Tata Steel bonus 2022: जमशेदपुर में टाटा स्टील कर्मचारियों को इस साल अगर पुराने बोनस फॉर्मूले पर बोनस समझौता हुआ तो 20 प्रतिशत बोनस मिलना तय है. वर्ष 2008 में भी 20 प्रतिशत बोनस मिला था. बोनस समझौते की घोषणा कभी भी हो सकती है. सोमवार को प्रबंधन और यूनियन के बीच बोनस पर वार्ता हुई. वार्ता में प्रबंधन की ओर से कंपनी के ग्रुप चीफ आइआर जुबिन पालिया और टाटा वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष संजीव चौधरी, महामंत्री सतीश कुमार सिंह, डिप्टी प्रेसिडेंट शैलेश कुमार शामिल हुए. जनरल ऑफिस में बोनस वार्ता लगभग साढ़े तीन घंटे चली.
बोनस को लेकर तीन साल की फॉर्मूला की अवधि 2020 में ही समाप्त हो गयी है. सोमवार की बैठक में यूनियन ने इस साल भी पुराने फॉर्मूले पर बोनस कराने का प्रस्ताव दिया,जबकि प्रबंधन ने नये बोनस फॉर्मूला बनाने की बात कहीं. यहीं पर वार्ता रुक गयी है. चर्चा है कि यूनियन ने पुराने फॉर्मूले पर ही बात करेगी. पिछले साल पुराने फॉर्मूले पर बोनस समझौता हुआ था. इस बार भी टाटा वर्कर्स यूनियन ने पुराने बोनस फॉर्मूला के तहत बोनस का प्रस्ताव रखा है.
पिछले साल टाटा स्टील के 23 हजार कर्मचारियों के बीच 270.28 करोड़ रुपये बतौर बोनस बंटे थे. इनमें ट्यूब डिवीजन के 12,558 कर्मचारियों को 158.31 करोड़ रुपये और बाकी के 111.97 करोड़ रुपये कलिंगानगर प्लांट, मार्केटिंग एंड सेल्स, नोवामुंडी, जामाडोबा, झरिया और बोकारो माइंस के 10,442 कर्मचारियों के खाते में गये थे. कर्मचारियों को न्यूनतम 34,290 रुपये और अधिकतम 3,59,029 रुपये मिले थे. जबकि टाटा स्टील को 9752.13 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था. इस बार टाटा स्टील का मुनाफा पिछले साल की तुलना तीन गुणा से ज्यादा 33,011 करोड़ रुपये हुआ है. पुराने बोनस फॉर्मूला से कर्मचारियों के हिस्से में 350 करोड़ रुपये से अधिक बोनस की राशि आयेगी.
Posted By : Guru Swarup Mishra