वर्तमान में शहर की सियासत सोनारी दोमुहानी तट पर शिफ्ट हो गयी है. यहां सुवर्णरेखा नदी में मंत्री बन्ना गुप्ता के आदेश पर कराये जा रहे कार्य को लेकर विधायक सरयू राय सख्त हैं. उन्होंने शुक्रवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ट्वीट किया और कहा कि सक्षम प्राधिकार की सहमति बिना निर्माण कार्य कराया जा रहा है. वहीं,मंत्री बन्ना गुप्ता और डीसी विजया जाधव ने सुवर्णरेखा दोमुहानी नदी तट का निरीक्षण कर काम में तेजी लाने का निर्देश दिया.
मंत्री बन्ना गुप्ता और डीसी विजया जाधव ने शुक्रवार दोपहर सुवर्णरेखा दोमुहानी नदी तट का निरीक्षण किया. इस दौरान दोनों ने नदी तट की हो रही साफ-सफाई का जायजा लिया. कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया. इस दौरान मंत्री बन्ना गुप्ता ने बताया कि नदी के किनारे समतलीकरण, पौधरोपण, सौंदर्यीकरण, आरती घाट की सफाई के साथ ही मुंडन मंडप बनाने की तैयारी है. इसे लेकर उन्होंने विधायक फंड से 50 लाख रुपये दिये हैं. लेकिन इस कार्य में शहर के अन्य लोगों से भी मदद ली जायेगी. निरीक्षण के दौरान तय किया गया कि नदी तट को स्थायी रूप से पक्का करने के बजाय बालू को समतल किया जायेगा. वहां इतनी साफ-सफाई होगी कि लोग नीचे भी बैठ सकेंगे. नदी तट पर छायादार पेड़-पौधों के साथ ही बेंच भी लगायी जायेगी. इस दौरान मंत्री बन्ना गुप्ता ने मारवाड़ी समाज के कई समाजसेवियों से इस मुद्दे पर वार्ता की.
विधायक सरयू राय ने सोनारी दोमुहानी तट पर सुवर्णरेखा नदी में राज्य सरकार के मंत्री बन्ना गुप्ता के आदेश पर कराये जा रहे निर्माण कार्य पर कड़ी आपत्ति जतायी है. उन्होंने शुक्रवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ट्वीट किया, आपके दबंग मंत्री बन्ना गुप्ता जमशेदपुर अक्षेस के विशेष पदाधिकारी से पोकलेन छिनवा कर सुवर्णरेखा नदी का पेट फाड़ रहे हैं. जमशेदपुर के आधा दर्जन धनवान उनकी मदद में वहां जमे हैं. काम निजी धन का है, सरकारी योजना का नहीं. सरयू राय ने दूसरे ट्वीट में लिखा, दोमुहानी पर ये पोकलेन सुवर्णरेखा नदी का पेट किसके आदेश से फाड़ रहे हैं? यह गैर कानूनी काम कौन सरकारी व्यक्ति-एजेंसी करा रही है? पोकलेन पकड़कर कौन लाया है? सुवर्णरेखा के अतिक्रमण पर पीआइएल -2011 लंबित है, जिसमें वे इंटरवेनर हैं. आदेशोपरांत मामला आज भी लंबित है. सरयू राय ने कहा है कि सक्षम प्राधिकार की सहमति बिना निर्माण कार्य किया जा रहा है.
सोनारी दोमुहानी नदी तटीय इलाके में बिना अनुमति जेसीबी चलाने, जमीन को दूसरे अन्य उद्देश्य से समतलीकरण करने का मामला अब खरकई अंचल प्रशासन (सुवर्णरेखा बहुद्देश्यीय परियोजना) के पास पहुंच गया है. खरकई अंचल आदित्यपुर के कार्यपालक अभियंता कुमार अरविंद ने बताया कि वे अभी बाहर हैं, लौटने पर वस्तु स्थिति की जानकारी लेकर नियमानुसार उचित कदम उठायेंगे. दोमुहानी के समीप नदी तटीय इलाके में जेसीबी चलाकर निर्माण करने की शिकायत मिली है. इसकी जांच की जायेगी.