जमशेदपुर, निखिल : जमशेदपुर के घाघीडीह सेंट्रल जेल में बंद हत्या केस का आरोपी विश्वनाथ सोरेन (36) ने जेल में पहले तल से छलांग लगा कर आत्महत्या कर ली. जेल प्रबंधन ने उसे इलाज के लिए पहले एमजीएम अस्पताल लेकर आये. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. इसके बाद जेल प्रबंधन ने विश्वनाथ के शव को पोस्टमार्टम के लिए एमजीएम मेडिकल कॉलेज भेज दिया. यह घटना शनिवार की सुबह करीब 6.15 बजे की है.
क्या है पूरा मामला
घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार विश्वनाथ सोरेन शनिवार की सुबह हर दिन की तरह अपने वार्ड ए ब्लॉक से बाहर आया. उसके बाद कैदी की गिनती में शामिल हुआ. हर रोज की रुटिंग करने के बाद जब सभी बंद अपने अपने वार्ड में चले गये तो विश्वनाथ जेल के पहले तल्ले स्थित अपने वार्ड में जाने के लिए गये और पहले तल्ले से उल्टा छलांग लगा दी. जब अचानक से जोर की गिरने की आवाज आयी तो जेल गार्ड और अन्य बंदी अपने अपने वार्ड से बाहर आये तो देखा कि विश्वनाथ पड़ा हुआ है और उसके सिर पर काफी खून निकल रहा हैं. इसके बाद जेल प्रबंधन के लोग भी मौके पर पहुंचे और उसे लेकर एमजीएम भेजा गया. मेडिकल बोर्ड के गठन करने के बाद कैदी विश्नाथ के शव का पोस्टमार्टम किया जायेगा. घटना के बारे में उसके परिवार के लोगों को भी सूचना दे दिया गया है.
चाची की हत्या मामले में जेल में था बंद
बता दें कि विश्वनाथ सोरेन एमजीएम थानांतर्गत डालापानी गांव के डुंगरी टाेला के रहने वाला था. विश्वनाथ पर चाची की हत्या करने का आरोप हे. वह घाघीडीह जेल में वर्ष 2019 से बंद है. उसका केस अभी कोर्ट में चल रहा है. जेल सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जेल में भी विश्वनाथ काफी कम बात करता था. पिछले कुछ दिनों से वह और भी शांत रहने लगा था. विश्वनाथ ने आत्महत्या क्योंकि इसके बारे में पुलिस और जेल प्रबंधन के लोग पता लगाने का प्रयास कर रही है.
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