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टाटा मोटर्स जमशेदपुर कर रहा नये तकनीक पर काम, बनाएगा खास तरह का वाहन, CM हेमंत को अधिकारियों ने दी जानकारी

जमशेदपुर में न्यू ग्रीन टेक्नोलॉजी मैन्यूफैक्चरिंग प्रोजेक्ट के विस्तार (हाइड्रोजन टेक्नोलॉजी इंजन आधारित वाहन निर्माण) पर निवेश की असीम संभावनाएं हैं. आगामी 25 से 30 वर्ष तक ऑटोमोबाइल सेक्टर में शून्य कार्बन उत्सर्जन हासिल करना टाटा मोटर्स का लक्ष्य है

टाटा मोटर्स जमशेदपुर में ग्रीन हाइड्रोजन से चलनेवाले वाहन का निर्माण करेगा. टाटा मोटर्स एवं टाटा कमिंस इलेक्ट्रिक वाहनों के साथ अब हाइड्रोजन इंजन से चलनेवाले वाहन बनाने की तैयारी कर रहा है. इसकी जानकारी सीएम हेमंत सोरेन को प्रोजेक्ट भवन में टाटा मोटर्स, टाटा स्टील एवं टाटा कमिंस के अधिकारियों ने दी. बैठक में जमशेदपुर में न्यू ग्रीन टेक्नोलॉजी मैन्यूफैक्चरिंग प्रोजेक्ट के विस्तार (हाइड्रोजन टेक्नोलॉजी इंजन आधारित वाहन निर्माण) पर निवेश की संभावनाओं पर चर्चा हुई.

अधिकारियों ने मुख्यमंत्री के समक्ष पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से ग्रीन टेक्नोलॉजी मैन्यूफैक्चरिंग प्रोजेक्ट के संबंध में जानकारी दी. अधिकारियों ने कहा कि जमशेदपुर में न्यू ग्रीन टेक्नोलॉजी मैन्यूफैक्चरिंग प्रोजेक्ट के विस्तार (हाइड्रोजन टेक्नोलॉजी इंजन आधारित वाहन निर्माण) पर निवेश की असीम संभावनाएं हैं. आगामी 25 से 30 वर्ष तक ऑटोमोबाइल सेक्टर में शून्य कार्बन उत्सर्जन हासिल करना टाटा मोटर्स का लक्ष्य है.

टाटा मोटर्स जमशेदपुर में हाइड्रोजन सेगमेंट स्थापित करना चाहता है. अधिकारियों ने सीएम से कहा कि राज्य सरकार के सहयोग से हरित हाइड्रोजन मिशन को प्राप्त किया जा सकेगा. टाटा मोटर्स इन दिनों वाहनों के नये तकनीक पर काम कर रही है. टाटा मोटर्स इलेक्ट्रिक वाहनों के साथ अब हाइड्रोजन इंजन से चलने वाली गाड़ियों की मैन्यूफैक्चरिंग की ओर ध्यान दे रही है. टाटा मोटर्स झारखंड के जमशेदपुर में हाइड्रोजन टेक्नोलॉजी के विस्तार हेतु निवेश के लिए इच्छुक है. इस मामले में टाटा मोटर्स द्वारा राज्य सरकार से सहयोग की अपेक्षा की गयी है.

राज्य सरकार की ओर से हरसंभव सहयोग का भरोसा :

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से हाइड्रोजन इंजन आधारित वाहन मैन्यूफैक्चरिंग प्लानिंग की जानकारी प्राप्त की तथा उन्हें राज्य सरकार की ओर से हरसंभव सहयोग का भरोसा दिया. मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान समय में ग्लोबल वार्मिंग पूरे विश्व के लिए चुनौती है. भविष्य में ग्रीन टेक्नोलॉजी की ओर आगे बढ़ने की आवश्यकता है. झारखंड में निवेश की अपार संभावनाएं हैं.

राज्य सरकार वाहन निर्माता कंपनी के सहयोग के लिए उनके साथ हमेशा खड़ी रहेगी. बैठक में मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, मुख्यमंत्री की प्रधान सचिव वंदना दादेल, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे, ईडी टाटा मोटर्स गिरीश वाघ, वाइस प्रेसिडेंट टाटा स्टील चाणक्य चौधरी, एमडी टाटा कमिंस अश्वथ राम, वाइस प्रेसिडेंट टाटा मोटर्स विशाल बादशाह, वाइस प्रेसिडेंट टाटा मोटर्स सुशांत नायक सहित संजय मोहन श्रीवास्तव, कनिष्क कुमार, राम फल नेहरा एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे.

क्या है ग्रीन हाइड्रोजन

ग्रीन हाइड्रोजन एनर्जी का एक स्वच्छ स्रोत है. ग्रीन हाइड्रोजन के उत्पादन के लिए पानी से हाइड्रोजन और ऑक्सीजन को अलग किया जाता है. इस प्रोसेस में इलेक्ट्रोलाइजर का इस्तेमाल होता है. इलेक्ट्रोलाइजर, रिन्यूएबल एनर्जी का इस्तेमाल करता है. इसमें सोलर और विंड दोनों तरह की एनर्जी शामिल है.ब्रह्मांड में हाइड्रोजन के असीमित स्त्रोत हैं. इसे भविष्य की ऊर्जा मानी जा रही है.

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