Jharkhand news, Jamtara news : जामताड़ा : जामताड़ा जिला के विभिन्न क्षेत्रों में अवैध बालू का खनन लगातार जारी है. जब भी खनन विभाग की ओर से धर-पकड़ की कार्रवाई शुरू होती है, उसके पहले की इन अवैध बालू माफियाओं को पता चल जाता है. इस बात का खुलासा सतसाल में सामने आया, जब खनन पदाधिकारी को करीब एक घंटे ग्रामीणों और ट्रैक्टर चालकों ने घेर कर रखा. इसी दौरान ग्रामीणों ने खनन पदाधिकारी राजाराम प्रसाद के ड्राईवर पर अवैध बालू माफियाओं के साथ सांठगांठ का आरोप लगाया है. बताया गया कि ड्राईवर रेकी के साथ-साथ स्पाई का भी काम करता था और इसके एवज में रकम भी मिलता था. ग्रामीणों और ट्रैक्टर चालकों के दबाव के बाद डीएमओ ने ट्रैक्टर जब्त करते हुए कार्रवाई का आश्वासन दिया.
बताया गया कि अवैध बालू खनन को रोकने में जब भी खनन पदाधिकारी निकलते थे, तो उनके घाट पर पहुंचने से पहले घाट खाली हो जाता था. इसकी वास्तविकता सोमवार (28 सितंबर, 2020) को सतसाल में सामने आया, जब खनन पदाधिकारी को लगभग एक घंटे ग्रामीणों और ट्रैक्टर चालकों ने घेर कर रखा.
ग्रामीणों का आरोप है कि जिला खनन पदाधिकारी राजाराम प्रसाद का ड्राईवर अनवर हुसैन अपने ट्रैक्टर से बालू की अवैध चोरी किया करता था. इस बात का पता तब लगा जब अनवर का ट्रैक्टर सतसाल बालू घाट में फंस गया. इस बात की सूचना वहां के ग्रामीणों ने जिला खनन पदाधिकारी को दिया. मौके पर पहुंचने और ट्रैक्टर ड्राईवर से पूछताछ में पता चला कि उक्त ट्रैक्टर अनवर हुसैन का है.
इस बात की जानकारी जब अन्य ट्रैक्टर चालकों को लगी, तो आनन- फानन में सभी चालक सतसाल नदी घाट पर पहुंचे और खनन पदाधिकारी के चालक अनवर पर मामला दर्ज करने का दबाव बनाया. इस क्रम में ट्रैक्टर के मालिक और वहां के ग्रामीणों ने करीब डेढ़ घंटा तक जिला खनन पदाधिकारी राजाराम प्रसाद को घेरे रखा. अाखिरकार खनन पदाधिकारी ने मामला दर्ज करने का आश्वासन ग्रामीणों को दिया.
बता दें कि खनन पदाधिकारी (Mining officer) का चालक अनवर जिले के ट्रैक्टर संचालकों से खबर देने की एवज में पैसे लेने का भी काम किया करता था. वहीं, जिला खनन पदाधिकारी का रैगिंग भी करवाने का काम करता था. खनन पदाधिकारी का वाहन जैसे ही निकलता था अनवर के द्वारा ट्रैक्टर संचालक और चालक को खबर दे दिया जाता था कि खनन पदाधिकारी किस रूट में जा रहे हैं. 5 मिनट का समय दिया जाता था. उसके बाद ट्रैक्टर चालक अपने नदी घाटों से ट्रैक्टर को फरार कर देते थे. इस कारण लगातार पदाधिकारी द्वारा छापामारी करने के बावजूद एक भी ट्रैक्टर खनन पदाधिकारी नहीं पकड़ पाते थे. यह सब मामला तब उजागर हुआ जब अनवर का ट्रैक्टर जब्त किया गया. उस समय वहां मौजूद ट्रैक्टर संचालकों ने यह बात बतायी और वहीं उन्होंने यह भी बताया कि इसके एवज में सूचना देने पर संचालक से मोटी रकम की उगाही की जाती थी.
इस संबंध में जिला खनन पदाधिकारी राजाराम प्रसाद कहते हैं कि चाहे मेरा ड्राईवर हो या किसी और पदाधिकारी का, गलत किया है, तो निश्चित कार्रवाई होगी. ट्रैक्टर के मालिक सह डीएमओ के ड्राइवर, ट्रैक्टर चालक और ट्रैक्टर पर प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई जरूर होगी. ट्रैक्टर जब्त कर लिया गया है.
Posted By : Samir Ranjan.