Jamshedpur News: जमशेदपुर के साकची स्थित शारदामणि हाइ स्कूल की छात्रा के आत्मदाह के प्रयास के मामले में आरोपी शिक्षिका को निलंबित कर दिया गया है. स्कूल प्रबंधन समिति आगे की कार्रवाई पर विचार कर रही है. जिला शिक्षा पदाधिकारी निर्मला बरेलिया ने कहा कि स्कूल प्रबंधन समिति ने कार्रवाई की जानकारी विभाग को दी है.
उधर, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रविवार को उपायुक्त विजया जाधव से फोन पर बात कर छात्रा के स्वास्थ्य की जानकारी ली. उन्होंने छात्रा को बेहतर इलाज उपलब्ध कराने का निर्देश दिया. रविवार को उपायुक्त टीएमएच की बर्न यूनिट में पहुंची और छात्रा के स्वास्थ्य की जानकारी ली. उन्होंने छात्रा से बात की. छात्रा ने उपायुक्त से पूछा ”आज तो संडे है ना मैम. उसने कहा कि उसे कुछ जगहों पर जलन हो रही है. इसके बाद उपायुक्त ने डॉक्टरों से कहा कि अगर ऐसा लगता है कि बाहर से विशेषज्ञ को बुलाने की आवश्यकता है, तो बुलाकर छात्रा को बेहतर इलाज उपलब्ध कराया जाये. इस दौरान एसडीओ संदीप कुमार मीणा व कार्यपालक दण्डाधिकारी सुमित प्रकाश भी मौजूद थे.
वहीं, मामले की दोनों जांच कमेटियों ने अपनी-अपनी रिपोर्ट डीसी को सौंप दी है. स्कूल प्रबंधन में उहापोह, परीक्षा लें कि रद्द करें. शारदामणी हाइ स्कूल प्रबंधन में उहापोह की स्थिति है. वे तय नहीं कर पा रहे हैं कि आखिर इस माहौल में परीक्षा को सुचारु रूप से जारी रखें या उसे रद्द कर दिया जाये. इसे लेकर स्कूल प्रबंधन समिति ने डीइओ से दिशा निर्देश मांगा है. इधर, डीइओ ने परीक्षा जारी रखने को कहा है.
स्कूल में लगे सीसीटीवी की फुटेज को जांच के बाद पुलिस ने जब्त कर लिया है. पुलिस उसका परीक्षण कर रही है. वहीं, एसडीओ और डीएसइ की टीम ने स्कूल पहुंचकर जांच की है. जांच में प्रिंसिपल, क्लास की बच्चियों के साथ ही शिक्षक-शिक्षिकाएं, शिक्षकेतर कर्मचारियों से भी पूछताछ कर उनका बयान दर्ज किया गया है.
बच्चियां पहुंची स्कूल, प्रिंसिपल व मठ के स्वामी से मिलने की मांग. रविवार होने के बावजूद छात्राएं स्कूल पहुंचीं. सभी मठ के स्वामी व प्रिंसिपल से मिलने की मांग कर रही थीं. छात्र आजसू नेता हेमंत पाठक ने कहा कि सभी छात्राएं सहमी हुई हैं. वे चाहती हैं कि दोबारा इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति न हो, इसे लेकर वे अपनी भावना से प्रिंसिपल को अवगत कराना चाहती हैं. घटना को लेकर समाज के लोगों में आक्रोश है.
रविवार की शाम साढ़े 5.30 बजे मंत्री बन्ना गुप्ता टीएमएच पहुंचे. उन्होंने बर्न यूनिट में भर्ती छात्रा से बात की. मंत्री ने कहा कि बच्ची की स्थिति को देख कर पता चलता है कि वह टीचर की कार्रवाई से किस हद तक नाराज थी. उन्होंने कहा कि आरोपी शिक्षिका जेल चली गयी है, लेकिन अगर उसके अलावा भी कोई दोषी है, तो उसे भी बख्शा नहीं जायेगा. बच्ची का नि:शुल्क इलाज होगा. जरूरत पड़ने पर उसे देश के किसी बड़े अस्पताल में भी सरकार भेजने का प्रयास करेगी.
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शारदामणि स्कूल के शिक्षक और सफाई कर्मी सोमवार को उपायुक्त से मिलेंगे. शिक्षक व सफाई कर्मी पूरी घटना का ब्यौरा पेश करेंगे. इस मामले में सभी तथ्यों की बारीकी से पड़ताल करते हुए न्याय की मांग की जायेगी. बताया जा रहा है कि परीक्षा के दौरान के सीसीटीवी में रिकार्ड घटनाक्रम का संज्ञान लेने का आग्रह किया जायेगा. शिक्षकों की ओर से परीक्षा ड्यूटी के दौरान वीक्षक के लिए निर्धारित दायित्व के बारे में भी अपना पक्ष रखा जायेगा.
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उपायुक्त ने एससी-एसटी अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत 25,000 रुपये की सहायता राशि पीड़ित परिवार को दी है. छात्रा की मां को पेंशन योजना का लाभ देने की भी तैयारी शुरू कर दी गयी है. परिजनों को घर पर राशन पहुंचाया गया है. छात्रा को सावित्रीबाई फुले समृद्धि योजना का लाभ दिलाने के लिए फॉर्म भरा गया है, मुख्यमंत्री स्वास्थ्य सहायता योजना में छात्रा की मां का निबंधन करने के अलावा भाई-बहनों की पढ़ाई का नि:शुल्क इंतजाम करने की प्रक्रिया चल रही है. इस बीच उपायुक्त की पहल पर उनके आवास से भी छात्रा के परिजनों को खाना पहुंचाया गया है.
जांच रिपोर्ट मिल गयी है. रिपोर्ट सरकार को भेजी जायेगी. फिलहाल मुख्य फोकस किसी भी हाल में बच्ची की जान को बचाना है. परिवार को हरसंभव मदद पहुंचायी जायेगी.
शारदामणी हाइ स्कूल की घटना को लेकर जिला शिक्षा पदाधिकारी निर्मला बरेलिया ने आदेश दिया है कि अब हर माह स्कूलों में शिक्षक-छात्र व अभिभावकों के बीच एक कार्यशाला का आयोजन किया जायेगा. कार्यशाला में छात्र और शिक्षक के बीच संवादहीनता को किस प्रकार से मजबूत किया जा सके, इस पर पहल होगी. इसमें अभिभावकों को भी समय-समय पर आमंत्रित किया जायेगा ताकि वे भी अपने बच्चे की शैक्षणिक व अन्य गतिविधियों से रूबरू हो सकें. उन्होंने कस्तूरबा विद्यालय की सभी वार्डेन व शिक्षिकाओं को संबंधित निर्देश दिया है.