Jharkhand News, Dhanbad, मनोहर कुमार: मर्ज बढ़ता ही गया, ज्यों-ज्यों दवा की. धनबाद जिले में बदस्तूर जारी कोयला के काले कारोबार के मामले में कुछ ऐसा ही कहा जा सकता है. काले धंधे का हिसाब-किताब प्रतिदिन का करोड़ों रुपये है, जिसे रोकने के लिए प्रत्यक्ष तौर पर बीसीसीएल, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआइएसएफ), पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारी कार्रवाई करते नजर आते हैं. लेकिन रात गयी-बात गयी.
कुछ समय बाद ही धंधा फिर शुरू हो जाता है. इससे कई सवाल खड़े होते हैं. आधिकारिक आंकड़े बताते हैं कि पिछले तीन महीने यानी जनवरी से मार्च के बीच सीआइएसएफ ने 142, पुलिस ने 30 और जिला प्रशासन व खनन विभाग ने संयुक्त रूप से सात जगहों पर छापे मारे. ट्रक-हाइवा के साथ कोयला भी जब्त हुआ. गिरफ्तारियां हुईं.
एक-दो बार खुद उपायुक्त ने भी छापेमारी की. हाल के दिनों में एसडीएम भी लगातार छापेमारी कर रहे हैं. फलाफल क्या निकला… झरिया से कतरास और गोविंदपुर से निरसा तक काला कारोबार आज भी जारी है. तो क्या कोयला चोरों और तस्करों का नेटवर्क प्रशासन के नेटवर्क से मजबूत है? इस अपराध को संजीवनी कहां से मिल रही है? आम धारणा है कि कार्रवाई तो केवल आइवाश है, सारा खेल मिलीभगत से होता है.
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179 जगहों पर जनवरी से मार्च के बीच पड़े छापे
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अवैध धंधेबाजों का सुरक्षित गलियारा बना झरिया से कतरास और गोविंदपुर से निरसा
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लाखों-करोड़ों के खेल में कई सफेदपोश और तथाकथित उद्यमी हैं शामिल
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खनन विभाग ने साल भर में दर्ज करायी 182 एफआइआर
वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान जिले के विभिन्न थानों में खनन विभाग की ओर से करीब 182 एफआइआर दर्ज करायी गयी. 107 लोगों की गिरफ्तारी हुई. 29785.35 टन कोयला, 62 हाइवा-ट्रक व 125 अन्य वाहन (वैन, टेंपो, मोटरसाइकिल, स्कूटर आदि) जब्त किये गये. जनवरी से मार्च 2022 के दौरान खनन विभाग ने सात मामले दर्ज कराये. 10 लोगों की गिरफ्तारी की गयी व 12 हाइवा-ट्रक जब्त किये गये.
सीआइएसएफ ने जनवरी से 23 मार्च तक कुल 142 स्थानों पर छापेमारी की. इसमें करीब 68,96,600 रुपये का कुल 2,339.99 एमटी कोयला जब्त किया गया. इसमें 116 मामले बीसीसीएल को हैंडओवर कर दिया गया. 26 छापेमारी की एफआइआर दर्ज करायी गयी. छह लोगों को गिरफ्तार कर सात साइकिल, 17 बाइक व 14 अन्य वाहन जब्त किये गये.
धनबाद िजला पुलिस ने जनवरी से लेकर मार्च तक जिला पुलिस ने अवैध कोयला तस्करी और भंडारण के खिलाफ कई कार्रवाई की. पूरे जिला के विभिन्न थानों में 50 से ज्यादा मामले दर्ज किये गये. दर्जनों बड़े-छोटे वाहन पकड़े गये और कई लोगों को जेल भेजा गया. 60 से ज्यादा लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जा चुकी है. बावजूद तस्कर सक्रिय हैं और आसानी से अपना कारोबार कर रहे हैं.
अवैध कोयला कारोबार के विरुद्ध लगातार कार्रवाई की जा रही है और आगे भी जारी रहेगी. इसके लिए पूरी टीम काम कर रही है. विशेष टीम गठित कर कार्रवाई हो रही है. बीसीसीएल, सीआइएसएफ के साथ समन्वय बनाया जा रहा है. उन्हें भी दो कदम आगे आकर काम करने की जरूरत है.
संजीव कुमार, एसएसपी
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