बेहतर प्रदर्शन नहीं करते हैं तो उस खिलाड़ी को कार्यक्रम से बाहर किया जायेगा. अमेरिका में हाल ही में संपन्न हुए विश्व कप आर्चरी चैंपियनशिप के फाइनल के दौरान आर्चरी कांग्रेस का भी आयोजन हुआ. इसमें आर्चरी के नियमों में कई बदलाव किये गये हैं. इन सभी को जल्द ही भारत में भी अपनाया जायेगा.
लद्दाख की टीम जेआरडी में चल रहे सीनियर नेशनल आर्चरी चैंपियनशिप में पहली बार हिस्सा लिया. केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद लद्दाख के खिलाड़ियों को नेशनल चैंपियनशिप में हिस्सा लेने का मौका मिला है. पहले लद्दाख के खिलाड़ी जम्मू एंड कश्मीर की टीम से खेलते थे. भौगोलिक विषमता के कारण भी यहां के खिलाड़ियों के लिए प्रैक्टिस करना और खेल की अन्य सुविधाएं हासिल करना आसान नहीं है.
Posted By : Guru Swarup Mishra