टाटा मोटर्स में बोनस वार्ता प्रबंधन और यूनियन के बीच शुरू हो गयी है. बोनस समझौता जल्द फाइनल हाेने की उम्मीद है. बुधवार को बाेनस को लेकर प्रबंधन और यूनियन के लगभग दो घंटे बैठक चली. गुरुवार काे भी वार्ता होने की संभावना है. कर्मचारियों की नजर बोनस से ज्यादा स्थायी होने वाले बाइ सिक्स पर है. 17 सितंबर से बोनस समझौता होने की संभावना है. टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष गुरमीत सिंह और महामंत्री आरके सिंह का कहना है कि बोनस वार्ता में यूनियन प्रबंधन के समक्ष मजदूरों के हित में बेहतर बोनस व स्थायीकरण को लेकर मांग रख रही है. उम्मीद है बेहतर नतीजे सामने आयेंगे. फिलहाल कुछ ज्यादा कहा नहीं जा सकता है.
हर साल बाइ सिक्स कर्मचारियों को किया जाता है स्थायी. टाटा मोटर्स जमशेदपुर देश की एकमात्र ऐसी कंपनी है, जो हर साल अपने कई बाइ सिक्स कर्मचारियों को स्थायीकरण का तोहफा देती है. यूनियन ज्यादा से ज्यादा बाइ सिक्स काे स्थायी कराने के प्रयास में है. वर्तमान में लगभग 3,700 बाइ सिक्स हैं, जो कंपनी में टेंपरोरी पूल में कार्यरत हैं. कंपनी में प्रोडक्शन बढ़ने पर इन्हें ड्यूटी पर बुलाया जाता है और प्रोडक्शन घटने पर बैठा दिया जाता है. बाइ सिक्स कर्मचारी पहले टीएमएसटी में बहाल होते हैं. तीन साल की ट्रेनिंग के बाद कर्मी पुत्र कंपनी में अस्थायी तौर पर बाइ सिक्स के तौर पर बहाल किये जाते हैं.
कब कितना मिला बोनस
वर्ष न्यूनतम अधिकतम प्रतिशत स्थायीकरण
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2010 – 11 25,013 37,476 16.65 000
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2011 – 12 27,034 40,198 17 000
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2012 – 13 18000 33550 13.4 000
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2013 – 14 14490 31,390 10.5 000
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2014 – 15 14135 24500 10 000
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2015 – 16 16,200 33,150 12 250
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2016 – 17 17,893 36,018 10 301
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2017 – 18 23,231 46,321 12.2 305
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2018 – 19 19,000 49,000 12.9 306
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2019 – 20 32,900 46,001 10 221
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2020 – 21 38,200 50,200 10.6 281
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2021 – 22 38,200 51,500 10.67 201
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