Jharkhand News, जमशेदपुर न्यूज (विकास कुमार श्रीवास्तव) : भारत के सबसे बड़े बिजनेस क्विज प्रतियोगिता टाटा क्रूसिबल कैंपस क्विज (2021) के राष्ट्रीय विजेता का खिताब आईआईटी मुंबई के शैलेश जे मेहता स्कूल ऑफ मैनेजमेंट (एसजेएमएसओएम) के प्रीतम उपाध्याय को मिला. विजेता के तौर पर प्रीतम को टाटा क्रूसिबल का ट्रॉफी और नकद 2.5 लाख रुपये पुरस्कार के तौर पर दिया गया. टाटा क्रूसिबल कैंपस क्विज को इस वर्ष पहली बार ऑनलाइन आयोजित किया था और यह पूरी प्रतियोगिता सफलतापूर्वक संपन्न हुई. इस वर्चुअल कैंपस क्विज के लिए देश में 24 क्लस्टर्स बनाये गये थे.
इन क्लस्टर्स को चार जोन दक्षिण, पूर्व, पश्चिम और उत्तर में विभाजित किया था. हर क्लस्टर के विजेताओं ने जोनल फाइनल में हिस्सा लिया. और जोनल फाइनल के चार विजेताओं को राष्ट्रीय फाइनल में हिस्सा लेने के लिए आमंत्रित किया गया. चार जोनल फाइनल के उपविजेताओं के बीच एक वाइल्ड कार्ड फाइनल हुआ और चार उपविजेताओं में से दो को राष्ट्रीय फाइनल में हिस्सा लेने का अवसर मिला. आईआईएम बैंगलोर के प्रत्युष गोयल, आईआईटी मुंबई, एसजेएमएसओएम के प्रीतम उपाध्याय, एनएसआईटी दिल्ली के अंकित जैन, आईआईएम शिलॉन्ग के आकाश वर्मा, आईआईएम लखनऊ के हेम मरडिया और सीएनएलयू पटना के मुहम्मद माहताब टाटा क्रूसिबल कैंपस क्विज के राष्ट्रीय फाइनल में दाखिल हुए. पिकब्रेन गिरी बालसुब्रमण्यम ने अपनी विशेष, अनूठी स्टाइल में फिनाले का संचालन किया. उनके द्वारा पूछे गये विभिन्न विषयों से जुड़े सवालों ने प्रतिभागियों की नीतिक सोच और बौद्धिक क्षमताओं की कड़ी परीक्षा ली.
टाटा सन्स प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर भास्कर भट ने क्विज के बारे में कहा कि कोविड और उसके कारण उत्पन्न हुई अनिश्चितता अभी भी बरकरार है. मुश्किल दौर चल रहा है लेकिन मुझे लगता है कि ऐसे दौर में इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन करके, लोगों को उनमें शामिल करवाने से कठिनाइयों का सामना करने की शक्ति बढ़ती है. यह क्विज न केवल भारतीय युवाओं की प्रतिभा को सम्मानित करती है बल्कि लोगों को एकसाथ लाने की प्रौद्योगिकी की शक्ति को भी दर्शाती है. जिज्ञासा लोगों को क्विजिंग की ओर आकर्षित करती है और टाटा क्रूसिबल क्विज में न केवल प्रतिभागियों की बल्कि दर्शकों की जिज्ञासा को भी जागृत रखा जाता है. विजेताओं का अभिनंदन करते हुए भट ने बताया कि भारत के प्रति मेरी उम्मीदें हमेशा से ही काफी ज्यादा रही हैं लेकिन इस क्विज को देखने के बाद मेरा विश्वास कई गुना बढ़ा है कि भारत का भविष्य उज्ज्वल है.
फिनाले में प्रतिभागियों के बीच मुकाबला बहुत ही कड़ा रहा. टाई-ब्रेकर प्रश्न के बाद विजेता की घोषणा की गयी. इस जीत से काफी खुश और उल्लसित हुए प्रीतम उपाध्याय ने बताया कि खेलों की प्रतियोगिताओं की तरह क्विजिंग कैलेंडर में टाटा क्रूसिबल क्विज को खास स्थान मिला है. हर साल हम इसका इंतजार करते रहते हैं. इस साल महामारी के बावजूद इस क्विज का आयोजन बहुत ही सही रहा. वर्चुअल प्लेटफार्म होने से सभी की सुरक्षा सुनिश्चित की गयी, लेकिन क्विज की गुणवत्ता के बारे में कोई भी समझौता नहीं किया गया. सभी सह-प्रतिभागी काफी होशियार और तेज थे. हम में से कोई भी विजेता बन सकता था, मुझे ख़ुशी है कि मुझे यह सम्मान मिला.
Posted By : Guru Swarup Mishra