14.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

Tata Steel Bonus 2021 : Tata Steel के 23 हजार कर्मचारियों के खाते में आ गया Bonus, ये है अधिकतम बोनस

टाटा स्टील के इतिहास में पहली बार बोनस के तौर पर इतनी ज्यादा राशि दी गयी है. इसका कारण कंपनी का अच्छा प्रदर्शन रहा है. बोनस पिछले वित्तीय वर्ष यानी 2020-21 के प्रदर्शन पर दिया गया है. 23 हजार कर्मचारियों के अकाउंट में बोनस की राशि आ गयी है.

Tata Steel Bonus 2021, जमशेदपुर न्यूज : टाटा स्टील के 23 हजार कर्मचारियों के बीच आज 270.28 करोड़ रुपये बतौर बोनस बांटे गये. कर्मचारियों के खाते में बोनस की ये राशि आज सोमवार को आ गयी. टाटा स्टील के इतिहास में पहली बार इतनी ज्यादा राशि बोनस के तौर पर कर्मचारियों को दी गयी है. इसके साथ ही अगस्त में पहली बार बोनस हुआ है. कर्मचारियों को न्यूनतम 34,290 रुपये और अधिकतम 3,59,029 रुपये मिले.

जमशेदपुर प्लांट के साथ ट्यूब डिवीजन के 12,558 कर्मचारियों को 158.31 करोड़ रुपये दिये गये. 111.97 करोड़ रुपये कलिंगानगर प्लांट, मार्केटिंग एंड सेल्स, नोवामुंडी, जामाडोबा, झरिया और बोकारो माइंस के 10,442 कर्मचारियों के अकाउंट में भेजे गये हैं. पिछले साल की तुलना में इस बार बोनस में 34.74 करोड़ रुपये ज्यादा मिले हैं. फॉर्मूला बनने के बाद से प्रतिशत पर बोनस नहीं होता है, लेकिन ओवरऑल इस बार का बोनस 16.56 प्रतिशत रहा है. पिछली बार 235.54 करोड़ रुपये प्रबंधन की ओर से बोनस मिला था, जो 12.09 प्रतिशत था. इस बार की बोनस राशि में वृद्धि के साथ 4.47 प्रतिशत का उछाल है.

Also Read: Tata Steel के इतिहास में पहली बार 270.28 करोड़ का बोनस, 23 हजार कर्मचारियों में खुशियां

वित्तीय वर्ष 2019-20 में कंपनी को जहां 7935.89 करोड़ रुपये मुनाफा हुआ था, वहीं वित्तीय वर्ष 2020-21 में 13,606.69 करोड़ रुपये मुनाफा हुआ. मतलब मुनाफा में करीब 5000 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई. चूंकि, बोनस फॉर्मूला प्रोडेक्टिविटी, प्रॉफिटिब्लिटी, प्रॉफिट, सेफ्टी पर दिया जाता है. इसलिए इस बार बोनस की राशि में उछाल हुआ है. बोनस की राशि 270 करोड़ रुपये से ज्यादा हो सकती थी, लेकिन कंपनी में दुर्घटना होने की वजह से यह राशि पिछले बोनस की तरह इस बार भी जीरो हो गया. तय फॉर्मूला के सेफ्टी का मानक अनुसार प्वाइंट 4 (0.4) से ज्यादा होने पर बोनस की राशि जीरो हो जाती है.

Also Read: डॉ रामदयाल मुंडा की जयंती : अमेरिका में प्रोफेसर की नौकरी छोड़ झारखंड आंदोलन को दी थी सांस्कृतिक दिशा

टाटा स्टील के इतिहास में पहली बार बोनस के तौर पर इतनी ज्यादा राशि दी गयी है. इसका कारण कंपनी का अच्छा प्रदर्शन रहा है. बोनस पिछले वित्तीय वर्ष यानी 2020-21 के प्रदर्शन पर दिया गया है. वर्ष 2020 वह समय था जब देश कोरोना जैसी महामारी से लड़ रहा था. देश दुनिया में उद्योग-धंधे पर काफी बुरा प्रभाव पड़ा था, लेकिन टाटा स्टील के अपने विभिन्न प्रोडक्ट व बाजार की वजह से न केवल स्थायी तौर बनी रही, बल्कि शानदार प्रदर्शन किया.

Also Read: झारखंड के 12 जिलों में 27 अगस्त तक चलेगा फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम, बूथ एवं घर-घर जाकर दी जायेगी दवा

Posted By : Guru Swarup Mishra

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें