बिहार के जमुई की धरती में देश के सबसे बड़े सोने का भंडार छिपा हुआ है. जिला के सोनो प्रखंड की चर्चा फिर एकबार हर तरफ है. वजह है यहां के गांव करमटिया में छिपे सोने का रहस्य. जिसका पता लगाने के लिए अब खुदाई की अनुमति सरकार के तरफ से दे दी गयी है. यह इलाका और यहां सोने के भंडार की चर्चा आज नई नहीं है बल्कि 1982 में भी इसी तरह ये सुर्खियों में आया.
हाल में ही बिहार विधान परिषद और लोकसभा में जमुई के सोनो प्रखंड में सोने के सबसे बड़े भंडार का जिक्र किया गया तो बिहार समेत पूरे देशभर की निगाहें इस ओर आयी. दरअसल, जीएसआई ने यह पुष्टि की है कि देशभर का लगभग 44 प्रतिशत सोना जमुई के सोने में है.
करमटिया करीब पौने तीन सौ एकड़ में फैला है. यह टांड पथरीला है और इसका अधिकतर भाग बंजर है. यहां की मिट्टी लाल रंग की दिखती है. इस क्षेत्र के उत्तर में डोकली जैसा गांव है तो दक्षिण में कुहिला मोड़ है. करमटिया के पूरब में सुखनर नदी है जबकि पश्चिम में अगहरा मोड़ तक का क्षेत्र आता है.
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1982 में इसे सरकार ने सुरक्षित क्षेत्र घोषित कर दिया. इससे पहले किसान यहां सक्रिय थे लेकिन अब यह वीरान पड़ा है. सोनो-चरकापत्थर मुख्य मार्ग पर शुकनर नदी काजवे को पार करने के साथ ही दाहिनी ओर करमटिया का इलाका शुरू हो जाता है.
करमटिया जब से चर्चे में आया तो प्रभात खबर की टीम भी करमटिया के उस जगह पर पहुंची जहां चार दशक पहले चरवाहों और ग्रामीणों को सोने का कण मिला था. ग्रामीणों की खुदाई से बने गड्ढे अब लगभग भरे हुए दिखते हैं.
एक समय जिस विशाल पेड़ की छाया में ग्रामीण बैठते थे वह पेड़ अब खत्म हो चुका है. वहां घास और झाड़ी देखने को मिलता है. एकबार फिर जब अब सोने की खोज शुरू हुई है तो पूरे बिहार में करमटिया चर्चा का विषय बना हुआ है.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan