इंडियन रिजर्व बटालियन (आइआरबी-दो) चाईबासा, मुसाबनी के 250 जवान बीते चार महीने से जिला में कोविड-19 ड्यूटी कर रहे हैं. इस दौरान 80 जवान कोरोना पॉजिटिव भी हो गये हैं. सबसे अधिक संक्रमित जवान को जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र स्थित विस्थापित कॉलोनी में बने कोविड सेंटर में रखा गया है. वहीं, डोरंडा के रिसालदार नगर और खेलगांव स्थित आइसोलेशन वार्ड में जवान रखे गये हैं.
चाईबासा से आये सभी जवानों के लिए बीआइटी मेसरा के मॉडल स्कूल में कैंप बनाया गया है. जवानों का आरोप है कि चार माह से वे जिला में हैं, लेकिन उनके लिए बुनियादी सुविधाएं भी जिला प्रशासन या जिला पुलिस की ओर से मुहैया नहीं करायी जा रही हैं. जवानों ने कहा कि कोरोना पॉजिटिव पाये गये जवानों को भी सही सुविधा और खान-पान मुहैया नहीं करायी जा रही है.
सुविधाओं के अभाव में ही शनिवार को रिम्स के कोविड-19 अस्पताल में एक जवान की मौत हो गयी थी. पोस्टमार्टम व अंतिम संस्कार कराने के लिए जवानों को काफी जद्दोजहद करनी पड़ी. जवानों ने बताया कि हिंदपीढ़ी में तैनात कई जवान की अब तक जांच नहीं की गयी है. न ही हिंदपीढ़ी से आने के बाद उन्हें कोरेंटिन ही किया गया है. इस कारण अन्य जवानों में संक्रमण का डर बना हुआ है.
posted by : sameer oraon