जमशेदपुर, संदीप सावर्ण: देश के प्रसिद्ध मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट एक्सएलआरआई और क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज (सीएमसी) वेल्लोर के बीच एमओयू हुआ है. हेल्थकेयर के क्षेत्र में काम करने वाले प्रोफेशनल्स के लिए ये दोनों संस्थाएं संयुक्त रूप से मिल कर कार्य करेंगी. इसके साथ ही हेल्थकेयर क्षेत्र से जुड़े लोगों को भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए खास तौर पर एक कोर्स डिजाइन किया जायेगा, जो हेल्थकेयर क्षेत्र के लिए प्रबंधन कार्यक्रम व सहयोगात्मक अनुसंधान के लिए मददगार होगा.
कोर्स को जनवरी 2024 में किया जाएगा लॉन्च
इस एमओयू पर वेल्लोर में संयुक्त रूप से हस्ताक्षर हुआ, जिसमें एक्सएलआरआई दिल्ली कैंपस के डायरेक्टर केएस काश्मीर, एक्सएलआरआई जमशेदपुर कैंपस के डायरेक्टर फादर एस जॉर्ज, सीएमसी वेल्लोर के डायरेक्टर डॉ विक्रम मैथ्यूज व सीएमसी वेल्लोर के प्रिंसिपल सोलोमन सतीश कुमार शामिल थे. बताया गया कि एक्सएलआरआई व सीएमसी वेल्लोर द्वारा संयुक्त रूप से एक कोर्स को डिजाइन किया जा रहा है, ताकि हेल्थकेयर के क्षेत्र में वर्ल्ड क्लास प्रोफेशनल तैयार किये जा सकें. इस कोर्स को जनवरी 2024 में लॉन्च किया जायेगा.
एक्सएलआरआई जमशेदपुर की स्थापना वर्ष 1949 में
गौरतलब है कि एक्सएलआरआई जमशेदपुर की स्थापना वर्ष 1949 में हुई थी जबकि क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज (सीएमसी) वेल्लोर की स्थापना 1900 में हुई थी. इसके साथ ही एक्सएलआरआई जमशेदपुर द्वारा देश में पहली बार इंडस्ट्रियल वेलफेयर पर फुल टाइम मैनेजमेंट कोर्स की शुरुआत की गयी थी, वहीं सीएमसी वेल्लोर को भारत का पहला ओपन हार्ट सर्जरी करने का गौरव हासिल है.
राष्ट्र की बेहतरी के लिए एक्सएलआरआई व सीएमसी मिल कर करेंगे कार्य
एमओयू के मौके पर एक्सएलआरआई जमशेदपुर के डायरेक्टर फादर जॉर्ज सेबेस्टियन ने कहा कि एक्सएलआरआई इस साल प्लैटिनम जुबली मना रहा है. इस यादगार वर्ष में सीएमसी वेल्लोर के साथ यह साझेदारी राष्ट्र की बेहतरी के लिए काम करने वाले दोनों अग्रणी संस्थानों के लिए नए रास्ते खोलने में मदद करेगी. कहा कि देश के लिए अत्यधिक कुशल, जिम्मेदार, एथिकल हेल्थ केयर प्रोफेशनल तैयार करने की दिशा में यह एमओयू मील का पत्थर साबित होगा. वहीं, एक्सएलआरआइ दिल्ली के डायरेक्टर फादर काश्मीर ने कहा कि भारत की सतत और समावेशी विकास की यात्रा में सस्ती, सुलभ, उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है. हमें भारतीय स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र से संबंधित अत्याधुनिक प्रबंधन प्रथाओं में प्रशिक्षित बड़ी संख्या में पेशेवरों की आवश्यकता होगी. इस दिशा में यह पहल काफी महत्वपूर्ण कदम साबित होगी.
प्रबंधकीय व प्रशासनिक कौशल को मिलेगा बढ़ावा
डॉ विक्रम मैथ्यूज ने अपनी बातों को रखते हुए कहा कि स्वास्थ्य देखभाल के लिए संस्थान के प्रबंधकीय व प्रशासनिक कौशल को और अधिक बढ़ाने का प्रयास किया जायेगा, इसी वजह से दोनों संस्थान मिल कर पाठ्यक्रम तैयार करेंगे, जिसका फायदा पूरे देश को होगा.
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