Jamshedpur : जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज में चार साल के इंटीग्रेटेड बीएड कोर्स की पढ़ाई शुरू हो सकेगी. इसके लिए कागजी प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. यूजीसी ने इंटीग्रेटेड बीएड कोर्स शुरू करने के लिए कॉलेज प्रबंधन से आवेदन करने को कहा है. यही कारण है कि प्रिंसिपल सुधीर कुमार साहू के नेतृत्व में सभी दस्तावेजों को दुरुस्त कर यूजीसी में आवेदन किया जा रहा है, ताकि इसी सत्र से जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज में इंटीग्रेटेड बीएड कोर्स की शुरुआत हो सके. यूजीसी ने फिलहाल सिर्फ उन्हीं कॉलेजों को आवेदन करने को कहा है जिनके पास ए नैक से ग्रेड प्राप्त हो, साथ ही आधारभूत संरचना बेहतर हो. दोनों ही मामले में जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज अर्हता को पूरा करता है. 31 मई तक इसके लिए आवेदन किया जा सकता है.
उच्च शिक्षा मंत्रालय ने चार साल के इंटीग्रेटेड टीचर्स एजुकेशन प्रोग्राम (आइटीइपी ) को नोटिफाई किया है. राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद (एनसीटीइ) ने केंद्र और राज्य सरकारों के बहु-विषयक विश्वविद्यालयों और संस्थानों में बीए-बीएड, बीएससी-बीएड और बीकॉम-बीएड कोर्स पायलट मोड पर चलाने को लेकर अधिसूचना जारी कर दी है. अभी बीएड के लिए जरूरी पांच साल के बजाय अब स्टूडेंट्स चार साल में ही इसे पूरा कर लेंगे, जिससे उनके एक साल की बचत होगी. चार साल के आईटीईपी की शुरुआत एकेडमिक सेशन 2022-23 से होगी. यह नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत टीचर एजुकेशन से संबंधित किये गये प्रमुख प्रावधानों में से एक है. इन कोर्स में दाखिले के लिए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) नेशनल कॉमन इंट्रेस टेस्ट (एनसीइटी) आयोजित करेगा. इसके मेरिट स्कोर के आधार पर सीट मिलेगी.
राष्ट्रीय शिक्षा नीति के प्रावधान के अनुसार वर्ष 2030 से स्कूल में शिक्षकों का चयन चार वर्षीय इंटीग्रेटेड बीएड प्रोग्राम के आधार पर ही होगा. इस नये कोर्स से छात्रों के एक साल की बचत भी होगी. अभी तक साल स्नातक डिग्री प्रोग्राम की पढ़ाई में निकल जाते हैं. उसके बाद दो वर्षीय बीएड प्रोग्राम की पढ़ाई. यदि कोई छात्र 12वीं क्लास के बाद शिक्षक बन कर अपना भविष्य बनाना चाहते हैं, तो वे सीधे बीए-बीएड, बीएससी-बीएड और बीकॉम-बीएड में एडमिशन ले सकेंगे.