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आर्ट एंड क्राफ्ट में आप भी खड़ा कर सकते हैं अपना बिजनेस, पढ़ें यह सक्सेस स्टोरी

नया कुछ करने की प्रेरणा कभी भी, कहीं से भी ली जा सकती है. बस आपके अंदर कल्पनाशीलता, रचनात्मकता और कुछ करने की ललक होनी चाहिए. रास्ते मिल ही जाते हैं. पारंपरिक तौर-तरीकों से हट कर पटना की मिली ने ऐसा ही एक प्रयास किया और उनकी लगन व रचनात्मक प्रतिभा ने उन्हें एक नयी पहचान दिला दी.

रचना प्रियदर्शिनी : मुझे बचपन से ही आर्ट एंड क्राफ्ट में बहुत रुचि रही है. इधर-उधर बेकार पड़ी चीजों से भी मैं हमेशा कुछ नया बनाने की कोशिश करती रहती थी. मैं आज जो कुछ भी कर रही हूं, उसके लिए कहीं से कोई ट्रेनिंग नहीं ली है. ये सब मेरी खुद की क्रिएटिविटी है. स्मार्टफोन यूज करती हूं, तो यूं ही इंटनेट पर सर्च करते-करते एक दिन मुझे एक कॉन्सेप्ट काफी पसंद आया. फिर उसके बारे में अधिक से अधिक जानकारी हासिल की. कुछ चीजें यूट्यूब वीडियो देख कर सीखीं और फिर अपनी रचनात्मकता का उपयोग करके अपना बिजनेस शुरू किया.”

यह कहना है पटना के पाटलिपुत्रा कॉलोनी की रहनेवाली मिली का. पटना से ही अपनी पढ़ाई-लिखाई पूरी करनेवाली मिली ने बीकॉम ऑनर्स किया और अपनी हॉबी को ही अपना रोजगार बनाने का निश्चय किया.

बनाती हैं वुडेन गिफ्ट प्लैटर

मिली मोटे तौर पर वुडेन गिफ्ट प्लैटर बनाती हैं. उनकी मानें, तो बिहार के लिए यह बिल्कुल नया कॉन्सेप्ट है, इसलिए इसमें ग्रोथ की संभावनाएं भी काफी अधिक हैं.

मिली कहती हैं- ”दो साल से पहले ही इस काम को शुरू करना चाहती थी, पर तब कोविड आपदा की वजह से नहीं हो पाया.” फिलहाल मिली को छह महीने ही हुए है अपने इस बिजनेस को शुरू किये हुए, लेकिन इतने कम समय में ही वह न सिर्फ अपने ग्राहकों के दिलों में जगह बनाने में कामयाब हुई हैं, बल्कि दो बार पटना में (ज्ञान भवन तथा गांधी मैदान) आयोजित मेलों में अपना स्टॉल भी लगा चुकी हैं.

सारे प्रोडक्ट्स हैं इको फ्रेंडली

मिली द्वारा बनाये गये उत्पाद पूरी तरह से इको फ्रेंडली हैं. इन्हें बनाने के लिए वह कोरियन पेपर, बैंबू बॉल्स, रिबन आदि का उपयोग करती हैं. उनके प्रोडक्ट के अलग-अलग पैटर्न के होते हैं. इसके लिए सारा कच्चा माल वह लोकल मार्केट तथा दिल्ली से खरीदती हैं. ग्राहक की मांग और बजट के अनुसार कस्टमाइजेशन की सुविधा भी देती हैं. आप इन प्रोडक्ट्स को सूखे कपड़े से पोंछ कर आसानी से साफ कर सकते हैं.

खुद संभालती हैं सारा काम

वर्ष 2012 में मिली की शादी हुई. पति प्राइवेट जॉब में हैं. मिली सारा काम घर से ही संभाल रही हैं. वह बताती हैं कि इस बार वेडिंग सीजन में अच्छी बिक्री हुई. उनके बनाये प्रोडक्ट्स की कीमत 400 से 2000 रुपये तक है. इशा क्रिएशन नाम से उन्होंने फेसबुक तथा इंस्टाग्राम पर पेज भी बना रखा है.

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भविष्य की योजना

दोस्तों व रिश्तेदारों के साथ-साथ मिली के ग्राहकों ने भी उनके काम को काफी सराहा है. मिली मानती हैं कि ये तो बस एक शुरुआत है, भविष्य में वह खुद का आउटलेट खोलना चाहती हैं. साथ ही काम का विस्तार होने पर अपने जैसी महिलाओं को ट्रेनिंग देने की भी योजना है.

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