Surya Grahan 2022: कार्तिक अमावस्या मंगलवार, 25 अक्टूबर को स्वाति नक्षत्र तुला राशि में सूर्य ग्रहण (Surya Grahan) लग रहा है. स्थानीय समयानुसार जमशेदपुर में ग्रहण का स्पर्श संध्या 4:48 बजे और मोक्ष संध्या 5:12 बजे होगा. भारत में उत्तर पूर्वी भाग में सबसे पहले यह जम्मू में (संध्या 4:48 से 5:47 बजे तक) दृश्य होगा. ग्रहण का मोक्ष मुंबई में (संध्या 4:49 से 6:09 बजे तक) होगा. भारत के अलावा यह यूरोप, उत्तर पूर्वी अफ्रीका, रूस, अफगानिस्तान, ईरान, इराक आदि पश्चिमी देशों में दृश्य होगा.
ग्रहण का सूतक ग्रहण से 12 घंटे पहले लग जाता है. जमशेदपुर में सूतक 25 अक्तूबर को सूर्योदय से पूर्व 2:48 बजे लग जायेगा. सूतक काल में भोजन, शयन, मूर्ति स्पर्श, हास्य-विनोद आदि निषेध होता है. मगर ग्रहण स्पर्श के समय स्नान, मध्य के समय देव पूजन, तर्पण, हवन जप आदि सामर्थ्य के अनुसार अवश्य करना चाहिए. ग्रहण समाप्ति के बाद पुन: स्नान करना चाहिए. ध्यान रहे कि इस स्नान के समय मंत्रोच्चार नहीं करना है. किंतु बच्चे, बूढ़े, रोगी आदि ग्रहण स्पर्श से पहले तक भोजन आदि ले सकते हैं.
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मेष – जीवनसाथी को शारीरिक कष्ट हो सकता है. व्यवसायी साझेदारों के साथ समझदारी से काम लें
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वृषभ – पारिवारिक सुख में वृद्धि, चित्त प्रसन्न रहेगा
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मिथुन – शारीरिक व मानसिक कष्ट. कारोबारी विशेष निवेश से बचें
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कर्क – कारोबार में नुकसान हो सकता है. शारीरिक व मानसिक कष्ट
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सिंह – कारोबार का विस्तार, अकस्मात धन लाभ के योग
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कन्या – नवीन निवेश से बचें, आंख मूंदकर किसी पर भरोसा न करें
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तुला – शारीरिक व मानसिक कष्ट, वाहन आदि का प्रयोग सावधानी पूर्वक करें, विश्वासघात की संभावना अत्यधिक है
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वृश्चिक – कारोबार में नुकसान, कहल से बचें
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धनु – व्यवसाय का विस्तार, नवीन निवेश के योग, अकस्मात लाभ होगा
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मकर – पारिवारिक सुख-सुविधा में वृद्धि, उत्साहवर्धक समाचार की प्राप्ति होगी
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कुंभ – वाद-विवाद से बचें, लेन-देन में सतर्क रहें. मान-प्रतिष्ठा में ठेस पहुंच सकता है
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मीन – शारीरिक कष्ट, खानपान, रहन-सहन पर विशेष ध्यान दें
आचार्य एके मिश्र बताते हैं कि अनिष्ट से बचाव के लिए ग्रहण मोक्ष के उपरांत ऊं नम: शिवाय अथवा ऊं नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का जप निरंतर करते रहना चाहिए. ग्रहण के दौरान और मोक्ष के उपरांत इस मंत्र का जप निरंतर करते रहना चाहिए. साथ ही सामर्थ्य के अनुसार लकड़ी अथवा ताम्रपात्र में गेहूं भर कर जरूरतमंदों को दान करना चाहिए. गर्भवती महिलाएं सूतक से लेकर ग्रहण मोक्ष तक सतर्कता बरतें.