टाटा स्टील में तेजी से स्टील वेज कर्मचारियों की संख्या घट रही है. इनकी जगह पर पहले से ही नये ग्रेड (एनएस) में बहाली निकाली जा रही है. वहीं, अब लगातार वीआरएस और इएसएस (सुनहरे भविष्य की योजना) लॉन्च की जा रही है, जिसमें स्टील वेज के कर्मचारियों को नौकरी छोड़ो नौकरी पाओ स्कीम से जोड़ा जा रहा है. स्टील वेज के कर्मचारियों को नौकरी छोड़ने का ऑफर दिया जा रहा है, जिसके बदले नये ग्रेड में बेटा, बेटी, दामाद या बहू की बहाली की जा रही है. काफी लोग इसका लाभ उठा रहे हैं.
कंपनी की योजना है कि टाटा स्टील में स्टील वेज कर्मियों की संख्या कम कर वेज कॉस्ट को कम किया जाये और नये ग्रेड के कर्मचारियों को बहाल किया जाये. टाटा स्टील ने दो नयी कंपनी टाटा स्टील टेक्निकल सर्विसेज लिमिटेड और टाटा स्टील सपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड बनायी है. इसके माध्यम से ही अब कर्मचारियों की बहाल हो रही है. टाटा स्टील टेक्निकल सर्विसेज लिमिटेड भूषण स्टील मध्य भारत लिमिटेड का ही बदला हुआ नाम है, जो करीब 12 साल पहले स्थापित हुई थी. संदीप धीर इसके सीइओ हैं. टाटा स्टील सपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड भी 12 साल पहले भूषण स्टील ओडिशा की ओर से स्थापित कंपनी है. इस कंपनी के सीइओ दीपक पांडुरंगा कामथ हैं. अभी टाटा स्टील में इन दोनों कंपनियों के माध्यम से ही बहाली हो रही है. इसके जरिये भी स्थायी कर्मचारियों की संख्या को कम किया जा रहा है. इन दोनों कंपनियों की ओर से बहाल 24 कर्मचारी जमशेदपुर प्लांट के मशीन शॉप में पहले से काम कर रहे हैं. अभी 12 नये कर्मचारियों की बहाली हुई है, जो स्थायी कर्मचारियों का काम कर रहे हैं.
अब लगातार वीआरएस और इएसएस (सुनहरे भविष्य की योजना) लॉन्च की जा रही है, जिसमें स्टील वेज के कर्मियों को नौकरी छोड़ो नौकरी पाओ स्कीम से जोड़ा जा रहा है. स्टील वेज के कर्मचारियों को नौकरी छोड़ने का ऑफर दिया जा रहा है, जिसके बदले नये ग्रेड में बेटा, बेटी, दामाद या बहू की बहाली की जा रही है.
इस तरह से स्टील वेज कर्मचारियों की संख्या लगातार कम की जा रही है. वर्ष 2022 तक कंपनी में कर्मचारियों की कुल संख्या घटकर 11800 हो गयी है, जिसमें स्टील वेज (ज्यादा वेतन वाला ग्रेड) वाले कर्मचारी की संख्या तकरीबन 4000 ही रह गयी है. 8000 कर्मचारी ऐसे हैं, जो एनएस ग्रेड के हैं. स्थिति ये हो गयी है कि कंपनी में एनएस ग्रेड के कर्मचारियों की संख्या स्टील वेज से दोगुनी हो गयी है. पहले जब ये कंपनियां बनायी गयीं, तो कहा गया कि ये अधिग्रहित भूषण स्टील के लिए ही यह बहाली हो रही है, लेकिन अब जमशेदपुर प्लांट में भी इस कंपनी के कर्मचारियों को बहाल किया जा रहा है. वैसे भूषण स्टील के अंगुल प्लांट में नयी कंपनी के माध्यम से 4000 कर्मचारी काम कर रहे है.