Jamshedpur News: टेल्को वर्कर्स यूनियन का चुनाव रोकने का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है. झारखंड हाइकोर्ट की डिवीजनल बेंच के ( न्यायमूर्ति चंद्रशेखर और रत्नाकर भेगड़ा की बेंच) के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में टेल्को वर्कर्स यूनियन के पूर्व अध्यक्ष अमलेश कुमार ने डायरी नंबर ( 33989-2022 ) से अपील फाइल की है. अभी तक डायरी लिस्ट नहीं हुई है. न ही एसएलपी नंबर मिला है.टेल्को वर्कर्स यूनियन के पूर्व महामंत्री प्रकाश ने हाइकोर्ट का फैसला आने के बाद ही सुप्रीम कोर्ट में 17 सितंबर को ही कैविएट ( नंबर 8314-2022 ) फाइल कर रखा है. कोर्ट में कैविएट को स्वीकार किये जाने के बाद जब भी न्यायालय में पक्षकार की ओर से संबंधित कोई मामला या अपील आता है तो कोर्ट इसकी सूचना कैविएटर को देती है.
क्या है मामला
टेल्को वर्कर्स यूनियन चुनाव मामले में झारखंड हाइकोर्ट की डिवीजनल बेंच ( न्यायमूर्ति चंद्रशेखर और रत्नाकर भेगड़ा की बेंच ) ने 3 अगस्त 2022 को फैसला सुनाया कि साल 2017 में डीसी, एसएसपी की देखरेख में टेल्को वर्कर्स यूनियन का चुनाव कराने का फैसला सही है. पूर्व अध्यक्ष अमलेश और महामंत्री प्रकाश को यूनियन से बाहर निकाल कर गुरमीत सिंह को महामंत्री और अजय भगत को अध्यक्ष बनाये जाने का रजिस्ट्रार का फैसला गलत था. प्रकाश कुमार का कहना है कि झारखंड हाइकोर्ट की डबल बेंच ने आदेश दिया कि टेल्को वर्कर्स यूनियन के पुराने स्ट्रक्चर पर चुनाव कराये.
चुनाव टालने के लिए याचिका दायर की : प्रकाश
प्रकाश कुमार का आरोप है कि चुनाव टालने के लिए 20 अक्तूबर को सुप्रीम कोर्ट में हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ महंगे लॉ फार्म में से एक करंजावाला एंड कंपनी के मार्फत याचिका दायर की गयी है. इधर, टेल्को वर्कर्स यूनियन के पूर्व उपाध्यक्ष आकाश दुबे, हर्षवर्धन ने प्लांट हेड के नाम पत्र सौंप कर कानूनी लड़ाई में खर्च हो रही राशि को बर्बाद होने से रोकने, कर्मियों के बीच बांटने और हाइकोर्ट के आदेश के तहत टेल्को वर्कर्स यूनियन का चुनाव कराने की मांग की है. इसकी प्रतिलिपि उन्होंने डीसी, उपश्रमायुक्त और टाटा मोटर्स के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर गिरीश वाघ को भेजी है.
अपील में है क्या
अपील में अमलेश कुमार ने टेल्को वर्कर्स यूनियन का चुनाव रोकने की दलील दी है कि यूनियन का निबंधन ही नहीं है तो चुनाव कैसे हो सकता है?. बिहार सरकार ने टेल्को यूनियन का निबंधन रद्द कर दिया है. रजिस्ट्रेशन नंबर 98 पाकुड़ ट्रक एसोसिएशन को आवंटित कर दिया है. जो पूर्व में यूनियन का रजिस्ट्रेशन नंबर था. याचिकाकर्ता प्रकाश कुमार टाटा मोटर्स कंपनी के पे रोल में भी नहीं है. वह कंपनी से बर्खास्त हैं. यूनियन के सदस्यों ने टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन की सदस्यता ले ली है. ऐसे में रद्द यूनियन का चुनाव कराना गलत है.