Jharkhand Panchayat Chunav: गुमला डीसी सुशांत गौरव एवं एसपी डॉ एहतेशाम वकारीब की रणनीति काम आयी. झारखंड पंचायत के दूसरे चरण का चुनाव गुमला, घाघरा और बिशुनपुर प्रखंड में शांतिपूर्ण हुआ. ये तीनों प्रखंड नक्सल प्रभावित हैं. भाकपा माओवादी, पीएलएफआई, जेजेएमपी, झांगुर गुट, टीपीसी का संगठन है. लेकिन, पुलिस प्रशासन की रणनीति के कारण नक्सली संगठन मांद में दुबके रहे और प्रशासन ने शांतिपूर्ण मतदान कराया.
नक्सलियों के गढ़ में लोकतंत्र की जीत हुई
गुमला के इतिहास में पहली बार बिना खून-खराबा एवं गोलीबारी का चुनाव हुआ. तीनों प्रखंडों में 63.46 प्रतिशत मतदान हुआ है. जिसमें घाघरा प्रखंड में 60.63 प्रतिशत, बिशुनपुर प्रखंड में 63.09 प्रतिशत एवं गुमला सदर प्रखंड में 65.57 प्रतिशत मतदान हुआ है. कई बूथों में बंपर वोटिंग हुई है. वहीं, जिन गांवों में चुनाव बहिष्कार की घोषणा की गयी थी. प्रशासन की पहल के बाद उन गांव के लोगों ने भी बूथ तक पहुंचकर मतदान किया है.
CRPF, IRB और गुमला पुलिस की चाक-चौबंद व्यवस्था
बिशुनपुर एवं घाघरा के कई बूथों में सीआरपीएफ के जवान तैनात थे, तो कई बूथों में आइआरबी तथा गुमला पुलिस के जवानों को तैनात किया गया था. जहां सीआरपीएफ अत्याधुनिक हथियार से लैस थे, तो कई बूथों में चौकीदारों ने डंडे के सहारे शांतिपूर्ण मतदान कराया. इधर, शांतिपूर्ण मतदान पर प्रशासन ने राहत की सांस ली है. क्योंकि प्रशासन नक्सल इलाकों में मतदान को लेकर कुछ आशंका में थी. लेकिन, सभी आशंका निर्मूल साबित हुई. कहीं कुछ नहीं हुआ. कई बूथों के मतदानकर्मी सुरक्षित कलस्टर व वज्रगृह पहुंच गये हैं.
शांतिपूर्ण मतदान हुआ है : DC
डीसी सुशांत गौरव व एसपी डॉ एहतेशाम वकारीब सुबह सात बजे ही बूथों का जायजा लेने निकल गये. दुर्गम इलाकों के बूथों तक डीसी व एसपी गये. शांतिपूर्ण मतदान का जायजा लिया. डीसी श्री गौरव ने कहा कि घाघरा, बिशुनपुर एवं गुमला सदर प्रखंड क्षेत्र के मतदाताओं ने जागरूक होकर अपने मताधिकार का प्रयोग बढ़-चढ़कर किया. साथ ही मतदान पदाधिकारियों/कर्मियों ने भी अपने कार्यों का उत्तरदायित्व पूर्ण निर्वहन करते हुए मतदान सफल कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी.
रिपोर्ट : दुर्जय पासवान, गुमला.